Nojoto: Largest Storytelling Platform
pavansen9323
  • 28Stories
  • 7.6KFollowers
  • 3.9KLove
    1.2KViews

pavan sen

kavi

  • Popular
  • Latest
  • Repost
  • Video
fa135ad324e84564ceb4215a281205ea

pavan sen

वो कह रहे हैं कि बात कर रहे हैं हमसे
तो अंदर जो खामोश बैठा, वो कौन है

©pavan sen
fa135ad324e84564ceb4215a281205ea

pavan sen

जाना जब तेरा हाल ए
 जिंदगी
मैं यूं ही रो दिया,,
क्या पाना था इस दुनिया में,,
जो  खुद को खो दिया। #LightsInHand
fa135ad324e84564ceb4215a281205ea

pavan sen

जिंदगी की हर मुश्किल अब हमारी हो रही है।
पता नहीं क्यूं,,
खुद की ये जिंदगी अब खुद पर भारी हो रही है।। #DryTree
fa135ad324e84564ceb4215a281205ea

pavan sen

खुद की हार को आज में,
मुस्कराकर निहार रहा हूं।।
टास्क मिला मां पर लिखने का,
और मैं......हार गया हूं।।
क्योंकि....
आज तक भगवान भी मां की व्याख्या नहीं कर पाया और हम तो इंसान हैं।।
  only i will say...
love you my mom happy mother's day

happy mother's day

fa135ad324e84564ceb4215a281205ea

pavan sen

आई विपदा और मचा शोर।
छाया है तम ऐसा घनघोर ।
विश्व पटल की भूमि पर 
है हाहाकार मचा चहुं ओर।
देश भक्ति दिखलाने की ।
ये मुश्किल है तेरी डगर ।
भारत मां तुझसे बोल रही......
थोड़ा ठहर , थोड़ा ठहर ।।

अदृश्य शत्रु में बडा जोर।
यह महाशक्ति नहीं इसका तोड़।
मानव जाति पर विजय हेतु ।
 यह मद में  घूम रहा चहुं ओर।
घर में रहकर यह लड़ने की 
मुश्किल तो तेरी डगर ।
भारत मां तुझसे बोल रही ‌....
थोड़ा ठहर , थोड़ा ठहर ।। Fight with korona....

Fight with korona....

fa135ad324e84564ceb4215a281205ea

pavan sen

मुझे रुलाने के लिए तूने कुछ ऐसी सजा दी।।
छोड़ कर साथ मेरा दुनिया किसी और की बसा ली।। अलविदा।।

अलविदा।।

fa135ad324e84564ceb4215a281205ea

pavan sen

चलना तो फितरत में था और रुका नहीं।।
गलती एक यही थी कि मैं झुका नहीं।।
good bye... good bye

good bye

fa135ad324e84564ceb4215a281205ea

pavan sen

वक्त का खेल कुछ समझ नहीं आया है।
दर्द तो मुझमें भी है, किसी को नजर नहीं आया है।।
सबकी नजरों में अब कुछ करके दिखाना है।।
वक्त..... तुझे वक़्त से चलना सिखाना है।।। future belongs to me

future belongs to me

fa135ad324e84564ceb4215a281205ea

pavan sen

#Pehlealfaaz तुझे पाने की चाहत में कुछ ऐसा कर गुजर रहे हैं।।
जीना छोड़कर हम अब
 पल-पल मर रहे हैं।। for special person

for special person #Pehlealfaaz

fa135ad324e84564ceb4215a281205ea

pavan sen

शत् शत् बार नमन मां तुझको
शत् शत् बार ये वंदन है।।
गूंज उठा आकाश
 हमारे वीर हवा तन मन में है।।
पर्वत तक को झुका लिया
चारों ओर ये कृंदन है।।
आज गर्व भारत मां तुझपर....।
हर बेटा तेरा अभिनंदन है।। my old poem.....

my old poem.....

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile