Nojoto: Largest Storytelling Platform
gouravnarayanvai4989
  • 34Stories
  • 41Followers
  • 273Love
    0Views

gourav narayan vaishnav

  • Popular
  • Latest
  • Video
db412146c7e918ae51a2639d8a626235

gourav narayan vaishnav

जीवन खेल है संभावनाओं का जिसमे हारता ही जा रहा हूं
पता नही है मंजिल का पर हाथ पांव मारता ही जा रहा हूं
असंभव,संभव,हार,जीत के प्रपंचों में खुद को भूले जा रहा हूं
नही है सबकुछ जल्दी पाने की ख्वाहिश,फिर भी जल्दी से चलता ही जा रहा हूं
कुछ सपने संजोए थे कभी खुद के लिए,आंख बंद कर उन्हे भुला ही जा रहा हूं
एक सांस वो चाहिए जो कभी थम सी जाए कुछ देर के लिए
बस अब इसी उम्मीद में बेमतलब जिए ही जा रहा हूं
                                              - गौरव नारायण वैष्णव

©gourav narayan vaishnav #Journey
db412146c7e918ae51a2639d8a626235

gourav narayan vaishnav

यूं दर ब दर भटककर खुद को रुसवा न कीजिए
जहां हो न इज्जत वहा कदमों को रखा न कीजिए
दिया है भगवान ने तन ढकने को कपड़ा,और मन ढकने को आसमान
तो कफन,भोजन और स्वाभिमान की चिंता न कीजिए
                                                   - गौरव नारायण वैष्णव

©gourav narayan vaishnav #philosophy
db412146c7e918ae51a2639d8a626235

gourav narayan vaishnav

परत दर परत मैं बिगड़ता ही जा रहा हूं
कोई गम नही है फिर भी,रोया ही जा रहा हूं
तू आकर तो देख मेरे हाल ए जिस्म को
कल तक जो जुड़ा हुआ था पर आज बिखरता ही जा रहा हूं
 तेरी बेवफाई का ऐसा सबक मिला के अब खुद निखरता ही जा रहा हूं
कल तक तो तूने बहुत झूठ बोले मुझसे दूर होने के वास्ते
पर आज देख मैं तेरे पास होकर भी तुझसे दूर होता ही जा रहा हूं
                                                    - गौरव नारायण वैष्णव

©gourav narayan vaishnav #rain
db412146c7e918ae51a2639d8a626235

gourav narayan vaishnav

जब कभी आंगन में गिर जाता मै,तो सबसे पहले संभालने आप आते थे पापा
अब ये दुनिया मुझे दर ब दर गिरा रही है,तब आपकी याद बहुत आ रही है पापा
जब खेल अभ्यास से मै तरबतर हो जाता पसीने से,तो रुमाल लेकर आते थे पापा
आज लोगो की बेवफाई मुझे खूब आसू रुला रही है,तो आप क्यूं नही आते पापा
अडिग अखंड अभेद जैसे गुण मुझमें डालकर मुझे साहसी बनाते थे पापा
आज जर्जर, जार जार हो रहा हूं मैं,तो आपके दिए वो गुण याद आते है पापा
बस एक बार आकर हाथ थाम लो मेरा,और गले लगा लो मुझे पहले की तरह पापा
असंभव,खंडता,भय,धोखा,, चालबाजिया दुनिया की,इनको मैं फिर से भेद दूंगा पापा
बस एक बार फिर से गिरते हुए मेरे विश्वास, आसुओं,अवगुणों को फिर से उठा लो पापा
                                                                                 - गौरव नारायण वैष्णव

©gourav narayan vaishnav #father
db412146c7e918ae51a2639d8a626235

gourav narayan vaishnav

इश्क के जुएं में एक बार फिर किस्मत आजमा रहा हूं
सुना है कोई एक मुहब्बत नही है उसकी,फिर भी आगे बढ़ता जा रहा हूं
हर रोज मुझसे दूर होने के बहानो के साथ आती है वो मुझसे मिलने
और फिर भी मैं पागलों सा उसकी हां में हां मिला रहा हूं
                                                  - गौरव नारायण वैष्णव

©gourav narayan vaishnav #jail
db412146c7e918ae51a2639d8a626235

gourav narayan vaishnav

किसी की जवानी में मुहब्बत के दुख होते है,
तो किसी के गले फांसी की रस्सी पर लटके होते है
कोई अपने प्यार के लिए दिन रात एक कर रहा होता है
तो कोई अपनी जवानी मुहब्बत में झोंक रहा होता है
ये सरकारी नौकरी है साहब! इसका मकसद सच्चे प्यार का गला घोंटना होता है
                                                                             - गौरव नारायण वैष्णव

©gourav narayan vaishnav #jail
db412146c7e918ae51a2639d8a626235

gourav narayan vaishnav

कभी शादी के लिए मन्नते मांगेंगे,तो कभी तुम्हारी सरकारी नौकरी के लिए धागे बांधेंगे
कभी प्यार के लिए इजाजत मांगेंगे,तो कभी शॉपिंग के लिए पैसे मांगेंगे
जब घिरते जाओगे तुम उसके प्यार में,तब वो बोलेगी सॉरी बाबू पापा नही मानेंगे
                                                                    - गौरव नारायण वैष्णव

©gourav narayan vaishnav #jail
db412146c7e918ae51a2639d8a626235

gourav narayan vaishnav

करोगे मुहब्बत ए इजहार तो दर्द ही पाओगे
नम ही रहेंगी आंखे,अगर इश्क को जताओगे
जो हमारा नही है तो उसे जाने दो
पकड़ कर रखोगे तो खामखा मर जाओगे
                                                    गौरव नारायण वैष्णव

©gourav narayan vaishnav #jail
db412146c7e918ae51a2639d8a626235

gourav narayan vaishnav

तुम मिलती हो तो आंखो की सारी थकान उतर जाती है मेरी
तुम्हारी एक मुस्कान से,बिगड़ी शाम बन जाती है मेरी
तुम्हारे उस ठोड़ी के तिल से दिन बन जाता है मेरा
तुम्हारी आवाज से रूठा चेहरा खिल जाता है मेरा
तुम कितनी जरूरी हो मेरे लिए ये बताऊं मैं तुम्हे
के तुम्हारे एक स्पर्श से जीवन की हर रूठी शाम बन जाती है मेरी
                                                         - गौरव नारायण वैष्णव

©gourav narayan vaishnav #Love
db412146c7e918ae51a2639d8a626235

gourav narayan vaishnav

जिसे चाहा है,भला वो कभी मिला है आज तक
जो कल सुबह तक मेरा था,वो किसी और का हो जाएगा शाम तक
चाहतो के सागर में खूब गोते खाएं है हमने तह तक
भला किनारे तक साथ रहा है कोई आज तक
                                    - गौरव नारायण वैष्णव

©gourav narayan vaishnav #jail
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile