शख्सियत तो मेरी बड़ी ही आम है....
साफ़ से दिल के साथ प्यारा-सा नाम है,
लोगों को लगता है कुछ ख़ास हैं हम...
पर उनकी तरह ही आम हैं हम,
उनको लगता है न जाने क्या बात है हम में....
पर हम भी तो उन्हीं की तरह हैं
हँसते हैं ख़ुशी में और रोते हैं गम में,
हाथ भी इबादत में एक जैसे ही उठते हैं..