Nojoto: Largest Storytelling Platform
realtalk3584
  • 381Stories
  • 508Followers
  • 2.3KLove
    434Views

हिंदीवाले

follow me on Instagram - @hindivale कोशिश है लगातार कुछ बेहतर लिखू

  • Popular
  • Latest
  • Video
a4b7587ac646fa1d1c8a62071d450dd8

हिंदीवाले

मनुष्य घुसपैठिया और बर्बर है
हर उस उजड़ते जंगल 
सूखती नदियों 
ढहते पहाड़ों के नजर में
~हिंदीवालें

©हिंदीवाले मनुष्य घुसपैठिया और बर्बर है
हर उस उजड़ते जंगल 
सूखती नदियों 
ढहते पहाड़ों के नजर में
~हिंदीवालें

मनुष्य घुसपैठिया और बर्बर है हर उस उजड़ते जंगल सूखती नदियों ढहते पहाड़ों के नजर में ~हिंदीवालें #कविता

a4b7587ac646fa1d1c8a62071d450dd8

हिंदीवाले

जाने वाले से मुलाक़ात न होने पाई
दिल की दिल में ही रही बात न होने पाई
~शकील बदायुनी

©हिंदीवाले
a4b7587ac646fa1d1c8a62071d450dd8

हिंदीवाले

कविताएं ही आने वाले वक्त में इंकलाब लाएंगी.
कविताएं ही एक दिन कामयाब होंगी
नफरती आवाजों को दफ्न
करने में.
आखिर कब तक हम
संवेदनाओं से भरे हृदय को,
नफरतों से भरते रहेंगे.
आखिर में कविताएं
हर हृदय के हिस्से 
का प्रेम,उन तक पहुचाएंगी.
~हिंदीवालें

©हिंदीवाले कविताएं ही आने वाले वक्त में इंकलाब लाएंगी.
कविताएं ही एक दिन कामयाब होंगी
नफरती आवाजों को दफ्न
करने में.
आखिर कब तक हम
संवेदनाओं से भरे हृदय को,
नफरतों से भरते रहेंगे.
आखिर में कविताएं

कविताएं ही आने वाले वक्त में इंकलाब लाएंगी. कविताएं ही एक दिन कामयाब होंगी नफरती आवाजों को दफ्न करने में. आखिर कब तक हम संवेदनाओं से भरे हृदय को, नफरतों से भरते रहेंगे. आखिर में कविताएं

a4b7587ac646fa1d1c8a62071d450dd8

हिंदीवाले

कैसा क्रूर भाग्य का चक्कर
कैसा विकट समय का फेर
कहलाते हम- बीकानेरी
कभी न देखा- बीकानेर

जन्मे ‘बीकानेर’ गाँव में
है जो रेवाड़ी के पास
पर हरियाणा के यारों ने
कभी न हमको डाली घास

हास्य-व्यंग्य के कवियों में
लासानी समझे जाते हैं
हरियाणवी पूत हैं-
राजस्थानी समझे जाते हैं
~अल्हड़ बीकानेरी

©हिंदीवाले कैसा क्रूर भाग्य का चक्कर
कैसा विकट समय का फेर
कहलाते हम- बीकानेरी
कभी न देखा- बीकानेर

जन्मे ‘बीकानेर’ गाँव में
है जो रेवाड़ी के पास
पर हरियाणा के यारों ने

कैसा क्रूर भाग्य का चक्कर कैसा विकट समय का फेर कहलाते हम- बीकानेरी कभी न देखा- बीकानेर जन्मे ‘बीकानेर’ गाँव में है जो रेवाड़ी के पास पर हरियाणा के यारों ने #कविता

a4b7587ac646fa1d1c8a62071d450dd8

हिंदीवाले

तुम्हे ग़ैरों से कब फ़ुर्सत हम अपने ग़म से कम ख़ाली
चलो बस हो चुका मिलना न तुम ख़ाली न हम ख़ाली
~जाफर अली हसरत

©हिंदीवाले तुम्हे ग़ैरों से कब फ़ुर्सत हम अपने ग़म से कम ख़ाली
चलो बस हो चुका मिलना न तुम ख़ाली न हम ख़ाली
~जाफर अली हसरत

तुम्हे ग़ैरों से कब फ़ुर्सत हम अपने ग़म से कम ख़ाली चलो बस हो चुका मिलना न तुम ख़ाली न हम ख़ाली ~जाफर अली हसरत #शायरी

a4b7587ac646fa1d1c8a62071d450dd8

हिंदीवाले

नीद के हिस्से की रातें
हम जागने में खर्च कर 
रहे है
~हिंदीवालें

©हिंदीवाले नीद के हिस्से की रातें
हम जागने में खर्च कर 
रहे है
~हिंदीवालें

नीद के हिस्से की रातें हम जागने में खर्च कर रहे है ~हिंदीवालें #शायरी

a4b7587ac646fa1d1c8a62071d450dd8

हिंदीवाले

घर से निकले थे हौसला करके
लौट आए ख़ुदा ख़ुदा करके

दर्द-ए-दिल पाओगे वफ़ा करके
हमने देखा है तजुर्बा करके

ज़िन्दगी तो कभी नहीं आई
मौत आई ज़रा ज़रा करके

लोग सुनते रहे दिमाग़ की बात
हम चले दिल को रहनुमा करके

किसने पाया सुकून दुनिया में
ज़िन्दगानी का सामना करके
~राजेश रेड्डी

©हिंदीवाले
a4b7587ac646fa1d1c8a62071d450dd8

हिंदीवाले

तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं
किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं
~ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

©हिंदीवाले तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं
किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं
~ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं ~ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ #शायरी

a4b7587ac646fa1d1c8a62071d450dd8

हिंदीवाले

अपनी आवाज खोने का अर्थ है
हमारे भीतर किसी चीज का मर जाना
~एलिफ शफक

©हिंदीवाले अपनी आवाज खोने का अर्थ है
हमारे भीतर किसी चीज का मर जाना
~एलिफ शफक

अपनी आवाज खोने का अर्थ है हमारे भीतर किसी चीज का मर जाना ~एलिफ शफक #विचार

a4b7587ac646fa1d1c8a62071d450dd8

हिंदीवाले

रोते फिरते हैं सारी सारी रात
अब यही रोज़गार है अपना
~मीर तकी मीर

©हिंदीवाले रोते फिरते हैं सारी सारी रात
अब यही रोज़गार है अपना
~मीर तकी मीर

रोते फिरते हैं सारी सारी रात अब यही रोज़गार है अपना ~मीर तकी मीर #शायरी

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile