Nojoto: Largest Storytelling Platform
kirtisharma7455
  • 69Stories
  • 561Followers
  • 1.3KLove
    30.0KViews

Kirti Sharma

My name is kirti sharma.i am fond of reading and writing poetry. My refferal code - kirtisharma7455

  • Popular
  • Latest
  • Video
7f75ec53cdcca7f8a76643d66bcd260f

Kirti Sharma

vo bachpne se bhari ,
rishto m believe rkhti h ,

apne se zada apno ko chahti h ,
apni fikr  nhi ,unhe apno ki fikr rhti h ,

vo bdi ho jati h , smjhdar bhi ho jati h ,
but bachpna unm hmesha rhta h ..

©Kirti Sharma
  #Ladki bchpne se bhari hoti h ,
uske apne , apne ap se zada priy hote h

#Ladki bchpne se bhari hoti h , uske apne , apne ap se zada priy hote h #Thoughts

7f75ec53cdcca7f8a76643d66bcd260f

Kirti Sharma

ek ldka or ldki akele khi sath m h ,
iska mtlb hmesha yhi nhi hota ki vo lover h ,
vo frnds bhi ho skte h .



Bf ka mtlb vo nhi hota jo ap sochte ho ,
bf simple si bat h ek ldka h jo frnd h ,
bf ka mtlb lover se liya jata h 
jo ki galat h ...

©Kirti Sharma
  #love is love 
and frnds is frnds ..

love is love and frnds is frnds .. #Thoughts

7f75ec53cdcca7f8a76643d66bcd260f

Kirti Sharma

तुम उड़ते गगन में अच्छे थे,
तुम पीपल पे क्यों अटके थे?
देख के तुमको पिघल गयी मैं,
आंखों से आंसू टपके थे।
उठा गोद में भागी थी,
अग्नि से ताप मेंने मांगी थी।
तुम तडप रहे थे पीडा में,
दिल ने यह बात जानी थी।
खाकर के डांट पिता की ,
मैं तुम्हें छोड़कर भागी थी ‌।
तनिक देर हुई आने में,
तुम चले गए अनजाने में,
तुम्हे देख मैं घबरा गई,
आंखों में आंसू छुपा गई।
उठा हाथों में तुमको मैं,
श्मशान घाट तक ले गयी।
फिर से देख तुमको मैं,
विचलित हो फिर रो पड़ी।।

©Kirti Sharma
  ##my lovely bird #
he is dead some time ,and I regreat,because I lost bagula ,
it's my mistake.😔😔😭😭

#my lovely bird # he is dead some time ,and I regreat,because I lost bagula , it's my mistake.😔😔😭😭

7f75ec53cdcca7f8a76643d66bcd260f

Kirti Sharma

#my love mumma#
#love u maa#

#my love mumma# love u maa# #Poetry

7f75ec53cdcca7f8a76643d66bcd260f

Kirti Sharma

मोह में डूबी मैं ऐसी दीवानी ,
जीवन को जीये जा रही ,जीये जा रही ,
आज का पता न ,कल की पूछ ,
कुछ समझ न , अपनी बूझ ,
प्रफुल्लित अपने आप में डूबी ,
जीये जा रही , जीये जा रही ।
नील गगन भी हंस रहा ,
सागर भी तो नाच रहा 
हवा तो झोंके खा रही ,
धुल भी तो साथ रही ,
पर मैं मस्तानी मस्ती से ,
जीये जा रही , जीये जा रही ।
रोना तो मैं भूल गयी ,
माथे की सिकुड़न छूट गयी ,
यादों में खोई,  मैं रब भरोसे,
जीये जा रही ,जीये जा रही ।
शक्ल है, न अक्ल है,
न पीठ पर कोई भार ,
न एहसान ,न आभार ,
एहसासों की दुनिया में,
मैंलथपथ हुई जा रही,
मैं ऐसी बावली,बस 
जीये जा रही , जीये जा रही ।।

©Kirti Sharma
  #msti se jivan jio #
##life ek hi bar milti h ,kisi ki fikr kiye Bina apni life enjoy kro .

msti se jivan jio # #life ek hi bar milti h ,kisi ki fikr kiye Bina apni life enjoy kro .

7f75ec53cdcca7f8a76643d66bcd260f

Kirti Sharma

##meri Tamanna, meri dost ##
##i love frnds ##

#meri Tamanna, meri dost ## #i love frnds ##

7f75ec53cdcca7f8a76643d66bcd260f

Kirti Sharma

kirti sharma

©Kirti Sharma
  ## love line ##
## kirti sharma ##

## love line ## ## kirti sharma ##

7f75ec53cdcca7f8a76643d66bcd260f

Kirti Sharma

तन्हाई है प्यार में, बर्बादी है प्यार में,
आंसू हैं प्यार में, बेबसी है प्यार में,
गम है प्यार में, हार है प्यार में,
हमें सब पता है मगर ,
क्या करें?हम भी हैं आपके प्यार में

©Kirti Sharma
  ## love is our life ## 
##love is very important part in our lyf##

## love is our life ## #love is very important part in our lyf##

7f75ec53cdcca7f8a76643d66bcd260f

Kirti Sharma

kirti sharma

©Kirti Sharma
7f75ec53cdcca7f8a76643d66bcd260f

Kirti Sharma

इन हजारों करोड़ो आत्माओं की भीड़ में, अपने आप को खोजने निकल पडी थी,इक कोने में देखा तो जिंदा लाश के जैसे पड़ी थी , रिश्ते क्या होते हैं, नहीं जानती थी,पर निभाने निकल पड़ी थी, कोशिश तो पूरी करती थी,पर .........., झूठ और फरेब की दुनिया में सच को लाने चली थी ,धोखों की एक लम्बी कडी मेरी लाश को भी गलाने लगी थी , चाहत कुछ और थी मेरी,पर मैं कुछ और ही करने लगी थी, कई बार धोखे खाये , फिर भी जल्द ही भरोसे कर लेती थी, ये जिन्दा लाश अब ईश्वर से भी नाता तोड़ने लगी थी , दूसरों की खुशी के लिए,गमों को पनाह देने लगी थी, आज जब फिर से धोखा मिला , तो...., ईश्वर के आगे रोने लगी थी ।

©Kirti Sharma
  "मैं स्वयं"           मेंने अपने आप को परखा , और कागज के एक टुकड़े पर उकेरा ।

"मैं स्वयं" मेंने अपने आप को परखा , और कागज के एक टुकड़े पर उकेरा । #Poetry

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile