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himanshusingh9913
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Himanshu Singh

my name Himanshu singh I am from uttarakhand. i am 26 year old. i am like sing a song,play cricket, tracking and & travel.

https://youtube.com/@himanshupahadi7

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Himanshu Singh

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Himanshu Singh

उमर कि ऐसि तैसि

अटल बिहारी बाजपेई

घर चाहे कैसा भी हो.... उसके एक कोने में.. खुलकर हंसने की जगह रखना..

सूरज कितना भी दूर हो.... उसको घर आने का रास्ता देना..

कभी कभी छत पर चढ़कर.. तारे अवश्य गिनना.... हो सके तो हाथ बढ़ा कर....... चाँद को छूने की कोशिश करना......

अगर हो लोगों से मिलना जुलना....... तो घर के पास पड़ोस ज़रूर रखना..

भीगने देना बारिश में.

उछल कूद भी करने देना........ हो सके तो बच्चों को.... एक कागज़ की किश्ती चलाने देना..

कभी हो फुरसत, आसमान भी साफ हो.... तो एक पतंग आसमान में चढ़ाना.. हो सके तो एक छोटा सा पेंच भी लड़ाना..

घर के सामने रखना एक पेड़..... उस पर बैठे पक्षियों की... बातें अवश्य सुनना...

घर चाहे कैसा भी हो......... घर के एक कोने में..... खुलकर हँसने की जगह रखना...

चाहे जिधर से गुज़रिये... मीठी सी हलचल मचा दीजिये..

उम्र का हर एक दौर मज़ेदार है अपनी उम्र का मज़ा लीजिये...

ज़िंदा दिल रहिए जनाब. ये चेहरे पे उदासी कैसी.. वक्त तो बीत ही रहा है................ उम्र की ऐसी की तैसी.

• * अटल बिहारी वाजपेयी

©Himanshu Singh
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Himanshu Singh

jai bhole baba 🙏🙏

jai bhole baba 🙏🙏 #Life

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Himanshu Singh

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Himanshu Singh

नमस्ते दोस्तों स्वागत है हम सभी का एक ओर नया ब्लॉग मैं और नए साल के साथ मेरी तरफ से आप को आपके परिवार को नए साल की छूट 



सूर्य संवेदना पुष्पे, दीप्ति कारुण्यगंधने


! लब्ध्वा शुभं नववर्षेऽस्मिन कुर्यात्सर्वस्य


मंगलम् !


आपको मिले नव वर्ष की हार्दिक बधाईयाँ एवं रविवार। ईश्वर से यही प्रार्थना है कि आने वाला प्रत्येक दिन आपके जीवन में समृद्धि, विकास, सम्मान, ऐश्वर्य, उत्तम स्वास्थ्य, उत्सव और समृद्धि के साथ-साथ अनेकानेक सफलताएँ एवं अपार खुशियाँ लेकर आए ॥ नए साल में भी आपका स्नेह, प्यार और अपनापन हमेशा बना रहा। इसी और दृक् संकल्प के साथ नव वर्ष 2023 की हार्दिक शुभकामनाएं ... आने वाले नव वर्ष शुभ हो, विचार मंगलमय हो, कल्याणकारी हो ।


!! खुश रहें... स्वस्थ रहें !!

आपने अटके नव वर्ष की


परमपिता परमेश्वर आपको नया साल 2023 में सुख, शांति, शक्ति,संयम,सफलता,समृद्धि,यश प्रदान करें। आप हर रोज नए कीर्तिमान स्थापित करें  इस नए साल के साथ आप और आपके परिवार के लिए मंगलमय शुभकामनाएं

बात करते हैं अब आगे ब्लॉग की जो चीजें बाकी थीं उत्तराखण्ड की वो आज अच्छी से बाकी तीन मुश्किलें होंगी तो बने रहें हमारे साथ और ब्लॉग को शेयर लाइक कमेंट जरूर करें।


3) भोटिया जनजाति उत्तराखण्ड की अर्धधुमन्तु जनजातियाँ आज उत्पाते मंगोल प्रजातियों से हुई समस्याओं में उनके द्वारा किए गए निष्ठावान राजपुत्र जानते हैं कि उनका निवास मुख्यत चमोली, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, अल्मोड़ा के उत्तरी दिशाओं में स्थित है। यह जनजाति महाहिमालय की सर्वाधिक जनसंख्या वाली जनजाति है


ये आवास 'समय समय पर पदलता रहते हैं गर्मी में 2000 - 3000 मीटर वाले ऊचे क्षेत्र में रहते हैं जहां कि करितगाह की सुविधा हो उसी समय मे घोऐमो में आ जाती है उनकी पोशाक की बात करें तो कद छोटा, चेहरा गोल, सरबडा, आंख , नाक, चौपटरी होती है ।

ये पहने हुए पुरुष डेक तक का कोट ऊनी मनना रोपी जूते आदि सबसे पहले शुरू होते हैं और महिलाएं पूरे हाथ के तथ्य (चुमाला), आघात हाथ का खिंचाव च्य) टोपीमुमा शूटच्या - कमर में कारण होने वाला तथ्य (मुख्य) आदि भारिया मजाक में भी पितृसत्तात्मक व्यवस्था पायी जाती है

 समाज में विवाह का वोग प्रथा कहा जाता है, इसमें एक को रंग-बंग (वाग्रह हो प्रश्न नहीं-नहीं. भावाज-देवर विवाह, गन्धर्व विवाह को भी देख सकते हैं) विवाह के अवसरों पर रुमाल लेकर नृत्य कीमा जाता है बात करें बधर्म की तो इस जनजाति के कुछ लोग हिंदू धर्म को मानते हैं, कुछ लोग बोध धर्म को भी अपनाते हैं देवी- देवता भूम्याल देवता, नानादेवी, दुर्गा, कैलाशपर्वत ग्वाला, आदि है और उनका उद्योग स्रोत करते हैं, पशुपालन बन्यापार पायी जाति है।

©Himanshu Singh
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Himanshu Singh

हम वो आखिरी पीढ़ी है, जिनके पास ऐसी मासुम माँ है जिनका.....

- न कोई सोशल मीडिया पर अकांउट है - ब फोटो, सेल्फी का कोई शौक है, - उन्हें ये भी नही पता कि स्मार्टफोन का लॉक कैसे खुलता है,

- जिनको ना अपनी जन्मतिथि का पता है,

-उन्होने बहुत कम सुख-सुविधाओं में

अपना पूरा जीवन बिताया, बिना किसी शिकायत के. जी हाँ, हम वो आखिरी पीढ़ी है, जिनके Love you Ma... पास ऐसी माँ है,,,,
❤️🥰❤️🥰❤️🥰



We are the last generation who have such an innocent mother who...

 - There is no account on social media - There is no hobby of photo, selfie, - They do not even know how to open the lock of the smartphone,

 - Those who do not know their date of birth,

 -He lived in very few luxuries

 Spent my whole life without any complaints.  Yes, we are the last generation, who have such a mother, Love you Ma...
❤️🥰❤️🥰❤️🥰🥰❤️

©Himanshu Singh
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Himanshu Singh

kahne ko to duniya sath hai 
par jab buraa waqt aata 
hai na mere dost
to saala apne bhi sath nahi
 dete hai 
isliye kahna hu yakin karna 
hai to khud par karo pahle warna ak baar upar ki lines par jarur dhyan dena

©Himanshu Singh
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Himanshu Singh

 हेल्लो दोस्तों स्वागत है आप सभी का आज दोपहर मैं हमारे एक ओर ब्लॉग कुछ। दोस्तों आज जो हमारा ब्लॉग होने वाला है वो उत्तराखण्ड की नदियों के बारे में कुछ जानकारी होने वाला है वैसे ही नाम देख कर आप सभी को वैसे हि पता लग जाएगा।

         तो अब साइड बात करते हैं मैं बहती नदियों के बारे में उत्तर देता हूं दोस्तों हमारे उत्तराखण्ड मैं देखता हूं भग 21 नदियां बहती हैं जिनके बारे में मैं थोड़ा बहुत आपको बता रहा हूं। उत्तराखंड की नदियों के बारे में हम आगे भी जानेंगे पर अभी कुछ बातें हि की कोसिस करुंगा।

इन नदियों के बारे में जानने से पहले आप सभी को यह बताने जा रहे हैं कि नदियां हिमालय का जन्म लेती हैं और उनमें हिमपात होता है। जिस पर मनुष्य का जीवन स्थायी है, हिमालय I हिम अक्टूबर और अप्रैल मैं गिरती है और आरंभिक जवानी फरवरी मैं अधिक जा रही हूं।

      दोस्तों अब सीधी बात करते हैं मैं उत्तराखंड की उन नदियों के बारे में 



भागीरथी नदी इस नदी का उदगम गोमुख में है, जो की चौखंभा शिखर के उत्तरी-पश्चिमी भाग पर स्थिर गंगोत्री हिमशखर की 4000 मीटर उंचाई पर हैं।

ऐसे ही उत्तराखंड की अन्य नदियों के बारे में अब मैं बता रहा हूं।

अलकंदा नदी इस नदी का प्राचीन नाम विष्णुगंगा भी है यह चमोली के उत्तरी भाग सतोपंथ शिखर के अलकापुरी बांक हमन्द व सतोपंथ ताल से निकती हैं

विष्णुगंगा नदी अलकनंदा से विष्णुप्रयाग में मिलती हैं।

अलकंदा की एक और सहायक नदी ध्वल भयंदय नदी के नाम से भी जानी जाती है। 

पिंडर नदी हिमखंडों से बहते हुए करण प्रयाग मै अलकंदा नदी मै मिल जाती है।

धौलीगंगा नदी भी अलकनंदा नदी मुझे मिलती है और गढ़वाल व तिब्बत के बिच नीति दरे से निकती है, इसकी कुछ सहायक नादियां हैं - परला, कामत, अमृतगंगा आदि।



अमृतगंगा नदी जो है कागभूसंड शिखर के बनकुण्ड हिमखंड से टकराती है। और इसी तरह दूधगंगा भी हिमखंड कालापानी से चलती है।

आगे जिस नदी की बात मैं आपको बता रहा हूं व मन्दाकनी नदी है जो सतोपंथ तथा खरक हिंखंडो से निकलकर रुद्रप्रयाग के पास अलकनंदा नदी मुझे मिलती है।



केदारनाथ में मंदाकिनी भंडाल नदी वर्षा पर होती है और यह ठीक घाटी में स्थित सोंग नदी से मिलती है।

    बिंदाल नदी प्राकृतिक प्रकृति से बनी है और मसूरी के पास से दौड़ती है, वही यमुना बंदरपुछ छोटी के आधार से निकलकर कालसी में यमुना नदी से मिलती है।

सोंग नदी जो मध्य पूर्वी क्षेत्र के जल से बनी हुई है और ऋषिकेश वह इसी नदी में मिलकर गंगा में मिल गई है।

              बात करें काली नदी की तो यह नदी पूर्वी कुमाऊं और पश्चिमी नेपाल क्षेत्र है। और धौली गंगा काली नदी की सहायक नदी है और धौलीगंगा काली नदी की सहायक नदी है। वहीं गोला नदी प्राकृतिक प्रकृति के माध्यम से बनी है कुमाऊं की एक छोटी नदी है।

रामगंगा नदी दक्षिण पश्चिमी कुमाऊं में इसका जलगम क्षेत्र है वह नदी मैदानी क्षेत्र में कालागढ़ पहुंचकर बाद में कन्नौज के पास गंगा में मिल जाती है।

          




जाहृवी नदी उत्तरकाशी के पास भागीरथी में मिलती है और मंदाकिनी नंद प्रयाग के पास अलकंदा नदी में मिलती है।

                       🙏🙏धन्यवाद🙏🙏


हिंदी अनुवाद - उत्तराखंड की नदियों के बारे में🥰😊🙏


नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आप सभी का आज दोपहर के समय में, मेरा एक और ब्लॉग है। दोस्तों आज हमारा ब्लॉग उत्तराखंड की नदियों के बारे में कुछ जानकारी पर होने जा रहा है, जिसका शीर्षक देखकर आप सभी को इसके बारे में पता चल गया होगा।




       तो चलिए अब सीधे बात करते हैं उत्तराखंड में बहने वाली नदियों की, दोस्तों हमारे उत्तराखंड में करीब 21 नदियां बहती हैं, जिनके बारे में मैं आपको थोड़ा सा बताने जा रहा हूं। उत्तराखंड की नदियों के बारे में हम और आगे बढ़ेंगे, लेकिन अभी के लिए मैं कुछ ही बातें बताने की कोशिश करूंगा।


इन नदियों के बारे में जानने से पहले मैं आपको यह बताने जा रहा हूं कि नदियां हिमालय और वहां गिरने वाली बर्फ से पैदा होती हैं। जिस पर मनुष्य का अनमोल जीवन निर्भर करता है, हिमालय में अक्टूबर और अप्रैल में बर्फ गिरती है और यह बर्फबारी जनवरी-फरवरी में अधिक हो जाती है।


 दोस्तों अब सीधे बात करते हैं उत्तराखंड की उन नदियों की।

भागीरथी नदी इस नदी का उद्गम गोमुख में है, जो चौखम्भा चोटी के उत्तर-पश्चिमी भाग पर स्थिर गंगोत्री हिमशाखर से 4000 मीटर की ऊँचाई पर है।


 इसी तरह अब मैं उत्तराखंड की अन्य नदियों के बारे में बताने जा रहा हूं।


 अलकनंदा नदी इस नदी का प्राचीन नाम विष्णुगंगा भी है, इसका उद्गम चमोली के उत्तरी भाग में अलकापुरी तट हामंद और सतोपंथ शिखर के सतोपंथ ताल से होता है।


 विष्णुगंगा नदी विष्णुप्रयाग में अलकनंदा से मिलती है।

अलकनंदा की एक अन्य सहायक नदी को धवल भयुन्दय नदी के नाम से भी जाना जाता है।


 पिंडार नदी हिमशैल से होकर बहती है और कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी में मिल जाती है।


 धौलीगंगा नदी अलकनंदा नदी में भी मिलती है और गढ़वाल और तिब्बत के बीच नीती दर्रे से निकलती है, इसकी कुछ सहायक नदियाँ हैं - पारला, कामत, अमृतगंगा आदि।



अमृतगंगा नदी जो कागभूसंड चोटी के बांकुंड हिमखंड से निकलती है। इसी प्रकार दूधगंगा भी कालापानी हिमखंड से निकलती है।


 आगे मैं आपको जिस नदी के बारे में बताने जा रहा हूं वह मंदाकनी नदी है जो सतोपंथ और खारक हिंदखंड से निकलती है और रुद्रप्रयाग के पास अलकनंदा नदी में मिल जाती है।



केदारनाथ में मंदाकिनी भंडाल नदी वर्षा आधारित है और यह देहरादून घाटी में सोंग नदी से मिलती है।


 बिंदल नदी प्राकृतिक स्रोतों से बनी है और मसूरी के पास से निकलती है, वही यमुना नदी बंदरपुछ छोटी के आधार से निकलती है और कालसी में यमुना नदी में मिल जाती है।


 सोंग नदी मध्य पूर्वी क्षेत्र के पानी से बनी है और यह ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा में मिलती है।

अगर काली नदी की बात करें तो यह नदी पूर्वी कुमाऊं और पश्चिमी नेपाल क्षेत्र में है। और धौली गंगा काली नदी की सहायक नदी है और धौलीगंगा काली नदी की सहायक नदी है। दूसरी ओर, गोला नदी कुमाऊं की एक छोटी नदी है, यह नदी प्राकृतिक स्रोतों से बनती है।


 रामगंगा नदी दक्षिण-पश्चिमी कुमाऊँ में इसका जलग्रहण क्षेत्र है, यह मैदानों में कालागढ़ तक पहुँचती है और बाद में कन्नौज के पास गंगा नदी में मिल जाती है।



जाहरवी नदी उत्तरकाशी के पास भागीरथी में मिलती है और मंदाकिनी नदी नंदप्रयाग के पास अलकनंदा नदी में मिलती है।


                   🙏🙏धन्यवाद🙏🙏

©Himanshu Singh
  उत्तराखंड की नदियां

उत्तराखंड की नदियां #जानकारी


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