कल रात मैंने अपने सारे ग़म,
कमरे की दीवार पर लिख डाले,
बस फिर हम सोते रहे और दीवारे रोती रही
Kuldeep Ruheala
जब तेरी मुलाक़ात मुझे याद आती है।
तेरे लबों की बात मुझे याद आती है।
दिल में चुभती हैं अदाएँ तेरे हुस्न की-
ख़्वाहिशों की हर रात मुझे याद आती है।
मुक्तककार- kuldeepkalidaas@gmail.com
Kuldeep Ruheala
दुनिया में वफ़ा की रीत बदल जाती है।
हार कर मंज़िल को जीत बदल जाती है।
ठोकरें हालात की मिलतीं हैं इस क़दर-
लोगों के दिल में प्रीत बदल जाती है।
kuldeepkalidaas@gmail.com
Kuldeep Ruheala
Hello friends sweet sweet good morning..
""तोडेंगे"""#गुरुर """इश्क """का ""?..?.?.
#और """:इस #कदर ""सुधर""#जाएंगे ......
""खड़ी ""रहेगी #मोहब्बत ""राह""" में ...
और ... #हम ""सामने"" से #गुजर ""जाएंगे""
..
..
Kuldeep Ruheala
💑मौसम 💕की पहली बारिश
☔का #शौक तुम्हें होगा,😍
👫हम तो रोज #किसी 💑की
यादो में भीगें रहते है !!😘
Kuldeep Ruheala
किसी खूबसूरत किताब के अल्फाज बन के आओ ना
मेरी जिंदगी की आखरी तुम रात बन कर आओ ना
मिल कर करे हिसाब ऐ दिल तुम पास में बैठो जरा
मेरी हर तड़प की तुम दवा एक बार बन के आओ ना