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abhishekdubey2528
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White आज को बेच कर कल को बचा रहे हैं लोग
जवानी को दरबार छोड़ कर बुढ़ापा कमा रहे हैं लोग

©Error #Sad_Status
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White प्रेम के साधन में सवार हो कर हम भक्ति का दरिया पार करते हैं
तुम गंगा बन के मुझ जमुना से मिलो फिर संगम का इजाद करते हैं

©Error #Shiva
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White जैसे जैसे छठ निराला सांच कही मोर मन पियराला
ए साहब तू छुट्टी दे दा चाहे हमके तू गरिया ला

चार दिन के बात बा मालिक ट्रेन पकड़े फिर चल आइब
मजदूरी के रोटी लेवे बोला साहब कहा हम जाइब

खिचड़ी बितल फगुआ बितल नवमी और दशहरा बितल
एक टेर ना कहनी तोहसे जाने केतना परब बितल

अब जीव ना मानेला सुतलो में अंखियां जगेला
चाहे केतनो काम करिला मन हुजूर ना लगेला 

साल भर में एकही बेरा छठ के छुट्टी मांगीला
ए साहब तू छुट्टी दे दा चाहे हमके तू गरिया ला

©Error #good_morning_quotes
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White बहुत तैस में हम आए थे गांव से शहर
जी भरा शहर से तो याद आया
एक रास्ता छोड़ आए थे जो गांव को जाता है!!

©Error #Sad_Status
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बारिश के बाद छप्पर से टपकती बूंदे
क्या लगता है !
इश्क का एहसास सिर्फ इंसान को होता है
महसूस करो इन बूंदों को दर्द इन्हे भी होता है

©Error #Shadow
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White हमारे पास तुमसे कहने को कुछ भी नहीं
तुम बैठो तो दो चार घड़ी
दिल के गुब्बार निकल भी सकते है

©Error #weather_today
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White लोगों ने मिसाल कृष्ण और सुदामा का ही दिया
हम पूछते है दुर्योधन और कर्ण में क्या खामी थी।।

©Error #moon_day
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White हमारा छोड़िए जनाब
हम तो मुसाफिर है
ना घर है न ठिकाना
हैरानी तो इस बात की है
आप तो महल वाले है...!!

©Error #sad_shayari
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White बहुत कुछ खोया है मैंने तुझे पाने के लिए 
और सब कुछ मिला है,तुझे पाने के बाद!!

©Error #love_shayari
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White कोट कचहरी वाले युग मे
क्यू ना हम तुम डाक बने
द्वेष भावना छोड प्रिये
हम मधूर धवनी की राग बने
दिल को जोड़े दिला से ऐसे
ऐसी कोई ढाग बने
कोट कचहरी वाले युग में
क्यू ना हम तुम डाक बने

©Error #sad_shayari
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