Nojoto: Largest Storytelling Platform
nuruddindilwar2423
  • 42Stories
  • 44Followers
  • 594Love
    45.2KViews

nuruddin Dilwar

  • Popular
  • Latest
  • Video
f8f1dfd39d2a65c2a52ecd5bc058fdcf

nuruddin Dilwar

White बनालो आशियां मेरे दिल पे कोई रोक नहीं हे।
पर मुझे दिल लगाने का कोई सोक नहीं हे।

©nuruddin Dilwar
  mashroor lafz

mashroor lafz #Shayari

f8f1dfd39d2a65c2a52ecd5bc058fdcf

nuruddin Dilwar

माथे पे सिकन हे सनम तेरे कहां से आ रहे हो।
हे खून आलुद लब तेरे किसे डस कर जा रहे हो।

©nuruddin Dilwar
  mashroor lafz

mashroor lafz #Shayari

f8f1dfd39d2a65c2a52ecd5bc058fdcf

nuruddin Dilwar

White तेरे ला हासिल मोहब्बत का तुझ से कुछ गिला नहीं ।
भटके हें कई मुसाफिर उनके नैनो की राह में।
मंज़िल वफा की अब तलक किसी को मिला नहीं।

©nuruddin Dilwar
  mashroor lafz

mashroor lafz #Shayari

f8f1dfd39d2a65c2a52ecd5bc058fdcf

nuruddin Dilwar

orange string love light ये बागीचे की सबसे प्यारी फूल हे।
इसे हम तोड़ें भी तो केसे तोड़ें।

में आशिक़ हूं लगा लूंगा खेमा इसके गिर्द कहीं।
इसे हम छोड़ें भी तो केसे छोड़ें।

©nuruddin Dilwar
  mashroor lafz

mashroor lafz #Shayari

f8f1dfd39d2a65c2a52ecd5bc058fdcf

nuruddin Dilwar

इस झूठी दुनियां की झूठे रिश्तों का क़दर कोन करे।
ना हो मंजिल ऐसे रस्तों का सफ़र कोन करे।

नज़र आती हे बुराईयां सिर्फ दूसरे के यहां।
अपने आमाल की तख्ति पे नज़र कोन करे।

©nuruddin Dilwar
  mashroor lafz

mashroor lafz #Shayari

f8f1dfd39d2a65c2a52ecd5bc058fdcf

nuruddin Dilwar

ए मिट्टी के पुतले तू सवरता बहुत हे।
फसानों से दिल लगाता है।
तू हकिकत से डरता बहुत हे।

©nuruddin Dilwar
  mashroor lafz

mashroor lafz #Shayari

f8f1dfd39d2a65c2a52ecd5bc058fdcf

nuruddin Dilwar

White ए दुनियां  देख तेरी बुराईयों का ज़रर किसको हे।
बेहयाइयाँ तो तूने आम करदी ।
अब अजमत लुट जाने का डर किसको हे।

©nuruddin Dilwar
  mashroor lafz

mashroor lafz #Shayari

f8f1dfd39d2a65c2a52ecd5bc058fdcf

nuruddin Dilwar

White हरकत देख मेरे साए का मुझे बा हरकत ना समझ।
ये चरागे सरबराह हे जो तमाशा दिखा रहा हे।

©nuruddin Dilwar
  mashroor lafz

mashroor lafz #Shayari

f8f1dfd39d2a65c2a52ecd5bc058fdcf

nuruddin Dilwar

White मुझे आजाद रहना हे मुझे आज़ाद रेहने दो।
तुम्हें लगता हे,में हुं बर्बाद मुझे बर्बाद रेहने दो।

मुझे तुम्हारे पिंजरे का कोई मेवा नहीं खाना।
मेरी सूखी हुई रोटी मेरे पास रेहने दो।

©nuruddin Dilwar
  mashroor lafz

mashroor lafz #Shayari

f8f1dfd39d2a65c2a52ecd5bc058fdcf

nuruddin Dilwar

सफ़र जिंदगी में कभी रुकती नहीं।
तसल्ली बख्श मंज़िल कभी मिलती नहीं।

सबके दिलों में हे सब पाने की हवस।
ये हसरत की खाई हे जो कभी भरती नहीं।

©nuruddin Dilwar
  mashroor lafz

mashroor lafz #Shayari

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile