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zindagieknazm1863
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Zindagi_ek_nazm

लेखक, नये दौर के ! माँ पर लिखना ज़्यादा भाता है ♥️

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Zindagi_ek_nazm

आओ अब उठा दें पर्दा इस आँचल से, सराबोर होते हैं इश्क़ के मज़हब में ! दकियानूसी छोड़ जीते हैं, उस मधुर संगीत में ! ©प्रसन्न शेखर सिंह

आओ अब उठा दें पर्दा इस आँचल से, सराबोर होते हैं इश्क़ के मज़हब में ! दकियानूसी छोड़ जीते हैं, उस मधुर संगीत में ! ©प्रसन्न शेखर सिंह

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Zindagi_ek_nazm

पता नहीं क्यूँ? ए मुशाईर हम इस चांदनी रात में,
उसकी नशीली आँखों को यूँ देखते ही रह गए  |

©प्रसन्न शेखर सिंह

 पता नहीं क्यूँ? ए मुशाईर हम इस चांदनी रात में,
उसकी नशीली आँखों को यूँ देखते ही रह गए  |

©प्रसन्न शेखर सिंह

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@hindiwriters @mushaaiir @reshamthegreat @hindilekh

पता नहीं क्यूँ? ए मुशाईर हम इस चांदनी रात में, उसकी नशीली आँखों को यूँ देखते ही रह गए | ©प्रसन्न शेखर सिंह Follow @zindagi_ek_nazm on @mirakeeapp @hindiwriters @mushaaiir @reshamthegreat @hindilekh #Poetry #Hindi #igwriters #prose #instapoet #poets #hindiwriting #hindipoetry #instamood #hindilove #shabd #hindikavi #instapoetry #hindikavyasgram #hindikavitayen

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Zindagi_ek_nazm

ख्वाजा जी के दर 
पर अश्क़ भूल आया हूँ 
अपने,

जाउगी जब आज शाम 
लेती आना, 

क्यूंकि कल मैं तुम्हारे 
लाया था !

©१:११ ख्वाजा जी के दर 
पर अश्क़ भूल आया हूँ 
अपने,

जाउगी जब आज शाम 
लेती आना, 

क्यूंकि कल मैं तुम्हारे

ख्वाजा जी के दर पर अश्क़ भूल आया हूँ अपने, जाउगी जब आज शाम लेती आना, क्यूंकि कल मैं तुम्हारे #Poetry #Hindi #hindiwriters #prose #instapoet #poets #hindiwriting #hindipoetry #hindilekh #hindilove #shabd #hindikavi #instapoetry #hindikavyasgram #hindikavitayen

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Zindagi_ek_nazm

उन्हे नहीं पता तुम मेरे लिये क्या हो.. 
इसी लिये वो कभी मुझसे, तो कभी तुमसे,
सवाल किया करते हैं!

©प्रसन्न शेखर सिंह  उन्हे नहीं पता तुम मेरे लिये क्या हो.. 
इसी लिये वो कभी मुझसे, तो कभी तुमसे,
सवाल किया करते हैं!

©प्रसन्न शेखर सिंह

उन्हे नहीं पता तुम मेरे लिये क्या हो.. इसी लिये वो कभी मुझसे, तो कभी तुमसे, सवाल किया करते हैं! ©प्रसन्न शेखर सिंह #Poetry

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Zindagi_ek_nazm

अरे ये आर्टिस्ट की दुनिया है, कुछ नगमा भी पेश कर देना, इस मुल्क में फैले आशिकों को थोड़ा तवज़्जो भी दे देना |

©प्रसन्न शेखर सिंह  अरे ये आर्टिस्ट की दुनिया है, कुछ नगमा भी पेश कर देना, इस मुल्क में फैले आशिकों को थोड़ा तवज़्जो भी दे देना |

©प्रसन्न शेखर सिंह

अरे ये आर्टिस्ट की दुनिया है, कुछ नगमा भी पेश कर देना, इस मुल्क में फैले आशिकों को थोड़ा तवज़्जो भी दे देना | ©प्रसन्न शेखर सिंह #Poetry

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Zindagi_ek_nazm

वो आशिक नहीं तेरा यार है,
ग़ौर से देख लेना..
उसे ख़ुदा ने भेजा है.. 
अपना पहरेदार मत समझ लेना |

©प्रसन्न शेखर सिंह  वो आशिक नहीं तेरा यार है,
ग़ौर से देख लेना..
उसे ख़ुदा ने भेजा है.. 
अपना पहरेदार मत समझ लेना |

©प्रसन्न शेखर सिंह

वो आशिक नहीं तेरा यार है, ग़ौर से देख लेना.. उसे ख़ुदा ने भेजा है.. अपना पहरेदार मत समझ लेना | ©प्रसन्न शेखर सिंह #Poetry

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Zindagi_ek_nazm

 Stop privatisation of Indian Railways 🙏

Stop privatisation of Indian Railways 🙏 #Travel

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Zindagi_ek_nazm

 #समय 🍁

तेरे प्यार का न था आसरा मुझे, 
तू आयी थी वफ़ा निभाने,

सिखा गयी ज़िन्दगी का सार,
दिखा गयी मुझे इक रस्ता नया,

#समय 🍁 तेरे प्यार का न था आसरा मुझे, तू आयी थी वफ़ा निभाने, सिखा गयी ज़िन्दगी का सार, दिखा गयी मुझे इक रस्ता नया, #Poetry

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Zindagi_ek_nazm

 अधूरी कविता लिये 
दौड़ रहा उसकी गाड़ी के पीछे 
वादा जो किया था 
साथ में लिखेंगे ! 

© 1:11

अधूरी कविता लिये दौड़ रहा उसकी गाड़ी के पीछे वादा जो किया था साथ में लिखेंगे ! © 1:11 #Poetry

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Zindagi_ek_nazm

 ना कहानी ना दास्तां ब्यां करता हूँ मैं,
बस अपनी रोज़-मर्रा की ज़िंदगी व्यतीत करता हूँ मैं, 
दो लफ़्ज़ों की जुबानी नहीं कहता,
अपने दिल का आलम ब्यां करता हूँ मैं !
©प्रसन्न शेखर सिंह

ना कहानी ना दास्तां ब्यां करता हूँ मैं, बस अपनी रोज़-मर्रा की ज़िंदगी व्यतीत करता हूँ मैं, दो लफ़्ज़ों की जुबानी नहीं कहता, अपने दिल का आलम ब्यां करता हूँ मैं ! ©प्रसन्न शेखर सिंह #Poetry

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