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satishkumarmeena6371
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Satish Kumar Meena

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Satish Kumar Meena

एक मजबूर का जब भी, शोषण होता रहता है। 

तब एक ही क़िताब पर,सबका ध्यान ठहरता है।

उसे रचने वाला भी,शोषण की आग में जला था।

उसी से ज्ञान का दीप जलाकर,सही रास्ते चला था।


एक कलम की ताकत से,सुनहरे अक्षर लिख जाएगा।

बाबा साहेब द्वारा निर्मित,संविधान न्याय दिलाएगा।।

©Satish Kumar Meena
  संविधान

संविधान #मोटिवेशनल

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Satish Kumar Meena

Maa  मुझे ममत्व का पाठ पढ़ा के,
वो मुझे हृदय में बसाती है।
जब आंखों से ओझल होऊं,
नयनों में आंसू ले आती हैं।

उस प्रेम के,उन भावों की,
मैं कीमत नहीं चुका सकता।
तू ही तो है मेरी जन्मदात्री,
तेरा हाथ सदा सिर रहता।।

©Satish Kumar Meena
  तू ही तो है

तू ही तो है #कविता

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Satish Kumar Meena

White रात में सोते समय सारी चिंताएं,

घनी नींद के तले दबा देता हूं।

नयी उम्मीद नयी आशा लिए,

मैं उमंगों के पंख लगा लेता हूं।।

©Satish Kumar Meena
  उम्मीदों के पंख

उम्मीदों के पंख #मोटिवेशनल

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Satish Kumar Meena

बेटी मां के जिगर का टुकड़ा और पिता के मस्तक की पगड़ी होकर दूसरे की दहलीज पार कर घर को रोशन करें,वो बेटी एक पिता से लिपट कर बिछड़ी और माता के द्वारा पली बढ़ी विदा हुई अनजान के संग पराए धन की तरह खर्च हो वो बेटी ही है।

©Satish Kumar Meena
  बेटी

बेटी #विचार

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Satish Kumar Meena

जब भी सीने की धड़कन बढ़ती है,

वो पिता अपने परिवार की सोच रहा होता है।

आंखो के आंसू की कीमत कितनी है,,

बेटा अंगुलियां गिन के बालों को नोच रहा होता है।


पिता के अंदर कितनी जरूरतों का बोझ है,

उसी बोझ तले पिता दब जाता है।

वक्त की धुरी को पिता रोक नहीं पाता,,

और उस धुरी के नीचे ही पिता आ जाता है।।


एक पिता ही है जनाब जो मां की ममता को,

अपने परिवार के ऊपर न्यौछावर कर देता है।

और लाड प्यार का सारा हिस्सा जो उन्हें मिला,,

अपने परिवार पर चंद लम्हों में लुटा देता है।


पिता का हाथ जब तक माथे पर रहता है,

संतान को कभी दुख महसूस नहीं हो पाता है।

वक्त की धुरी को पिता रोक नहीं पाता,,

और उस धुरी के नीचे ही पिता आ जाता है।।

©Satish Kumar Meena
  पिता

पिता #कविता

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Satish Kumar Meena

मोहरे से मोहरे भिड़ते रहते हैं,
पर वजीर पूरी चाल बदल देता है।
राजा का अस्तित्व बच जाता है,,
और पूरी सत्ता हड़प लेता है।।

©Satish Kumar Meena
  मोहरा

मोहरा #कोट्स

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Satish Kumar Meena

White जीवन की कीमत पहचानो,,
बिन कारण कोई नहीं खोता।।
सोना चांदी और पैसे से,
जीवन का तौल नहीं होता।

©Satish Kumar Meena
  #sad_quotes
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Satish Kumar Meena

White जब अपने ही मुंह मोड़ ले,
तो जीना मुश्किल हो जाता है।
दिल की बात कहें तो किस से,
जब कुछ समझ नहीं आता है।।

मेरे ही घर के आंगन में,
सन्नाटा सा फ़ैला है।
किसी जमाने में खुशियां थी,
दुःख ही अब तो झेला है।
ऐसा तो कुछ भी किया नहीं,
कि मुझे पराया कर दिया।
सब वाणी का विष पीकर भी,
मुझको ही विषैला कर दिया।

इतना कच्चा हो गया रिश्ता,
प्रेम समझ नहीं पाता है।
दिल की बात कहें तो किस से,
जब कुछ समझ नहीं आता है।।

©Satish Kumar Meena
  दिल की बात

दिल की बात #कविता

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Satish Kumar Meena

गुरु वही है जो  गुरु वही है जो शिक्षा को बढ़ावा देकर ज्ञान का दीपक जलाएं, लक्ष्य के पास गुरु नहीं बल्कि लक्ष्य खुद उनकी तरफ झुक जाए, दिशाहीन बच्चों को सही दिशा दिखाए, जर्जर शिक्षा के मंदिर को स्वर्ग सा रूप दिलाए।

©Satish Kumar Meena
  गुरु

गुरु #विचार

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Satish Kumar Meena

India quotes  घुसा अंधकार पलकों में भाग,
जाग! मातृभूमि के सुख जाग।।

प्रेम जागा नया नमन में,
तिरंगा लहरा उठा भवन में,
जाग उठे पुष्प चमन में,

पुष्पों में गूंजा भवरों का राग।
जाग! मातृभूमि के सुख जाग।

©Satish Kumar Meena
  मातृभूमि के सुख जाग

मातृभूमि के सुख जाग #कविता

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