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Anuradha T Gautam 6280
#स्त्री_का_दर्द_सिर्फ_स्त्री_ही अच्छे से समझ सकती है और बिन बोले बेटी का दर्द सिर्फ #एक_माँ_ही समझती है..🖊️ राखी_पांडे_धन्यवाद_आपका💐 #लव #अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻♀️
read moreMukesh Poonia
बच्चे ज्यादा परेशान कर रहे हो तो उन्हें पढ़ने के लिए बोले, यह तरीका सबसे आसान है उनको सुलाने का... ©Mukesh Poonia #बच्चे ज्यादा #परेशान कर रहे हो तो उन्हें #पढ़ने के लिए बोले, यह #तरीका सबसे २आसान है उनको #सुलाने का... आज का विचार अच्छे विचार फोटो सुविच
Jayesh gulati
White A appreciation post for my best friend (read in caption) ©Jayesh gulati कुछ यादें है जो कभी दिल से निकाल नहीं सकता मना खामोश रहते है अब हम दोनों मगर तेरा भाई तुझे भुला नहीं सकता आधी रात को भी तू करदे कॉल तेरा भाई
कुछ यादें है जो कभी दिल से निकाल नहीं सकता मना खामोश रहते है अब हम दोनों मगर तेरा भाई तुझे भुला नहीं सकता आधी रात को भी तू करदे कॉल तेरा भाई #विचार
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
कुण्डलिया छन्द :- राधा-राधा जप रहे , देखो बैठे श्याम । आ जायें जो राधिका , तो पायें आराम ।। तो पायें आराम , चैन की वंशी बोले । फिर यमुना के तीर , प्रेम के वह रस घोले ।। ग्वाल-बाल का साथ , करे जिनका दुख आधा । वह ही है घनश्याम , चली जिनके सह राधा ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया छन्द :- राधा-राधा जप रहे , देखो बैठे श्याम । आ जायें जो राधिका , तो पायें आराम ।। तो पायें आराम , चैन की वंशी बोले । फिर यमुना के
कुण्डलिया छन्द :- राधा-राधा जप रहे , देखो बैठे श्याम । आ जायें जो राधिका , तो पायें आराम ।। तो पायें आराम , चैन की वंशी बोले । फिर यमुना के #कविता
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
White कुण्डलियाँ कंकर-कंकर में वही , शंकर जिनका नाम । देवों के वह देव हैं , घट-घट उनका धाम ।। घट-घट उनका धाम , वही देखो अविनाशी । नगर बसाये एक , नाम जिसका है काशी ।। करो अर्घ्य स्वीकार, कहाँ हो हे शिवशंकर । हम तो जाने आप , बसे हो कंकर-कंकर ।। भोले बाबा आज तो , आओ घर मजदूर । खोज-खोज हम थक गये , हुए आज मजबूर ।। हुए आज मजबूर , कहाँ हो बाबा नन्दी । तुम बतलाओ आज , सोच क्या अपनी गन्दी ।। हम तो उनके भक्त , नाम शिव-शिव ही बोले । पर हमसे ही रूष्ट , छुपे बैठे हैं भोले ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलियाँ कंकर-कंकर में वही , शंकर जिनका नाम । देवों के वह देव हैं , घट-घट उनका धाम ।। घट-घट उनका धाम , वही देखो अविनाशी ।
कुण्डलियाँ कंकर-कंकर में वही , शंकर जिनका नाम । देवों के वह देव हैं , घट-घट उनका धाम ।। घट-घट उनका धाम , वही देखो अविनाशी । #कविता
read moreManya Parmar
औरतें बचपन से नजरांदाज दुत्कार का व्यवहार सहती आई है इसलिए वे ऐसी हो गई है तुम एक दिन भी नहीं सह पाओगे अपनो का ऐसा व्यवहार, आदमी होने की सार #Shayari
read moreManya Parmar
पहले अपनी कमियां देखे फिर औरत को गिनाओ। प्यार अपनापन परिवार चाहते हो तो एक दूसरे का सम्मान करों हिम्मत बनो, गलतियां नजरंदाज करों, गलती सुधार #Motivational
read moreAnkur tiwari
White कुछ बातें की मुझसे प्यारी, जज़्बात जताकर चले गए मुझ जैसे चंचल से मन को,हालत बताकर चले गए वो चले गए होकर के खफा ,पर गिला था क्या कुछ कहा नहीं वो यूं आए मेरे जीवन में और ,मुझे इश्क़ सिखाकर चले गए उसने ही सिखाया प्रेम मुझे ,और भाव समर्पण सिखलाया उसने ही मुझको खुद से भी ,इश्क़ जताना सिखलाया उसने ही सिखाया दवा मुझे ,फिर मर्ज लगाकर चले गए वो यूं आए मेरे जीवन में और ,मुझे इश्क़ सिखाकर चले गए कैसे समझे जज़्बात किसी के,कैसे लोगों से मिले कभी कैसे हमें प्यार जताना हैं ,जिनसे पहले हम मिले नही जो मैं न था मुझमें ही कभी ,वो मुझे बनाकर चले गए वो यूं आए मेरे जीवन में और ,फिर इश्क़ सिखाकर चले गए जब उनको अपना जान लिया ,मन से उनको ही मान लिया जीवन संग गुजर बसर करने को,जब उन संग मैंने ठान लिया बिन बोले कुछ वो थाम हाथ ,किसी और के संग में चले गए वो यूं आए मेरे जीवन में ,और इश्क़ सिखाकर चले गए अब तो बस उनकी यादें हैं , जो तकिया रोज भिगोती हैं ये आंखें मेरी केवल बस, उनके ख़्वाब संजोती हैं लेकिन वो फिर ना आयेंगे कभी, एहसास जताकर चले गए वो यूं आए मेरे जीवन में और, इश्क़ सिखाकर चले गए ©Ankur tiwari #sad_dp कुछ बातें की मुझसे प्यारी, जज़्बात जताकर चले गए मुझ जैसे चंचल से मन को,हालत बताकर चले गए वो चले गए होकर के खफा ,पर गिला था क्या कु