वो लड़की कभी जवाब पूरे नहीं देती थी
और मेरा दिन उसकी आधी जवाबों मे निकल जाता था।....
एक मैं था जो दिन भर उसकी राह देखता
शाम को वो देख ले एक नज़र.. मेरा दिल पिघल जाता था
वो लड़की मुस्कान भी आधी ही देती थी मुझे
सहेलियों का चिढ़ाना और ज़माने का डर उसे सताता था...
और मैं पागल उस आधी मुस्कान के सहारे #restzone#mai_bekhabar#rzलेखकसमूह#collabwithmb#rztask453