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aftabalan9586
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Aftab Alan

art teacher, making carricature n cartoonist, write short stories n poem

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Aftab Alan

White खुदा मिरा भी
Status की मानिंद
ऐसी setting कर दे
की मिरे भी गम
एक दिन बाद
Disappear हो जाएं 
खुद - ब - खुद...

©Aftab Alan
  #sad_shayari
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Aftab Alan

White मेरी उम्मीद टूट गई
जब . 
साहिल सामने था
और मिरी कश्ती डूब गई

©Aftab Alan
  #sad_shayari
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Aftab Alan

White आफताब बहुत घुमा है 
ख़ला में 
जाने कितने लाइट ईयर
तुम्हारी ये जिद भी
अजीब है
वक्त को बांधने की
वो दूर तेरी बेड़ी सी 
ख्वाहिशों में लथपथ
और एक तू है
की नकेल मिरि 
हाथ में लिए 
घूम रही है 
अब तक
ज़रा बता तो सही 
इक बात
की कौन
किसे दौड़ा रहा है 
जीवन में?...

©Aftab Alan
  #Sad_shayri
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Aftab Alan

White तुम्हारी प्रेम की 
प्रगाढ़ता से अनभिज्ञ नहीं हूं 
किंतु स्त्रोत अति सूक्ष्म है 
मेरे समक्ष...
उसको व्यवस्थित करने में...
बेहद विचलित करने वाला 
ये वक्तव्य है...पर है
यदि तुम समझ सको तो...

©Aftab Alan
  #sad_shayari
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Aftab Alan

आंख में भर कर 
आसमाँ को...  
देखना चाहता था 
पर धुंध है कि चुपचाप... 
पलक से 
आहिस्ता-आहिस्ता
आँखों में समा रही है 
और ठीक,
यहां से शुरुआत हो जाती है 
तेरे-मेरे...दरमियाँ
अलहदा होने का सिलसिला 
मुमकिन हो या ना हो 
अब शायद ...की 
ये अब भी होश में हो

©Aftab Alan
  #ChainSmoking
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Aftab Alan

आज फिर...
उनकी याद की 
फिर गिरफ़्त में हूं 
जुर्म से सदा
नावाक़िफ़ रहे हम

©Aftab Alan
  #sadak
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Aftab Alan

सच मे 
मैं भेड़िया हूं 
इंसानी भेस में 
मैं जीता हूँ...
पहले आदि के लिए 
फिर मध्य और अंत,
मेरे लिए 
आदि मेरे जन्मदाता
मध्य मेरे 'बाल'
अंत में, 
सिर्फ और सिर्फ...मैं 
ये नियम है, इंसानी-रुपी 
मेरा...भेड़िया सा...
अन्तः

©Aftab Alan
  #outofsight
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Aftab Alan

सच मे 
मैं भेड़िया हूं 
पहले आदि के लिए 
फिर मध्य और अंत
मेरे लिए 
आदि मेरे माता-पिता 
मध्य मेरे 'बाल'
अंत में, 
सिर्फ और सिर्फ...मैं 
ये नियम है, इंसानी-रुपी 
मेरा...
अन्तः

©Aftab Alan
  #mobileaddict
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Aftab Alan

ऊपर लगे... 
हर इल्ज़ाम से पूछूँगा
इक रोज...
अपनी ख़ता का पता,
सुना है...
उधार रख कर 
कोई...जन्नत नहीं जाता

©Aftab Alan
  #mobileaddict
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Aftab Alan

ऊपर लगे... 
हर इल्ज़ाम से पूछूँगा 
अपनी ख़ता का पता 
उधार रख कर 
कोई...जन्नत नहीं जाता

©Aftab Alan
  #mobileaddict
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