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arzsayed8067
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ARZ-ए-SAYED

एक इश्क़ खड़ा रेहता है किनारे पर, एक मोहब्बत मुग़ालते में देखती भी नहीं।। Arz-ए-Saye(D)

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ARZ-ए-SAYED

मुझे फिर से अपना बनाओ 
मुझे फिर से पराया कर दो

अब ऐसा करो मेरी जां
मुझे तुम खुद से रिहा कर दो 

अर्ज़ - ए - सैय्यद #opensky मुझे फिर से अपना बनाओ 
मुझे फिर से पराया कर दो

अब ऐसा करो मेरी जां
मुझे तुम खुद से रिहा कर दो 

अर्ज़ - ए - सैय्यद Ajeet Singh danish अलहड़ प्रीति Gauri Gupta

#opensky मुझे फिर से अपना बनाओ मुझे फिर से पराया कर दो अब ऐसा करो मेरी जां मुझे तुम खुद से रिहा कर दो अर्ज़ - ए - सैय्यद Ajeet Singh danish अलहड़ प्रीति Gauri Gupta

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ARZ-ए-SAYED

अफ़सोस करने से बेहतर है
मसरूफ हो जाओ फ़िर उसी इबादत में
जो हमें हर वबा से दूर करेगी
ईद मुबारक
अर्ज़-ए-सैय्यद #eidmubarak अफ़सोस करने से बेहतर है
मसरूफ हो जाओ फ़िर उसी इबादत में
जो हमें हर वबा से दूर करेगी
ईद मुबारक
अर्ज़-ए-सैय्यद Ajeet Singh अलहड़ प्रीति Jyoti Shaw Dinesh Mahata

#eidmubarak अफ़सोस करने से बेहतर है मसरूफ हो जाओ फ़िर उसी इबादत में जो हमें हर वबा से दूर करेगी ईद मुबारक अर्ज़-ए-सैय्यद Ajeet Singh अलहड़ प्रीति Jyoti Shaw Dinesh Mahata #thought

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ARZ-ए-SAYED

کہانی किस्सा ख़तम होने में वक़्त तो नहीं लगा

वक़्त लगा सिर्फ़ इस बात को समझने में 
ये किस्सा था किसका

मेरे?
उनका?
या 
हमारा?
बस इसी कशमकश में एक नया किस्सा शुरू हो गया।।

अर्ज़-ए-सैय्यद #کہانی किस्सा ख़तम होने में वक़्त तो नहीं लगा।

वक़्त लगा सिर्फ़ इस बात को समझने में 
ये किस्सा था किसका

मेरे?
उनका?
या

#کہانی किस्सा ख़तम होने में वक़्त तो नहीं लगा। वक़्त लगा सिर्फ़ इस बात को समझने में ये किस्सा था किसका मेरे? उनका? या #poem

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ARZ-ए-SAYED

मैंने नम आंखों से ओझल होते अंधेरा देखा है

ख़ुद ही के ग़म को अपने अंदर ग़मगीन देखा है

हां देखा हैं मैंने आफ़ताब को सुबह होने तक

इन सब में मैंने बा-सलाहियत तुम को देखा है 

मगर अफसोस

मैंने तुम्हारी आंखों में कभी ख़ुद को नहीं देखा है

अर्ज़-ए-सैय्यद मैंने नम आंखों से ओझल होते अंधेरा देखा है

ख़ुद ही के ग़म को अपने अंदर ग़मगीन देखा है

हां देखा हैं मैंने आफ़ताब को सुबह होने तक

इन सब में मैंने बा-सलाहियत तुम को देखा है

मैंने नम आंखों से ओझल होते अंधेरा देखा है ख़ुद ही के ग़म को अपने अंदर ग़मगीन देखा है हां देखा हैं मैंने आफ़ताब को सुबह होने तक इन सब में मैंने बा-सलाहियत तुम को देखा है #Shayari

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ARZ-ए-SAYED

ढूंढोगे कहाँ मुझको, मेरा पता लेते जाओ, 
एक कब्र नई होगी एक जलता दिया होगा

अलविदा_इरफ़ान खान

#Irfankhan
Inna lillahi wa inna ilayhi raji'un #irrfankhan ढूंढोगे कहाँ मुझको, मेरा पता लेते जाओ, 
एक कब्र नई होगी एक जलता दिया होगा

#अलविदा_इरफ़ान खान
#Irfankhan
Inna lillahi wa inna ilayhi raji'un 😭
#RIPIrfankhan
#irrfankhan

#irrfankhan ढूंढोगे कहाँ मुझको, मेरा पता लेते जाओ, एक कब्र नई होगी एक जलता दिया होगा #अलविदा_इरफ़ान खान #irfankhan Inna lillahi wa inna ilayhi raji'un 😭 #RipIrfanKhan #irrfankhan

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ARZ-ए-SAYED

सांसे गिरफ्त में हैं, सदाएं खुली हैं
चांद निकला है अमन का फलक पर कहीं
 ये बात जंहा को अभी पता चली है।
रमज़ान मुबारक

अर्ज़-ए-सैय्यद #Prayers सांसे गिरफ्त में हैं, सदाएं खुली हैं
चांद निकला है अमन का फलक पर कहीं
 ये बात जंहा को अभी पता चली है।
रमज़ान मुबारक

अर्ज़-ए-सैय्यद Ajeet Singh अलहड़ प्रीति Rayees Ahmad Supriya Pandey

#Prayers सांसे गिरफ्त में हैं, सदाएं खुली हैं चांद निकला है अमन का फलक पर कहीं ये बात जंहा को अभी पता चली है। रमज़ान मुबारक अर्ज़-ए-सैय्यद Ajeet Singh अलहड़ प्रीति Rayees Ahmad Supriya Pandey

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ARZ-ए-SAYED

हाल ए दिल बताऊं तो किसको बताऊं यहां सय्यद

हर शक्श आपने ही हाल पर  सिसकियां ले रहा दरमियान 

मेरे

Arz-ए-Sayed हाल ए दिल बताऊं तो किसको बताऊं यहां सय्यद

हर शक्श आपने ही हाल पर  सिसकियां ले रहा दरमियान मेरे

Arz-ए-Sayed अलहड़ प्रीति Nehu❤

हाल ए दिल बताऊं तो किसको बताऊं यहां सय्यद हर शक्श आपने ही हाल पर सिसकियां ले रहा दरमियान मेरे Arz-ए-Sayed अलहड़ प्रीति Nehu❤ #Life_experience

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ARZ-ए-SAYED

रात घुल गई एक नई सुबह में
आफताब छुप गया, कहीं बादलों कि तेह में.
तमाम दर्द जो थे, दिल के वो अभी तो नर्म हुए हैं, 
ए यारों
 इन्हे डर है अभी दोपहर की तपिश का और बेशुमार खालिश का



Arz-ए-Sayed #alone रात घुल गई एक नई सुबह में
आफताब छुप गया, कहीं बादलों कि तेह में.
तमाम दर्द जो थे, दिल के वो अभी तो नर्म हुए हैं, 
ए यारों इन्हे डर है अभी दोपहर की तपिश का और बेशुमार खालिश का



Arz-ए-Sayed अलहड़ प्रीति Nehu❤ Preeti Shah Prince choudhary(##deep thinker)

#alone रात घुल गई एक नई सुबह में आफताब छुप गया, कहीं बादलों कि तेह में. तमाम दर्द जो थे, दिल के वो अभी तो नर्म हुए हैं, ए यारों इन्हे डर है अभी दोपहर की तपिश का और बेशुमार खालिश का Arz-ए-Sayed अलहड़ प्रीति Nehu❤ Preeti Shah Prince choudhary(##Deep thinker) #Life_experience

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ARZ-ए-SAYED

बेशक आप ज्ञानी होंगे
मगर,

मुझे ज्ञान नहीं ,

साथ चाहिए
 
निस्वार्थ चाहिए

SAYED #World_Speech_Day बेशक आप ज्ञानी होंगे
मगर,

मुझे ज्ञान नहीं ,

साथ चाहिए
 
निस्वार्थ चाहिए

#World_Speech_Day बेशक आप ज्ञानी होंगे मगर, मुझे ज्ञान नहीं , साथ चाहिए निस्वार्थ चाहिए #thought

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ARZ-ए-SAYED

उठ रही थी तमाम उंगलियां मुझ पर

मेरा गुनाह बस ये था कि 

मैंने सब से नज़र मिला के बात करी थी

arz-ए-sayed उठ रही थी तमाम उंगलियां मुझ पर

मेरा गुनाह बस ये था कि 
मैंने सब से नज़र मिला के बात करी थी

arz-ए-sayed

उठ रही थी तमाम उंगलियां मुझ पर मेरा गुनाह बस ये था कि मैंने सब से नज़र मिला के बात करी थी arz-ए-sayed #Shayari

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