कुमार विश्वास है आपका शुभ नाम
मोहब्बत की शायरी सुनाकर कर दो खूबसूरत आज की शाम
जो जल रहे है अब तलक बेबफाई की आग मे
सुनकर मिले उन आशिको को आराम
न हो मोहब्बत मे पड़कर कोई बदनाम ,
आपकी शायरी गजल कविताओ से आन्नदित हो
उठे मन मोहब्बत के मारो का
करने लगे उनकी नजरे आपको सलाम
कुमार विश्वास है आपका शुभ नाम
मोहब्बत की शायरी सुनाकर कर दो खूबसूरत आज की शाम
जो जल रहे है अब तलक बेबफाई की आग मे
सुनकर मिले उन आशिको को आराम
न हो मोहब्बत मे पड़कर कोई बदनाम ,
आपकी शायरी गजल कविताओ से आन्नदित हो
उठे मन मोहब्बत के मारो का
करने लगे उनकी नजरे आपको सलाम
Pranshul Gupta
कुमार विश्वास है आपका शुभ नाम
मोहब्बत की शायरी सुनाकर कर दो खूबसूरत आज की शाम
जो जल रहे है अब तलक बेबफाई की आग मे
सुनकर मिले उन आशिको को आराम
न हो मोहब्बत मे पड़कर कोई बदनाम ,
आपकी शायरी गजल कविताओ से आन्नदित हो
उठे मन मोहब्बत के मारो का
कुमार विश्वास है आपका शुभ नाम
मोहब्बत की शायरी सुनाकर कर दो खूबसूरत आज की शाम
जो जल रहे है अब तलक बेबफाई की आग मे
सुनकर मिले उन आशिको को आराम
न हो मोहब्बत मे पड़कर कोई बदनाम ,
आपकी शायरी गजल कविताओ से आन्नदित हो
उठे मन मोहब्बत के मारो का
Pranshul Gupta
उम्मीद न रख कभी तू इन्सान से
विश्वास की डोर बांधे रखना तू भगवान से
निर्णय करना सही गलत का तू अपने अनुभव और ईमान से
न खो देना तू खुद को खुद से जीना जीवन तू शान से
आंख मिलाना तू दुश्मन से ऐसे
वो सर झुकाये तेरे सामने सम्मान से
आधी रातो मे वो डर डरकर जागे
उम्मीद न रख कभी तू इन्सान से
विश्वास की डोर बांधे रखना तू भगवान से
निर्णय करना सही गलत का तू अपने अनुभव और ईमान से
न खो देना तू खुद को खुद से जीना जीवन तू शान से
आंख मिलाना तू दुश्मन से ऐसे
वो सर झुकाये तेरे सामने सम्मान से
आधी रातो मे वो डर डरकर जागे
Pranshul Gupta
साल के प्रत्येक महीने का महत्व समझाती कविता
जन जन के जेहन में प्यार स्नेह व समर्पण का
संदेश देती है जनवरी
फिजाओं में विश्वास के रंग से अंग अंग को प्रफ्फुल्लित करती है फरवरी
मानवीय नैतिक मूल्यों के प्रति प्रतिवद्धता का आगाज है मार्च
जीवन मे अपार आशाओ अपनत्व की भावना का संचार करता है अप्रैल
ममता वात्सल्य की प्रतिमूर्ति है ममतामयी मॉ को समर्पित मई
जयति जयति जय जगदम्बे के जयकारे जून
साल के प्रत्येक महीने का महत्व समझाती कविता
जन जन के जेहन में प्यार स्नेह व समर्पण का
संदेश देती है जनवरी
फिजाओं में विश्वास के रंग से अंग अंग को प्रफ्फुल्लित करती है फरवरी
मानवीय नैतिक मूल्यों के प्रति प्रतिवद्धता का आगाज है मार्च
जीवन मे अपार आशाओ अपनत्व की भावना का संचार करता है अप्रैल
ममता वात्सल्य की प्रतिमूर्ति है ममतामयी मॉ को समर्पित मई
जयति जयति जय जगदम्बे के जयकारे जून
Pranshul Gupta
इक आस है जिन्दगी इक विश्वास है जिन्दगी
हर पल मौत के आसपास है जिन्दगी
जिन्दादिली का ही नाम है जिन्दगी
अफसोस से छिटककर दूर
जो मिला है जीभरकर जिऐं
जीने का नाम ही है जिन्दगी
इक आस है जिन्दगी इक विश्वास है जिन्दगी
हर पल मौत के आसपास है जिन्दगी
जिन्दादिली का ही नाम है जिन्दगी
अफसोस से छिटककर दूर
जो मिला है जीभरकर जिऐं
जीने का नाम ही है जिन्दगी
Pranshul Gupta
गु़जर रही है जिन्दगी आहिस्ता आहिस्ता
आज नही कल मिलेगा जरूर रास्ता
न हैरान हो यह देखकर
अपनों ने न दिया अपनेपन का वास्ता
गु़जर रही है जिन्दगी आहिस्ता आहिस्ता
आज नही कल मिलेगा जरूर रास्ता
न हैरान हो यह देखकर
अपनों ने न दिया अपनेपन का वास्ता
Pranshul Gupta
फूलो से सुशोभित हो जाये जहां सारा
दीपो से जगमगाये ये संसार
प्रार्थना करता मै सद मन से
माँ लक्ष्मी सरस्वती सगं आये गणेश जी आपके घर द्वार
शुभ दीपावली
फूलो से सुशोभित हो जाये जहां सारा
दीपो से जगमगाये ये संसार
प्रार्थना करता मै सद मन से
माँ लक्ष्मी सरस्वती सगं आये गणेश जी आपके घर द्वार
शुभ दीपावली
Pranshul Gupta
मुझको फिकर नही जमाने की
अव चाहत है वस कुछ कर दिखाने की
खुदा को आदत है अच्छे लोगो को आजमाने की
जरूरत नही अपना हाल ये दिल किसी को वताने की
हम सवको जरूरत है मुस्कराने की
अपने दिलो मे प्रेम के दीपक जलाने की
मुझको फिकर नही जमाने की
अव चाहत है वस कुछ कर दिखाने की
खुदा को आदत है अच्छे लोगो को आजमाने की
जरूरत नही अपना हाल ये दिल किसी को वताने की
हम सवको जरूरत है मुस्कराने की
अपने दिलो मे प्रेम के दीपक जलाने की