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kaviranveerchara0020
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Kavi Ranveer Charan

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Kavi Ranveer Charan

बजेगी घंटियाँ और धनुष की टंकार होगी ।
घरा गगन पाताल से रामकी जयकार होगी ।।

नित दिन जपता नाम राम का,
पूजा करता जाता हूँ।
नाम राम का जपते जपते,
राम लीन हो जाता हूँ।
राम नाम के दो अक्षर से,
भवसागर तर जाता हूँ।
राम की भक्ति करता हूँ मैं,
राम भक्त कहलाता हूँ।।

~ कवि रणवीर चारण 
 भदौरा, नागौर (राज. )
मौ 9680745147, 
8739960866 #SilentWaves
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Kavi Ranveer Charan

Expression Depression *भारत-चीन हमले* में भारतीय *शहीदों* को नमन
करते हुए गांव भदौरा  नागौर, से ओज कवि*रणवीर चारण*
अपनी पंक्तियों से *श्रद्धांजलि* अर्पित करता है और
*चीन को जवाब* देने की एक कोशिश - >>                    
                        
"हरफ़, अल्फ़ाज़, ज़र्रे में यही पैग़ाम लिखा है,
तिरंगे के  वसन में  सिर्फ  चारों धाम  लिखा है,
शहीदों को नमन  झुक कर के करता हूँ ये कहता हूँ,
मेरी साँसों पे मेरे  फौजियों का  नाम लिखा है..!"
"वतन भारत ये कहता है अँधेरे को हटाने का,
कलेजे में  रखा दम  चीनियों  के खूँ बहाने का,
हमारे पास  भी परमाणु बम, गोली, लड़ाकू  हैं,, 
समय अब आ चुका है चीन को सूली चढ़ाने का.!"                   🇮🇳जय हिंद🇮🇳
          *कवि रणवीर चारण*
*गांव -भदौरा, नागौर (राज.)* 
            9680745147 #expression
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Kavi Ranveer Charan

जल में खड़ी अनाथ मैं, जल रही हूं नाथ मैं।
अपराध क्या ऐसा किया, बस मुंह में एक फल लिया।
भूख प्यास से विकल खुशहाल हो निगल लिया ।
क्या पता था कि छल कपट का ग्रास मैंने है किया
फूटा धमाका बनकर जो, जल खड़ी हूं अनाथ मैं ।।

जब ग्राह ने ग्रसा मुझे तो अार्त स्वर पुकारा था ।
दौड़े थे चले आए, मुझे ग्राह  से उबारा था ।
फिर आज क्यूं ना आये प्रभु,संज्ञान क्यूं नहीं लिया।
गर्भस्थ से खता हुई ,अपराध य मैनें किया।
काया छिलित आहत हृदय से जा रही हूं नाथ मैं।।
                ‌‌‌‌         
  कवि रणवीर चारण #RIPHUMANITY
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Kavi Ranveer Charan

 2019 में न जाने कितनों के सपने टूटे,
बहुतों के बेटे मरे बहुतों के घर  फूटे।
2020!तुझे बुलाते हैं हम एक शर्त पर
तेरी हजूरी में ना कोई प्रियंका जले
ना कोई दामिनी,आसिफा लूटे॥

*अंग्रेजी नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं*
*_______कवि-रणवीरसिंह चारण*

2019 में न जाने कितनों के सपने टूटे, बहुतों के बेटे मरे बहुतों के घर फूटे। 2020!तुझे बुलाते हैं हम एक शर्त पर तेरी हजूरी में ना कोई प्रियंका जले ना कोई दामिनी,आसिफा लूटे॥ *अंग्रेजी नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं* *_______कवि-रणवीरसिंह चारण* #कविता #nojotophoto

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Kavi Ranveer Charan

(प्रियंका रेड्डी के बलात्कार और हत्या पर आधारित |)   
                                                                      
मौन रहूं या मुंह खोलूं समझ नहीं कुछ आता  है
घर जाती एक बिटिया को कोई खूब तड़पाता है
भारत  जैसा  देश  जहां  पूजी  जाती  है  कन्या
वहां सुरक्षा हेतु कोई कानून  नहीं  बन  पाता  है

मौन साधे हुए लोगो  प्रतिक्रिया  अब  जरूरी  है
अपनी हर बहन की सुरक्षा करना अब जरूरी है
भरोसा नहीं  है  आज  किसी  भी  अनजान  का
सुरक्षा हेतु खुद पर ही निर्भर रहना अब जरूरी है

ऐसा करने वाले को अपराधी मानने भर से क्या होगा
जेल में डाल कर सालों केस चलाने भर से क्या होगा
न्यायिक प्रक्रिया के तहत एक फैसला बहुत जरूरी है

'प्रियंका' हत्यारों को बीच चौराहे में फांसी पर लटकाना होगा     
 कवि-रणवीर सिंह चारण (प्रियंका रेड्डी के बलात्कार और हत्या पर आधारित |)   
                                                                      मौन रहूं या मुंह खोलूं समझ नहीं कुछ आता  है
घर जाती एक बिटिया को कोई खूब तड़पाता है
भारत  जैसा  देश  जहां  पूजी  जाती  है  कन्या
वहां सुरक्षा हेतु कोई कानून  नहीं  बन  पाता  है

मौन साधे हुए लोगो  प्रतिक्रिया  अब  जरूरी  है
अपनी हर बहन की सुरक्षा करना अब जरूरी है

(प्रियंका रेड्डी के बलात्कार और हत्या पर आधारित |) मौन रहूं या मुंह खोलूं समझ नहीं कुछ आता है घर जाती एक बिटिया को कोई खूब तड़पाता है भारत जैसा देश जहां पूजी जाती है कन्या वहां सुरक्षा हेतु कोई कानून नहीं बन पाता है मौन साधे हुए लोगो प्रतिक्रिया अब जरूरी है अपनी हर बहन की सुरक्षा करना अब जरूरी है

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Kavi Ranveer Charan

उनका आशियाँ दिल में बसाया है,
उनकी यादो को सीने से लगाया है,
पता नहीं याद आती है वो ही क्यों,
दोस्त तो हमने औरों को भी बनाया है…
कवि- रणवीरसिंह चारण उनका आशियाँ दिल में बसाया है,
उनकी यादो को सीने से लगाया है,
पता नहीं याद आती है वो ही क्यों,
दोस्त तो हमने औरों को भी बनाया है…
  कवि-रणवीर सिंह चारण

उनका आशियाँ दिल में बसाया है, उनकी यादो को सीने से लगाया है, पता नहीं याद आती है वो ही क्यों, दोस्त तो हमने औरों को भी बनाया है… कवि-रणवीर सिंह चारण #शायरी

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Kavi Ranveer Charan

*कारगिल विजय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं*

मेरे वतन का चैनो अमन तो आज भी जिंदा है

मांग का सिंदूर हाथों का कंगन तो आज भी जिंदा है

तुमने तो खूब करी थी कोशिशें फिर भी सुनो!

मेरा जाधव मेरा अभिनन्दन तो आज भी जिंदा है।।
  *कवि-रणवीरसिंह चारण"अवध"*
*मो.9680745147*  


 *कारगिल विजय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं*

मेरे वतन का चैनो अमन तो आज भी जिंदा है

मांग का सिंदूर हाथों का कंगन तो आज भी जिंदा है

तुमने तो खूब करी थी कोशिशें फिर भी सुनो!

*कारगिल विजय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं* मेरे वतन का चैनो अमन तो आज भी जिंदा है मांग का सिंदूर हाथों का कंगन तो आज भी जिंदा है तुमने तो खूब करी थी कोशिशें फिर भी सुनो!

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Kavi Ranveer Charan

क्या करोगे मेरा नाम जान कर ।
भूल जाओगे पराया मान कर।
-------रणवीरसिंह चारण क्या करोगे मेरा नाम जान कर ।
भूल जाओगे पराया मान कर।
-------रणवीरसिंह चारण

क्या करोगे मेरा नाम जान कर । भूल जाओगे पराया मान कर। -------रणवीरसिंह चारण

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Kavi Ranveer Charan

!!!!!    सुन न माँ !!!!           
माँ तेरी बातों को हम,सिने से लगाये बैठे हैं 
माँ तेरी य़ादों में,हर सुख भूलाये बैठे हैं 
जब जब ये पूरवा चलती है,क्यूँ   तेरी य़ाद दिलाती है?
जब जब चौखट पे हलचल हो,क्यूँ लगे की तेरी आहट है?
जब तन्हा मै हो जाता हूँ,क्यूँ लगे तू पास में बैठी हैं ?
जब होती आँखें नम मेरी,क्यूँ लगे के तू भी रोती हैं?
हैं पागलपन या वहम मेरा ,जो तुझको महसुस करे 
ये कैसा एहसास मेरा, जो हर पल तेरा स्वप्न धरे ..
देखो ना फिर आज मुझे,हैं तेरा आभास हुआ 
हैं नही तेरा वजुद तो फिर,क्यों ऐसा एहसास हुआ 
वो हस्पताल का, आखिरी पल आँखो से गीरता वो निर्झर,वो खाली खाली सा दामन,वो अश्रूपुरित विवहल मन 
सांसों  की बेचैंनी वो जीवन का वो अस्ताचल
क्या क्या लिखूँ तु सुन ना माँ! हर बात दबाये बैठे हैं 
इस भावशुन्य से जंगल में हर घाव भूलाये बैठे हैं 
माँ तेरी यादों को हम सिने से लगाये बेठे हैं।।
 --कवि-रणवीरसिंह चारण 
गांव भदौरा, जिला नागौर, राजस्थान (हॉल-पिपाड़ शहर जौधपूर)
मौ.9680745147 सुन न माँ

सुन न माँ

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Kavi Ranveer Charan

अब जय घोस गूंज उठा है कश्मीरी घाटी में 
आतंकी हमला अब नहीं झेल पाएंगे ।
सरकार सेना को अब आदेश दिला 
ईंटौ का जवाब पत्थरों से देना हौगा,
अब आदेश दिलादो फिर से धमाल मचाएगे ।
बयालीस के बदले चारसौ बयालीस मार गिराएगे ।
करके एक के ऊपर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक करवाएंगे ।
जहां छुपा होगा आतंकी वही मार गिराएगे । 
कवि रणवीरसिंह चारण  #NojotoQuote अब जय घोस गूंज उठा है कश्मीरी घाटी में 
आतंकी हमला अब नहीं झेल पाएंगे ।
सरकार सेना को अब आदेश दिला 
ईंटौ का जवाब पत्थरों से देना हौगा,
अब आदेश दिलादो फिर से धमाल मचाएगे ।
बयालीस के बदले चारसौ बयालीस मार गिराएगे ।
करके एक के ऊपर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक करवाएंगे ।
जहां छुपा होगा आतंकी वही मार गिराएगे । कवि-रणवीर चारण

अब जय घोस गूंज उठा है कश्मीरी घाटी में आतंकी हमला अब नहीं झेल पाएंगे । सरकार सेना को अब आदेश दिला ईंटौ का जवाब पत्थरों से देना हौगा, अब आदेश दिलादो फिर से धमाल मचाएगे । बयालीस के बदले चारसौ बयालीस मार गिराएगे । करके एक के ऊपर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक करवाएंगे । जहां छुपा होगा आतंकी वही मार गिराएगे । कवि-रणवीर चारण

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