Nojoto: Largest Storytelling Platform
kumarimicky3498
  • 439Stories
  • 1.9KFollowers
  • 90.7KLove
    60.0LacViews

चाँदनी

लेखिका मै एक किताब थी ऐ जिंदगी, किताब ही रह गई, तू कहानी थी, हर पन्ने पर बदल गई... गर्व से कहती हू ज्ञानियों के केंद्र और भारत के कंठहार से हू (बिहार) insta I'd: chandni_singh0502

  • Popular
  • Latest
  • Video
c146bc2c8c1057d8c7391e896e5edc2b

चाँदनी

White बहुत सी चीजें थी
दिल लगाने को

पर प्रेम मे ऐसा दिल लगा की
सब धुआँ - धुआँ हो गया

©चाँदनी
c146bc2c8c1057d8c7391e896e5edc2b

चाँदनी

Unsplash सफ़र मे साथ छूटा जो किसी का
तौहीन - ए - कश्त पर
हम झुक कर माफ़ी माँग लिए

जानिब!लम्बी जुदाई पर दिल कोरे मारता है
दिल - दिल का मरीज है

©चाँदनी #lovelife
c146bc2c8c1057d8c7391e896e5edc2b

चाँदनी

Unsplash कौन मानेगा
मै समाज विद्रोही स्त्री
इतनी सरल हूँ कि

आज भी दुनिया के ख़ौफ़ से
तुम्हारे हृदय मे बंद हो

तुम्हारे प्रेम को ओढ़ 
हर शय को बुझा देती हूँ

©चाँदनी #traveling
c146bc2c8c1057d8c7391e896e5edc2b

चाँदनी

White कितना अच्छा होता
 ये दुनिया ख़्वाब होती और तुम हकीकत


 रात को सुरमा बना ख़्वाब को नजरबंद कर लेती 
चार दिन के हकीकत के लिए

©चाँदनी #love_shayari
c146bc2c8c1057d8c7391e896e5edc2b

चाँदनी

Unsplash साँस उतरने से उतर आता है वो मुझमे

जिस रोज़ मुझे दिल का दौरा आये
गुजारिश है 

नब्ज दोनों का तलाशा जाए

©चाँदनी #mutual harmony

#Mutual harmony

c146bc2c8c1057d8c7391e896e5edc2b

चाँदनी

Unsplash उसके आदतों की खुमार हूँ मैं
उसके अक्स - नक्स मे बेसुमार हूँ मैं

सोच रही हूँ 
मुझसे जुदा हो के कैसे जीता होगा वो
जिसके सोने और जागने की खुराक हूँ मैं

©चाँदनी #lovelife
c146bc2c8c1057d8c7391e896e5edc2b

चाँदनी

प्रेत पर सवार हो
वो नरभक्षी के स्पर्श को झेलती


छीर लगा दी अंग - अंग को
मधुरसपान से वो खेलती


तृप्त हो गई काया शैतान की
अमृत अंग की जो बिखेरती


नमन है हे! जगत प्रिय
जग तवायफ़ के नाम जिसे बोलती

©चाँदनी #lalishq
c146bc2c8c1057d8c7391e896e5edc2b

चाँदनी

शहर मे मौत

चौक, चौराहे पर मौत

अख़बार मे मौत 

चर्चा मे मौत

ख़्वाब मे मौत

जुबा पे मौत

उगता चुकी हूँ ये सुन सुन के की


लाशों के जमात मौत के किस्सों पर

हुरदंग मचा रहे है

©चाँदनी #lash
c146bc2c8c1057d8c7391e896e5edc2b

चाँदनी

Unsplash हमे और तन्हा कर ऐ खुदा

जीने का मजा तब है जब तू भी
हमे रफ्फु ना कर पाएँ


सैकड़ो कलाम,  हजारों तकलिया
लाखों गजले मेरे किसी काम के नही


जब तक उन पर 
तेरा आख़िरी वार ना उतर जाए

©चाँदनी #leafbook
c146bc2c8c1057d8c7391e896e5edc2b

चाँदनी

Unsplash जीवन के उस मोड़ पर खड़ी हूँ
जहाँ ना किसी के मृत्यु पर 
रोना आता है

ना किसी नवजात के जन्म पर
हृदय प्रफुल्लित होता है

नजरे चुरा के भाग जाने का
मन होता है

कोई बुरा कहे तो 
गले लगा लेने को मन होता है

शोर को खामोश कर देने
का जी होता है

इतनी नकारात्मकता के बाद
अभी सोच रही हूँ

मनुष्य मे ये निर्जीवता 
प्रकृति के खिलाफ़ है

और खिलाफत अकाल 
का पहला चरण

©चाँदनी #
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile