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sanjaytiwarishaa9379
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Sanjay Tiwari "Shaagil"

UPSC/PSC Aspirant , Living At Prayag, UP, India जिंदगी को गौर से देखिए जिंदगी हर ठौर से देखिए जिंदगी नायब सी दीखेगी जहां जिस ओर से देखिए!

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Sanjay Tiwari "Shaagil"

अपनी ही सांसों से दूर जाना होता है
जीने  के लिए खुद मर जाना होता है

लड़ते थे  जिन  खिलौनों  के  खातिर
छोड़ कर उन्हें ही शहर जाना होता है

दिलों के  अज़ीज़ हैं, जो  मुहब्बत  हैं
जिस्म की पनहों से दूर जाना होता है

दूरियां  भले  ना हो, गर दिल  ना मिले,
तो दरमयां हरपल  एक जमाना होता है

©Sanjay Tiwari "Shaagil"
  #NightRoad 
#जिंदगी
#लाइफ
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Sanjay Tiwari "Shaagil"

मुझको  मेरा  परिचय  दे  वह सही  तौर में  शिक्षक है
मानिंद मशाल जो जल उठे वह सही तौर में शिक्षक है

स्वर्ग,  शक्ति, ईश्वरीय प्रमाण  सब  शिक्षक  पर वारे हैं
मुझमें  सच्ची  भक्ति  दे वह  सही  तौर  में  शिक्षक है

युग को दे आधार  शिला  उत्थान सुनिश्चित कर दे जो
नवनिहाल में नवल सोच की बगिया सिंचित कर दे जो

वर्तमान के  गर्भ  में सुंदर  कल  को पालित कर दे जो
स्वयं राख की भांति  हुए चहुं ओर प्रकाशित कर दे जो

दूरदर्शिता   गढ़   दे   मुझमें   वही  सही   में  दीक्षक  है
गुण औ दोष का भान  करा दे गुरु ही सही समीक्षक है

©Sanjay Tiwari "Shaagil"
  #HappyTeachersday 
#Teachersday 
#शिक्षक
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Sanjay Tiwari "Shaagil"

कभी  जब तप्त  मौसम ने
ज़मी को आग कर दी जब
हमारे   पैर  के   छालों   ने
तब   भी    हार   न   माना
पथिक  सच्चा  बने गुरबत
सभी  को   रौंद  डाले  हम
सभी    संघर्ष    में   रहकर
कोई   प्रतिकार   न   माना

©Sanjay Tiwari "Shaagil"
  #yogaday #संघर्ष 
#हिम्मत 
#रहें #जिंदगी
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Sanjay Tiwari "Shaagil"

जीने की जरूरत ही सभी को मार जाती है
सांसे जीत की जिद में अक्सर हार जाती है
अंगुलियां  दूसरों  पर  उठती-उठती अक्सर
ख़ुद को  जान  पाने से कोसों  पार जाती हैं

©Sanjay Tiwari "Shaagil"
  #अंगुली #Life_experience
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Sanjay Tiwari "Shaagil"

प्रणय की रीति में  संघर्ष में होना पड़ेगा,
नयन की शीत में भी हर्ष में होना पड़ेगा,
अर्श  पाने  की  तुम्हारी  सुर्ख  चाहत  में,
शाश्वत जीत में भी फर्श पर होना पड़ेगा।

©Sanjay Tiwari "Shaagil"
  #सफर #जीत 
#जीवन
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Sanjay Tiwari "Shaagil"

करेगा  रंग  सारे   द्वेष  का  प्रतिकार होली  में,
मिलेंगे  प्रेम  से  होगा  बहुत सत्कार  होली  में,
वक्त की धूल से धूमिल कहीं हो भी गए हों जो,
दिलों  के रंग  मिलकर ढूंढ  लेंगे प्यार होली में!

©Sanjay Tiwari "Shaagil"
  #Holi #होली 
#happyholi
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Sanjay Tiwari "Shaagil"

जब  शब्द-चुनाव  और  तरकीबें  सारी  रूठ गईं हो,
जब हृदय पुष्प की पंखुड़ियां अंतस्थल में टूट गईं हों,
जब महज़ शांत एकांत  छोड़ और कुछ रास न आए,
जब  हृदय तरंग  की  वीणा  में कोई  तारास न आए,
जब  मनोवेग और  मनभावन  मन पगडंडी भूला हो,
जब  जीवन  सावन  का  झूला बस खाली झूला हो,
जब मन अपनी  कथनी  करनी  सब कुछ  भूला हो,
जब  नेकी के गलत प्रत्युत्तर पर मन आग बबूला हो,
तब  आकर  बस शांत भाव भर  इतना सा कर देना,
हृदय प्रेम में पिघल जाए आकार एक आलिंगन देना!

©Sanjay Tiwari "Shaagil"
  #Hug 
#Love #Life
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Sanjay Tiwari "Shaagil"

शब्द त्याग कर और मौन की भाषा में,
प्रेम सदा  बतियाता  इस परिभाषा में,
रक्त-पुष्प,  उपहार  वाह्य  उच्चारण  है,
व्यक्तकरण  है प्रेम नयन  की भाषा में,

©Sanjay Tiwari "Shaagil"
  #propose #proposeday 
#प्रेम #इश्क़
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Sanjay Tiwari "Shaagil"

वक्त के साथ बदल गया, क्या कम नहीं था?
ज़ुबां भर थी उसकी, कोई मरहम नहीं था!

हर कान सुन रहे थे जो हो रहा था हर दिन
जिंदा थे सभी लेकिन किसी में दम नहीं था

वाकिफ था हर कोई, दीवानगी भरमार थी
मुहब्बत में हर कोई लेकिन पावन नहीं था

उठकर खड़े होकर बार-बार कह रही थी वो
सच बताऊं तो उसका जाने का मन नहीं था

वो तिलक था माथे पर उसने किया था जो 
मेरी नज़र में उसका महज़ चुम्बन नहीं था

वो तालीम जो पिता ने कब के हमे दिए थे
अब लगता है शायद वो दवा से कम नहीं था

तपाक से मिलता है 'शाग़िल' हर किसी से अब
मुहब्बत से पहले कोई इतना अहम नहीं था

©Sanjay Tiwari "Shaagil"
  #बदलाव #मुहब्बत #इश्क़
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Sanjay Tiwari "Shaagil"

मैं मेरे शहर में मेहमान बन कर रहा हूं
हां, मगर मैं एक इंसान बन कर रहा हूं

मेरी मुझसे मुलाकात हुई है कई बार
बाहर मैं बस अनजान बन कर रहा हूं

चालाकियां  मुझसे पाली न जा सकीं
इस क़दर एक  नादान बन कर रहा हूं

वो अलग  बात कि  कोई पढ़ने से रहा
मैं एक खूबसूरत पैग़ाम बन कर रहा हूं

लबों पर तबस्सुम सजाकर "शाग़िल"
हर रोज़  बस आवाम  बन कर रहा हूं

©Sanjay Tiwari "Shaagil"
  #Mai #अनजान #जिन्दगी
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