अहद-ए-जवानी मेें मुझे ये अजार हो गया🧡 इब्तिदा-ए-इश्क़ मेें मैं बेज़ार हो गया।😓 अब रग़बत भी नहीं है मुझे मोहब्बत दोहराने की, 💕 मैं शायर बना और शायरी से मुझे प्यार हो गया।।❣️
Shubham Mishra
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