जब ख़ुद का ख़ुदी को पता नहीं होता है,
तब ख़ुदा कहीं मंदिर-मस्जिद…में बैठा होता है।
#booklover#समाज
Shubham Anand Manmeet
चाहता हूँ ऐसे तुम को
जैसे बाती संग हो दीप..!
रहती आँखों में मेरे तुम
जैसे रक्खे मोती को सीप..!!
बिन तुम्हारे व्यर्थ जीवन
बिन तुम्हारे लगे न मन..! #ValentinesDay#लव
सुनो तुम जैसी हो मुझे वैसे ही अच्छी लगती हो
बिना मेकअप के, और बाल उलझे हुए।
हरकतें पागलों सी, विचार सुलझे हुए।
सिम्पल से कपड़े, और सिम्पल सी बात।
गालों में पिम्पल, और ये टेढ़े मेढ़े दांत ।
दिल की साफ, बस दिमाग की कच्ची लगती हो। #लव
Shubham Anand Manmeet
✧✧Breakup✧✧
हां सही कहती थी तुम,
सही कहती थी तुम कि कभी मुझे रिश्तो को अप्रोच करना नहीं आता...
जानती है क्यों नहीं आता क्योंकि मैंने कभी रिश्ते देखें ही नहीं है..
क्योंकि मैंने तो जब भी होश संभाला खुद को अकेले ही देखा..
कोई कभी मेरे पास ऐसा था ही नहीं जो मेरा हाथ पकड़ सके
मैं तो जब भी गिरा खुद ही उठा.. #ज़िन्दगी#BookLife
Shubham Anand Manmeet
लाश मेरी यहाँ से ले जाना
शहर से दूर मुझको दफ़नाना
मैं तुझे देखूं ग़ैर का होते
इससे बेहतर है मेरा मर जाना
मैं तेरा हूँ तेरा रहूंगा और
तू मेरा है ये मैंने कब माना #ज़िन्दगी#Goodevening
Shubham Anand Manmeet
तेरा एक मैसेज और मेरे लबों पर मुस्कान
हाय दिल को ये मेल कितना सुकून दे जाता है
तेरा देर तक मुझसे यूँ ही बातें करना
हाय मेरे दिन भर के काम को विराम दे जाता है
तेरा मुझसे यूँ ही बिन बात के बहस करना
हाय खुली आँखों से भी मुझे सपने दिखा जाता है #ज़िन्दगी
Shubham Anand Manmeet
तुम्हारे प्यार का बदला हुआ अंदाज ये लगता।
तुम्हारी आँख में कोई छिपा-सा राज ये लगता।
लिये अपने उदासी को जमाने में भटकता हूँ,
किरण कोई नहीं दिखती, लुटा-सा ताज ये लगता।
शुभम आनंद मनमीत
#शायरी
Shubham Anand Manmeet
अब फिर से किसी की एक मुस्कान पर मर जाना है,
अब फिर से किसी की फोन के इंतजार में घंटों बिताना है,
पुराने जख्म सारे भर गए, मुझे अब फिर से इश्क करना है!!
शुभम आनंद मनमीत
Shubham Anand Manmeet #विचार
Shubham Anand Manmeet
चाहत का तेरी ख़ुद पे असर देख रहे हैं ।
आती नज़र है तू ही जिधर देख रहे हैं।।
शुभम आनंद मनमीत
Shubham Anand Manmeet
#soulmate Love #शायरी