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आदिल सरफ़रोश

mohdadil.k2009@gmail.com

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आदिल सरफ़रोश

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आदिल सरफ़रोश

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आदिल सरफ़रोश

#Bollywood 
#viral 
#SuperBloodMoon 
#Song  
#shayri 
#poem
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आदिल सरफ़रोश

आगे मंदिर और पीछे कारोबार चलता है
ऐसे ही सियासत का दारोमदार चलता है

वो बिके न तो और क्या करें साहिब
पांच रुपए में कहां अख़बार चलता है

उसकी हर चीज़ है एकदम ही झांटू
मगर बिकती है क्योंकि इश्तहार चलता है

©आदिल सरफ़रोश #दिल

#दिल
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आदिल सरफ़रोश

गर होते तो आप ख्वाब मिलता कैसे
बिना फातिहा के सबाब मिलता कैसे

उन्हें है मेरे खर्चों की फ़िक्र बहुत--
न होते खर्चे तो हिसाब मिलता कैसे

©आदिल सरफ़रोश #दिल 

#OneSeason
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आदिल सरफ़रोश

गर होते तो आप ख्वाब मिलता कैसे
बिना फातिहा के सबाब मिलता कैसे

उन्हें है मेरे खर्चों की फ़िक्र बहुत--
न होते खर्चे तो हिसाब मिलता कैसे

©आदिल सरफ़रोश #दिल

#Light
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आदिल सरफ़रोश

#yqdidi  SARKAR GORAKHPURI Anshu writer  Gopi Mishra Maligram Yadav Rupesh Raj

#yqdidi SARKAR GORAKHPURI Anshu writer Gopi Mishra Maligram Yadav Rupesh Raj #शायरी

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आदिल सरफ़रोश

बेखौफ हो रहीं हैं पुतलियां किसलिए
दम तोड़ रहीं हैं सिसकियां किसलिए

जब हिन्दू भी अपने  हैं, मुसलमां भी अपने 
खामो ख्वाह जल रहीं हैं बस्तियां किसलिए 

इस फिज़ा में मिलाया है जहर किसने
बेमौत मर रही हैं तितलियां किसलिए

इधर बिगड़ रहे हैं हालात दिन-ब-दिन  
और उधर हो रहीं हैं मस्तियां किसलिए

क़त्ल करते हैं स्याह रातों में अक्सर 
दिन में अमन की तख्तियां किसलिए

©आदिल सरफ़रोश #कविता

कविता

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आदिल सरफ़रोश

बात सुनो गौर से 
इस मुश्किल दौर से
तुम अपना ख्याल रखना
हम अपना ख्याल रखेंगे
खुदा हाफ़िज़! फिर मिलेंगे!

न अश्क कभी बहाना
गमों में मुस्कुराना
तुम भी सितम सहना
हम भी सितम सहेंगे
खुदा हाफ़िज़! फिर मिलेंगे!

दोस्तों तुम्हारी खातिर
हर पल रहूंगा हाज़िर
तुम कुछ न कुछ पढ़ना
हम कुछ न कुछ लिखेंगे
खुदा हाफ़िज़! फिर मिलेंगे!

©आदिल सरफ़रोश #कविता 
#शायरी

कविता शायरी

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आदिल सरफ़रोश

मंज़िल भी मिल जाती है
पूरी हर मन्नत होती है।
मां बाप के चरणों में मित्रों
जन्नत है जन्नत होती है।।

©आदिल सरफ़रोश #yqdidi
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