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nitinkuvade7216
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Nitin Kuvade

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Nitin Kuvade

White प्रिय सखा......

जन्मदिन का फिर शुभ अवसर आया...
इस पल ने   मेरे  मन को   खूब हर्षाया....
कभी खुद को.....तूम अकेला ना पाना...
पीछे हु तुम्हारे  सदा  सबको ये बताना....
कठिनाई आये तो घबराना कभी नहीं....
करूँगा वही जो तुम्हारे लिए होगा सही...
हसीं ठिटोली तुम्हारी लगे बड़ी प्यारी....
जिसको देख मुस्कुरा उठे ये मोहन मुरारी...
प्रिय सखा के लिए ऐसा विधान लिखू...
तुम्हे अपना मित्र सबसे मूल्यवान लिखू...
जल्द खिलाओ सखा अब माखन मिश्री...
भक्तिमय  मिठास  रोम रोम  मे  बिखरी...
बंसी आज मधुर राग नये नये छेड़ रही है...
पुरवाई भी नयी धुन ले सर्वत्र बह रही है...
आते रहे जीवन मे ये  पल  हर वर्ष युही...
लिखता रहू पत्र हर  वर्ष  ह्रदय से युही...
सारे स्वप्न पूर्ण हो पूर्ण हो नव कल्पनाये...
प्रिय सखा अजय को जन्मदिन की अनंत शुभकामनायें....
तुम्हारा प्रिय सखा.......
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©Nitin Kuvade #Krishna
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Nitin Kuvade

उत्सव दिपो का,
उत्सव खुशियों का...
उत्सव फटाको का...
उत्सव अपनों के संग
 ठहाको का...
ये उत्सव खास है...
ये अपनों के दिल के पास है....
प्यार स्नेह अपनत्व की
 इसमें मिठास है....
ये दीवाली का उत्सव
नकारात्मकता के अंधकार मे 
सकारात्मकता की उजास है..
🪔🪷🧨
शुभ दीपावली....
✍️नितिन कुवादे 
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©Nitin Kuvade #Diwali
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Nitin Kuvade

White धरा की चांदनी अंबर मे आज बिखरी
प्रीत की रंगत    केसी   आज  निखरी,
बिंदिया पायल के  सुंदर  नजारे  बोलें,
कंगन काजल हार  सौंदर्य  रस  घोले,,
सितारे सारे उतर आये आज आंगन मे,
चंदा की  चांदनी  छोड़  आये  गगन मे,
ये चाँद  धरती पर   केसा    चमक रहा,
किसकी  चाहत  मे   ऐसा दमक रहा,,
इसके साये तले अब तो मुझे रहना है,
नभ का चाँद नहीं धरा का चाँद कहना है,,
सज्ज हु हर वचन तुमसे निभाने को,
निर्जला रह रही हो मेरी उम्र बढ़ाने को,,
चाहत तुम्हारी साथ हमेशा मेरा पाना,
चाहत मेरी हाथो मे हाथ तेरा पाना,,
एक दूजे के बिना आधे  आधे    से,
चल रहे संग पूर्ण  होने   के इरादे से,,
पायल बिंदिया या कजरे का हार दू,
तूम बोलो तो अपने प्यार का श्रृंगार दू,
रुनझुन आवाज कानो मे करे कंगना,
बड़ा प्यारा लगे सादगी से तेरा सवरना,,
हाथो मे सुर्ख लाल मेहंदी निखर रही,
इसकी रंगत सीधे  ह्रदय मे उतर रही,,
हर पल तूम मुझे अपने पास चाहती हो,
मेरे जीवन मे खुशि की उजास चाहती हो,,
जी करे तुम्हे खुशियों भरा   संसार दू,
हर पल हर लम्हे मे तुम्हे अपना प्यार दू,,
मेरे चाँद की चाँदनी कभी भी कम ना हो,
वादा तुमसे मेरी वजह से ऑंखें नम ना हो,,
सजा दी है तुमने फिर  पूजा  की  थाल
बढ़ गये ना जाने कितने जीवन के साल,,
एक चाँद को दूजे चाँद का इंतजार है,
बादलो की ओट मे  करे क्या विचार है..?
विलम्ब ना करो  अब प्रकट होने मे,
निर्जला बैठी ना रहे अब किसी कोने मे,,
त्याग भी दो ना अब तूम बादलो की ओट
दर्श दे अमर कर दो हमारे प्यार की जोत,,
प्यार और विश्वास के हाथ रक्षा करे जोत की,
प्यार और विश्वास की डोर से अमरता 
बनी रहे करवा चौथ की... 🙏
20-10-2024
✍️नितिन कुवादे....
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©Nitin Kuvade #karwachouth
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Nitin Kuvade

White हर्षित  मन, शीतल  गगन,
शीतलता से भरी  ये पवन,
राग  नया  गुनगुना  रही है,,

खुशियों का समा, मन रमा,
तपन से मुक्ति, शीत  थमा,
शरद ऋतू  केसी आ रही है,,,

अमृत बरसे, मन हर्ष हरषै,
सब नैन मिलाये अम्बर से,
शरद ऋतू ऐसी भा रही है,,,

कृष्ण का  रास, आज़ रात,
गोपिया जोहे आज़ की बाट,
गोपिया कृष्ण को पा रही है,,,

सोलह कला, शशि ले चला,
इठला जग निहारे चन्द्रकला,,
सोलह कला जग पे छा रही है,,,

चहके चकोर, मन में उठा शोर,
चांदनी बरसे आज रात घनघोर,
चांदनी चकोर को लुभा रही है,,,

सौंदर्य  प्रतीक,  प्रेम पथिक,
आभा  है  ऐसी  अलौकिक,
कलम  मेरी  रचना  रचा  रही है,,,

शीतमय  जग, शीतलता रग रग,
श्रृद्धा शीश झुके, खुशि पग पग,
शरद पूर्णिमा महत्व बता रही है,,,

✍️नितिन कुवादे..

©Nitin Kuvade #Moon
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Nitin Kuvade

White हर और  उल्लास के रंग  भर के,
सारी खुशियाँ हमारे नाम कर के,
जा रहे  सिद्धि  विनायक  हमारे 
सारे  दर्द   दुःखो  को  हर  के,,,

बेसब्री से  इंतजार  रहे देवा तेरा
जल्द खत्म  करो वर्ष  का  फेरा,
उत्साह और आनंद के पल मिले
ऐसा लगाना अगले वर्ष फिर डेरा,,

अवगुणो कोई रहे ना इस मन मे,
भक्ती भरी रहे तेरी इस जीवन मे,
नमन करू वंदन करू,कर सुखो-
की कामना करता हु विसर्जन मैं,,,

✍️नितिन कुवादे

©Nitin Kuvade #rajdhani_night
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Nitin Kuvade

भारत माता के लाल
जिसने कई किये कमाल
सदा ऊंचा किया 
भारत का भाल,
सनातन संस्कृती का 
फूल खिलाया हर डाल,
काशी भी सजाई
अयोध्या भी सजाई
और बहुत 
सुंदर से सज उठे 
उज्जैन मैं 
बाबा महाकाल,,
भारत पे शत्रु जो 
आँख उठाये
घर मे घुस के 
उधेडी है खाल,,
कर्तव्य पथ से 
कभी ना डिगे,
परिस्थिति कितनी 
ही हो विकराल,,,
निरंतर गतिमान 
प्रगतिशील कर 
भारत को करे निहाल,,
जन्मदिन की 
शुभ घड़ी विशाल,
आते रहे ये पल हर साल
बाबा विश्वनाथ का
जिसके सर हाथ 
उसका हो ना 
कभी बाक़ा बाल,,
शुभ जन्मदिन Narendra Modi  जी 
कहते रहे आपको हर साल.... 🎊🌹🎂
✍️नितिन कुवादे...

©Nitin Kuvade #thepredator
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Nitin Kuvade

"शुभ जन्मदिन मेरी बिटिया..."🥰

तू फूल है मेरी बगिया का
इसको सदा महकाये रखना...
तू रौनक है मेरे आँगन की
इसको सदा बनाये रखना...
तू निराशा मे आशा की एक लो,
इसको सदा जलाये रखना...
तू उड़ान है मेरे सपनो की,,
इसे सदा तू ऊंचा उड़ाये रखना...
तू सावन है मेरे खुशियों का,,
इसे सदा तू बरसाए रखना...
हस्ता खिलता मुखड़ा तेरा प्यारा,
इसे ऐसे ही खिलखिलाये रखना...
बाधाएं आये आ कर चली जाए,
तू खुद को मजबूत बनाये रखना..
तू गीत तू संगीत मेरे मन का..
इसे सदा यु ही गुनगुनाये रखना..
तू दिल तू धड़कन इस तन का,
इसे सदा ही धड़काये रखना....
स्नेह प्यार के शब्द तेरे पर्याय,
इनसे हर नया काव्य रचाये रखना....
तेरे अधरों पर मुस्कान लगे प्यारी
तेरे मन को सदा युही हर्षाये रखना..
जन्मदिन की घड़िया आई प्यारी,
तू इनको सदा ही संजोये रखना...
"कृष्ण" सखी, माधव की भक्ति प्यारी 
है "माधव" राह के काटे हटाए रखना...
पुष्पों सी महके घर आंगन मे,
इसकी राह मे पुष्प बिछाए रखना...
जो खुद भेट है मेरे लिए उसे क्या भेट दू,
तू सदा इसे अपने ह्रदय मे बिठाये रखना...
✍️तुम्हारे पापा 😊

©Nitin Kuvade #Happy_Birthday
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Nitin Kuvade

ज्ञान दीप जला अंधकार मे,
गुरु सा दीप पाया संसार मे,
जीवन  उपवन  बन  महके,
जीत भी मील जाए हार मे,,

ज्ञान का दीप हुआ प्रज्ज्वलित,
गुरु सा नहीं मिले कोई मीत,
सही राह दिखलाये जीवन मे,
गुरु की जग मे रही है यही रीत,,

श्रद्धा सुमन सदा करु अर्पण,
आप बने रहो सत्य के दर्पण,
जीवन मे कोई गलत राह ना चुने,
ऐसा हो शिष्य का गुरु पे समर्पण,,

आती रहे ज्ञान की अरुणिमा,
बने रहे शिष्टाचार की प्रतिमा,,
गुरु और शिष्य के संगम की
धारा बहाती रहे गुरु पूर्णिमा,,

✍️नितिन कुवादे              
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©Nitin Kuvade #Gurupurnima
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Nitin Kuvade

तू    मुझपे  हक़   से  हक   जताया  कर,
हु  मै  बस    तेरा   तू मुझे   बताया  कर,,
हर  मोड़   पर   साथ    मिले   बस  तेरा,
तू  रिश्ता  मुझसे   यु  भी  निभाया  कर,,
धड़कन   बन  धड़कता  रहू  दिल मे तेरे,
ऐसे मुझे  अपने  दिल  मे   बसाया  कर,
दिल के कोरे कागज़ पर मिले  नाम मेरा,
ऐसा   प्रेम  ग्रन्थ   अपना   रचाया  कर,,
दीदार  से   तेरे   उदासी   बने  मुस्कान,
छुप  छुप   के  मुझे   ना   सताया  कर,,
हर  राज जान  लेती  हो  दिल  का  मेरे,
कभी  खुद  के   भी  राज  बताया  कर,,
रेगिस्तान    सा    ये  मन   मेरा  प्यासा, 
तू सावन  सी घटा बन बरस जाया  कर,,
पत्थर  दिल   मे   प्रेम  अंकुरित  तुझसे,
मेघ सी  जुल्फों  से  प्रेम  बरसाया  कर,
बेरंग  जीवन   मेरा   सतरंगी  बन  जाए,
दिल की  दीवारों  मे  मुझे  सजाया कर,,
हर पल  की  ख़ुशी  मे  तुम  हो शामिल,
तेरे हर   गम  मे  आगे  मुझे  पाया कर,,
हो जाए  राज  प्यार  का  अब  बे  पर्दा,
हया  का  पर्दा  हटा  गले  लगाया  कर,,
छुप  छुप  के  दीदार  मेरा  बहुत  हुआ,
अब  तो  खुल  के  सामने  आया  कर,,
नजदीकियो  मे   भी   रखी  दुरी  बड़ी,
तू खुद  से  अब  ये  दुरी  मिटाया  कर,,
उलझनो भरा जीवन  अब  नहीं  जीना,
तू  मेरी  उलझनों  को  सुलझाया  कर,,
कुछ   अपनी   कह ,  कुछ  मेरी  सुन,
ऐसी हसी शाम जीवन  मे  लाया  कर,,
वो घर की नेम प्लेट अब भी खाली है,
उसपे   अपना   नाम  लिखवाया  कर,,
ख्वाब जो भी देखे तुझ बिन पूर्ण कब,
तू मेरे ख्वाबो की  दुनिया  बसाया कर,
मेरे हर   हक़  पर  हक़  रहे  सदा तेरा,
तू  मुझपे  हक़  से  हक़  जताया  कर,,
बिन कहे सुनो भी  और  कह  भी  दो,
अपनी हर  बात  मुझे यु  बताया  कर...
दुनिया  वाले  कहते  रहे  मुझे  पागल,,
तू  मुझपे  हक  से  हक  जताया  कर...
✍️नितिन कुवादे...

©Nitin Kuvade #hands
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Nitin Kuvade

Jai shree ram मंगल गान खुशियों भरे  हमनें गाये,
रघुवर अयोध्या  वापस लोट  आये,
धर्म ध्वजा भी गगन मे  लहरा  रही,
स्वागत मे दीप द्वार द्वार रहे जलाये,,

प्रभात फेरि हर्षोल्लास से निकाली,
सूर्य की  नित  देखी  मनोरम लाली,
श्री राम की धुन मे पेर स्वतः थिरके
झूम उठी पत्ती  पत्ती  डाली  डाली ,,

नगर नगर द्वार द्वारसजा दिए सारे,
रंगोली  मे  भक्ति  रंग  गहरे उतारे,
कण   कण  यहाँ  राम  राम  बोले,
ह्रदय  मे    उतरे    सरयू   के  धारे,,

पुण्य  धरा    पर     उतरा   स्वर्ग है,
दारुण     भावो     का    उत्सर्ग  है,
देवताओ नें यहाँ चरण धरे, महायज्ञ 
मे आहुति का जोडा उन्होंने प्रसंग है,,

क्षमा प्रार्थी   है  राघव  हम  आपसे,
मुक्त ना  हो  पा  रहे  हम  संताप से,
ह्रदय  व्यथित है जल्द  मुक्त ना कर-
पाये  आपको  वनवास  के श्राप से,,

बलिदानियों     के     बलिदानो  से,
पत्थर पत्थर रज रज के प्रमाणो से,
सुंदर महल बनाया है राघव, रावण
पराजित हुए यहा तर्क के बाणो से,,

मिला जो शोभाग्य   कर  दिखाया,
भाग्य   अपना    ऐसा  लिखवाया,
सनातनी वैभव को कर्तव्यनिष्ठ हो
हमने शीलाओ  पे  भव्य  सजाया,,

अलौकिक छटा लिए वो  छण  हुए,
शंख,नगाड़े, घंटीयो के जो स्वर हुए,
दर्शन दिए जब रघुवर नें  महल  मे,
भाग्यशाली समझ भाव विभोर हुए,,

राम    लला   लगे  है  कितने   प्यारे,
स्नेह  बरसाते  नेनो  से  हमें   निहारे,
मुरत से  नजर  हट हीं ना  पाये,  बड़े
मनमोहक लगे दशरथ के राजदुलारे,,,

✍️नितिन कुवादे...

©Nitin Kuvade #JaiShreeRam
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