Nojoto: Largest Storytelling Platform
poetic8084685936481
  • 81Stories
  • 203Followers
  • 1.1KLove
    45.7KViews

Poetic kumar

✍️कलम का सिपाही Instagram:- poetic_kumar

  • Popular
  • Latest
  • Repost
  • Video
f5866d7575034e106f2190a258817415

Poetic kumar

White शीश कटाए प्राण लुटाए हमारे वीर जवानों ने
हमेशा  की है रक्षा  हमारी  इन  मेहरबानों  ने
चैन की नींद सो  पायें  हमेशा  मेरे  वतन  वाले
चले जब कभी गोली सीने अड़ाए इन दीवानों ने

©Poetic kumar #kargil_vijay_diwas
f5866d7575034e106f2190a258817415

Poetic kumar

मैं मुखर्जी नगर के बत्रा हाॅल सा 
तुम नेहरू विहार का वर्धमान प्रिये
मैं इंदिरा विकास के PG सा 
तुम विकास सर वाला दृष्टि संस्थान प्रिये
मैं गांधी विहार, वजीराबाद के ढाबे सा 
तुम भंडार हो अग्रवाल मिष्ठान प्रिये 
मैं Vision IAS के mock टेस्ट सा
तुम Laxmikant का पोलिटी ज्ञान प्रिये
मैं हूं अकेला तुम बिन अनुच्छेद सा 
आओ मिलकर हम बने संविधान प्रिये
मैं महाराणा के भाले सा हूं 
तुम शिवाजी की तलवार वाली म्यान प्रिये
मैं सारनाथ के स्तूप सा हूं 
तुम Geography में आने वाली चट्टान प्रिये 
मैं नितिन सिंघानिया की Art & Culture सा हूं 
तुम हो CSAT का दिव्य ज्ञान प्रिये 
मैं Current Affairs के नोट्स सा 
तुम जरूरी इकोनोमिक्स व विज्ञान प्रिये
मैं '12th Fail' के मनोज की परेशानी सा
तुम डिप्टी कलेक्टर श्रद्धा सी मुस्कान प्रिये
मैं तुमपर निबंध सा Focus करूं 
तुम भी मुझपर दो Optional सा ध्यान प्रिये
GS-I, II,III,व IV पढ़कर अच्छे से 
इस वर्ष लाना है सुखद परिणाम प्रिये

©Poetic kumar #streetlamp UPSC 
#upsc #upscmotivation 
#IAS #iasmotivation #iasdream 
#vikasdivyakriti #mukharjinagar 
#ojhasir
f5866d7575034e106f2190a258817415

Poetic kumar

White मां मीरा का कान्हा -राग हो तुम 
कोमल से फूलों का पराग हो तुम
तेरे लौटने से लौट गया तिमिर भी
मेरे लिए पावन चिराग हो तुम

©Poetic kumar #love_shayari
f5866d7575034e106f2190a258817415

Poetic kumar

एक शख्स क्या गया पूरा काफिला गया 
तूफ़ां था तेज पेड़ को जड़ से हिला गया
जब सल्तनत से दिल की रानी चली गयी
फिर क्या मलाल तख्त गया या किला गया

               ✍️ स्वयं श्रीवास्तव

©Poetic kumar #together
f5866d7575034e106f2190a258817415

Poetic kumar

धिक् जीवन को जो पाता ही आया विरोध
धिक् साधन जिसके लिए सदा ही किया शोध
जानकी! हाय उद्धार प्रिया का हो न सका
वह एक और मन रहा राम का जो न थका
 
✍️ सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'

©Poetic kumar #Likho
f5866d7575034e106f2190a258817415

Poetic kumar

तुमको मिल जायेगा हमसे बेहतर
हमको मिल जायेगा तुमसे बेहतर 
अगर दोनों हम मिल जायें तो 
कुछ नहीं हो सकता इससे बेहतर

✍️ रोहित शर्मा

©Poetic kumar #couplefight
f5866d7575034e106f2190a258817415

Poetic kumar

कभी देखा  सुंदर लड़की को??
मृग से नयन, सुराही सी गर्दन 
कसा हुआ शरीर,थिरकते नितंब 
गुलाब से अधर,हिरणी सी चाल 
झील से गहरी जिसकी हो आंखें
चन्द्रमा सा चेहरा,कोयल से काले केश
प्रदत्त की जाती हैं अनेकों उपमाएं
जोड़ा जाता है अनेक उदाहरणों से 
परन्तु क्या से पैमाना पर्याप्त है??
मैंने देखी भौर में दौडती सुंदर लड़की
जिसके चेहरे पर थी दिनकर से ज्यादा चमक
जो अर्जित की उसने दौड़ कर मैदान पर
शबनम की बूंदें कर रही थी ईर्ष्या 
 उसके माथे के पसीने से ,पाया उसने जो 
कर संचित तमाम उर्जा जो थी विद्यमान
उसके शरीर के प्रत्येक कण में
उसके मुख की लालिमा ने कर दी फीकी 
आ रही थी किरणें जो सूरज से  
लक्ष्य को पाने की भूख के भाव 
पछाड़ रहे थे सभी भाव-भंगिमाओं को 
जिनसे मापते है हम सुंदरता को

©Poetic kumar
   #Beautiful #BeautifulEyes
f5866d7575034e106f2190a258817415

Poetic kumar

ये दुनिया बड़ी रंगीन है,यदा कदा सबके जीवन में
व्याप्त होता निराशाओं, दुःख,बिछचड़न का घना तिमिर
जब स्वच्छंद हो कर रहा था विचरण रंगीन दुनिया में 
दी दस्तक उसी घने पीड़ादायक, कश्मकश वाले तिमिर ने 
उस पथ पर वर्जित था घबराना , हिम्मत हारना 
चाहत थी कि कोई थाम ले मजबूती से हाथ मेरा 
तुम्हारे मौन स्पर्श ने दी सहमति मुझे
एक हामी ने सौंप दिए आसमां के तमाम चंदा-तारे 
उन्हीं चंदा तारों से रोशन हुआ वो पथ 
विचर रहा जिसपर निर्भीक,निडर व उन्मुक्त होकर, 
तुम्हें पाना बड़ा है बजाय सबकुछ खोकर
तुम्हारे नेह के नीड़ में मिला आश्रय मुझे
कश्मकश की गुत्थी पलों में सुलझ गयी 
जैसे सुलझते है उलझे हुए तुम्हारे केश
तुम्हारे खुले केशों में खोकर तुम्हें पाना चाहता हूं
तुम्हे पाने की प्रक्रिया को बार-बार दोहराना चाहता हूं
दोहराई जाती हैं जैसे रामायण की चौपाई,गीता के श्लोक
मन होता है कि  स्वयं को कर दूं अर्पित 
किया जाता जैसे अर्पित 'पंकज' ईश्वर की पूजा में

©Poetic kumar
f5866d7575034e106f2190a258817415

Poetic kumar

धीरे-धीरे अब सबसे दूर होता जा रहा हूं 
 खुद की जिंदगी को  खुद खोता जा रहा हूं
जिस रास्ते पर चलाया तूने हाथ पकड़कर
उसी पर बिन तेरे  अकेला रोता जा रहा हूं 

आकर देख तेरे बिन कितना कुछ सहा हूं
भीड़ में होकर भी तेरे बिना अकेला रहा हूं
बड़े दिन से ना देखा,तुझे समझ हालत मेरी
याद करके तुझे,दामन आंसुओं से धो रहा हूं

©Poetic kumar #Language_of_tears
f5866d7575034e106f2190a258817415

Poetic kumar

मां भारती की आजादी  हेतु जो सरफ़रोश थे 
फिरंगियों के ठिकाने लगाए जिन्होंने होश थे 
'तुम खून दो मैं आजादी दूंगा',दिया नारा जिसने
वो परमवीर नेताजी सुभाष चन्द्र जी बोस थे

©Poetic kumar #subhashchandrabose  Bijendra Shukla Pardeep Kumar kanta kumawat  MR VIVEK KUMAR PANDEY  Pankaj Ojha

#subhashchandrabose Bijendra Shukla Pardeep Kumar kanta kumawat MR VIVEK KUMAR PANDEY Pankaj Ojha #कविता

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile