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veerbhan5843
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VEER BHAN

शायरी & song राइटर

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VEER BHAN

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©VEER BHAN
  #veer gaama aala,#https://youtu.be/grT-iK9XOww?si=DjVxCQojXkxEZ1KI

#veer gaama aala,#Https://youtu.be/grT-iK9XOww?si=DjVxCQojXkxEZ1KI #शायरी

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VEER BHAN

मै नाराज़ नहीं तुमसे.. 
तेरी खुशी के लिये, ही
तुमसे नाराज़ हूँ.... 
पता भी नहीं मुझे, मेरी 
राहे मंजिले है, कहाँ 
कहीं गलत समझ लो मुझे 
तेरी मंजिलों के, जो 
पास है, तूँ... वीर

©VEER BHAN
  #naraj
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VEER BHAN

फुरसत मिले तो, कभी
हाल ऐ दिल,  सुनाना
बेबज़ह यूँही अब सिंगल होने का 
बहाना मत बनाना
खुदा क़सम तबियत ख़ुश कर देंगें, 
बस एक वार इस 
कलम की धार को आजमाना, 
हो सके तो बस इन शब्दों का जबाब, 
अपने शब्दों से ही देके जाना, 
साहब कलम मे दम हो, तो, कोइ
 एक शख़्स क्या, झूमने लग जाये 
पूरा जमाना
बस तुम तो सिर्फ एकवार 
वीर कहके बुलाना 
तेरे लिये जैसा था, बैसा ही मिलेगा 
तेरा ये दीवाना  ... वीर

©VEER BHAN
  #mohabbat
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VEER BHAN

कभी कभी किसी की बातें दिल को इतना छुए जाती है
अनजान से राही को भी अक्सर मंजिले मिल जाती है
अफसोस ना करें कभी अपने अकेले पन का, 
जिस दिन थाम लो गे हाथ मे कलम
खुदा क़सम तसल्ली हो जायेगी, 
कलम जैसा साथ 
दुनियां कहां निभा पाती है 
वीर कहने मे सचाई यहाँ हर किसी की जीब अटक जाती है, 
साहब जिंदगी ना जाने कैसी है, 
कभी कभी किसी के साथ रहकर भी ना जाने  क्यूँ 
खामोश गुजारनी पड़ जाती है

©VEER BHAN
  #walkalone
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VEER BHAN

मर चूका वो शायर 
जो हर रोज़ तुम्हें लिखता था 
जो सब जानकर भी, तुम 
कबूल नहीं करोगे, कभी मोहबत उसकी 
फिर भी, जो बिन बजह तुमसे 
मोहब्बत करता था |वीर|

©VEER BHAN
  #शायरी samandar

शायरी samandar

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VEER BHAN


मै ओढ़कर कफ़न ऐ 
मोहब्बत को 
तेरा इंतजार करूंगा 
अब आना, ना आना 
सब तुम्हारी, मर्जी है 
अब तुम्हें कभी मिल तो सक्ता नहीं 
इतने ज़ख्म लिये बैठा हूँ 
जिन्हें सील तो सक्ता नहीं 
अब तो, तुमसे, 
अपने दिल की हर बात 
सिर्फ अपनी क़ब्र से कहूंगा |वीर|

©VEER BHAN
  # कफ़न

# कफ़न #शायरी

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VEER BHAN

अजीब सी दास्ताँ है, एक शायर की 
दिखने मे बड़े ये सुलझे से होते है, 
अक्सर जिस जहाँ मे लोग 
रखते है ख्बाइस 
हर किसी से रिलेशन की, 
ये एक ही शख्स मे 
हर वक़्त उलझे से रहते है, 
मुँह से बोलकर शायद 
कह ना सके, उससे कुछ भी 
ये शेरो शायरी के बहाने 
अपने दिल की हर बात उससे कह देते है 
फिर जो जैसा चाहे, बैसे रहे 
ये उसके साथ बैसे ही रहते है 
हाल ऐ दिल वीर अगर वयां कर दिल से 
ये जमाने से अलग से रहते है 
अपने मेहबूब के सिवा,  दिल मे जगहाँ भी 
किसी ओर को नहीं देते है |वीर|

©VEER BHAN
  #samandar
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VEER BHAN

छोङ दिया मैंने अब 
तेरा इंतजार करना 
यूँही क्या फायदा 
इन सुनसान, वीरान सी
 काली काली रातों को 
तेरी ख़ातिर बदनाम करना
हम क़ाबिल नहीं है तुम्हारे  
ना तूँ अब क़ाबिल रही हमारे 
अपनी इस रंग रूप सूरत का गुमान 
अब जाकर कहीं ओर करना 
ईस्तमाल करने वालों की, कमी नहीं मुझे 
मेरे लिये ज़ब जरा सा वक़्त है ही नहीं तुझे 
अब प्यार कैसे कर सक्ता हूँ मै तुझे 
जो हद से ज्यादा तुमसे नफ़रत हो गई मुझे 
जरूरत नहीं रही मुझे ऐसे चाहने वालों की 
चलो अब हमेशा के लिये दूर करते है तुझे|वीर|

©VEER BHAN
  #dilkibaat
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VEER BHAN

वो रिश्ते रखना पसंद नहीं 
मुझे कभी 
जो दुनियाँ की नजर मे
कुछ नजर आते है 
अंदरूनी कुछ 
ओर ही नजर आते है 
जीतनी तारीफ़ करूँ
उतनी कम है 
जमाने के लोगों की, 
अपनों की नजर मे गिर, गिरे के 
लोग कैसे कैसे टाइम पास 
किये जाते है 
वीर पता नहीं क्यूँ तुम्हें 
ये राज ऐ इश्क जमाने के 
बड़ी देर से समझ आते है 
सुना है लोग घर घर मे 
काम चलाते है 
अक्सर जो बाहर 
शरीफ से नजर आते है 
चाचे, ताये, मामा की 
लड़कियां पटाते है 
सच मे कैसे कैसे 
लोग है जमाने मे 
जो अपनी आशिकी के 
झंडे गाड़ जाते है 
ये वो गंदगी है जमाने की 
जिन्हें सिर्फ गंदगी 
खाने मे मजे आते है 
वीर हाल ये जमाने का 
इस कदर बताते है 
छुपता नहीं किसी से 
अक्सर जो लोग छुपाते है 
किसका किस से 
कैसा रिश्ता है 
जमाने मे समझदार इंसान 
सब समझ जाते है 
सुनकर बड़ा अजीब सा लगा 
किसी ने कहा वीर 
इस जमाने के 80 परसेंट लोग 
ऐसे ही नजर आते है 
ये वही लोग है 
जो सबसे ज्यादा 
इज्जत के बहाने बनाते है 
जिनके हर रिश्ते अंदर से 
खोखले नजर आते है 
मर जाना बेहतर है 
ऐसे कर्म करने से 
ऐसे हब्सी ज़िस्म को 
खुद ही आग लगा दो 
कम से कम 
इन खून के रिश्तों को 
जलील होने से बचा लो |वीर|

©VEER BHAN
  #हवश
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VEER BHAN

विश्वास नहीं रहा 
मुझे उन लोगों का 
जिन लोगों ने मुझे 
दिमाग़ मे तो रखा है 
मगर दिल मे नहीं 
🙏🙏वीर 🙏🙏

©VEER BHAN
  #Nightlight
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