#hindi_diwas#nojotohindi#shilpayadavpoetry#अरे Sethi Ji ANOOP PANDEY Vishalkumar "Vishal" Shiv Narayan Saxena Vijay Kumar अरे तुम सुसुप्त से प्रदर्शित होते हो
,लेखनी मुरझाई सी लगती है
क्या लिखे इसी सोच में
,बड़ी अलसाई सी लगती है
विरह बचा है या श्रृंगार का संयोग वियोग
अलंकृत होते होते संधियां हो जाती
अनकही बातों और मासूम मुस्कुराहट
इतर के चक्कर में तितर बितर हो जाती #कविता
Shilpa Yadav
sad_quotes shilpayadavpoetryshilpayadavpoet i कविता कोश कविताएं कविताएं# हिंदी कविता# प्रेरणादायी कविता Vishalkumar "Vishal" ANOOP PANDEY Parul (kiran)Yadav @_hardik Mahajan Yadav Ravi