आकर शहर में गाँव ढूँढता है वो , काट कर पेड़ों को छाँव ढूँढता है वो । #story
Mirza
*रिश्तों की चाय में शक्कर ज़रा माप के ही रखना...*
*फीकी हुई तो स्वाद नही आएगा..*
*ज्यादा मीठी हुई तो मन भर जाएगा...*👌 #Shayari
Mirza
रात थोड़ी नींद भेज , इक ख्वाब देखना है , नींद में मुझको , मेरा मेहताब देखना है . . .
Mirza
Woh tez barish thi Aur main mitti Divya Joshi Kalyani Shukla Sachika Gupta Havaruni Dueby Gagandeep Singh #story
Mirza
वो जिंदगी को लम्हो में और लम्हो को जिंदगी में बदल देते है , मेरे यार कुछ जादुगर है , बिना छुये भी मेरे जख़्मों पर मरहम मल देते है । Elappy friendship day