गर्मी के दिनों में छतों पर शाम बिताना
अपनी ज़िंदगी के कुछ पन्ने पलट कर देखना
थोड़ा रोना,थोड़ा हँसना और थोड़ा मुस्कुराना...
छतों पर टहलते टहलते खुद से बतियाना
अपनी बातों को खुद से कहना
अपनी पीड़ाओं को खुद से साझा करना
कुछ ऐसे ही गर्मी के दिनों में छतों पर शाम बिताना... #hangout