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mannat maan
White चांदनी रात में तरह तरह के सितारे मिलते है, उसी रात को देखने के लिए नाजारे मिलते है , जो खुश हो ते है वो सेलिब्रेट करते है अपने हिसाब से , ठेके पर तो हम जैसे गम के मारे मिलते है ©mannat maan #Sad_Status sad shayri karan singh rathore Tosif Ansari ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री) Ayush Malu Shaayar Bhaiyya
#Sad_Status sad shayri karan singh rathore Tosif Ansari ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री) Ayush Malu Shaayar Bhaiyya
read moreअरून कुशवाहा युवा अध्यक्ष जन अधिकार पार्टी प्रयागराज
White हैप्पी करवा चौथ 20/10/2024 ©official Arun #karwachouth Dev Bhati Riya sardar singh yadav Sudha Tripathi ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)
#karwachouth Dev Bhati Riya sardar singh yadav Sudha Tripathi ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)
read moreअरून कुशवाहा युवा अध्यक्ष जन अधिकार पार्टी प्रयागराज
Riya ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री) Pooja Udeshi Romeo Kumar Dev Bhati
read moreअरून कुशवाहा युवा अध्यक्ष जन अधिकार पार्टी प्रयागराज
बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाकर चौकी निकल गई Riya Dev Bhati sardar singh yadav Sudha Tripathi ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ र
read moreusFAUJI
White समय पर जाग जाओ वरना सबकुछ बर्बाद हो जाएगा ©usFAUJI समय पर जाग जाओ वरना सबकुछ बर्बाद हो जाएगा #saveyourchild #banonlinegame
समय पर जाग जाओ वरना सबकुछ बर्बाद हो जाएगा #saveyourchild #banonlinegame
read moreSatish Kumar Meena
India quotes घुसा अंधकार पलकों में भाग, जाग! मातृभूमि के सुख जाग।। प्रेम जागा नया नमन में, तिरंगा लहरा उठा भवन में, जाग उठे पुष्प चमन में, पुष्पों में गूंजा भवरों का राग। जाग! मातृभूमि के सुख जाग। ©Satish Kumar Meena मातृभूमि के सुख जाग
मातृभूमि के सुख जाग
read moreAkash atle
Andy Mann
White पिताजी के अचानक.आ धमकने से पत्नी तमतमा उठी लगता है, बूढ़े को पैसों की ज़रूरत आ पड़ी है, वर्ना यहाँ कौन आने वाला था...अपने पेट का गड्ढ़ा भरता नहींघरवालों का कहाँ से भरोगे ? मैं नज़रें बचाकर दूसरी ओर देखने लगा। पिताजी नल पर हाथ-मुँह धोकर सफ़र,, की थकान दूर कर रहे थे इस बार मेरा हाथ कुछ ज्यादा ही तंग हो गया। बड़े बेटे का जूता फट चुका है। वह स्कूल जाते वक्त रोज भुनभुनाता है। पत्नी के इलाज के लिए पूरी दवाइयाँ नहीं खरीदी जा सकीं। बाबूजी को भी अभी आना था।घर में बोझिल "चुप्पी" पसरी हुई थी खाना खा चुकने पर,, पिताजी नेमुझे पास बैठने का इशारा किया। मैं शंकित था किकोई आर्थिक समस्या लेकर आये होंगे. पिताजी कुर्सी पर उठ कर बैठ गए। एकदम बेफिक्र...!!! “ सुनो ” कहकरउन्होंने मेरा ध्यान अपनी ओर खींचा।मैं सांस रोक कर उनके मुँह की ओर देखने लगा। रोम-रोम कान बनकर,,अगला वाक्य सुनने के लिए चौकन्ना था। वे बोले...“ खेती के काम में घड़ी भर भी फुर्सत नहीं मिलती। इस बखत काम का जोर है।रात की गाड़ी से वापस जाऊँगा।तीन महीने से तुम्हारी कोई चिट्ठी तक नहीं मिली... जब तुम परेशान होते हो, तभी ऐसा करते हो।उन्होंने जेब से सौ-सौ के पचास नोट निकालकर मेरी तरफ बढ़ा दिए, “रख लो। तुम्हारे काम आएंगे।धान की फसल अच्छी हो गई थी। घर में कोई दिक्कत नहीं ह तुम बहुत कमजोर लग रहे हो। ढंग से खाया-पिया करो, बहू का भी ध्यान रखो। मैं कुछ नहीं बोल पाया।शब्द जैसे मेरे हलक मे फंस कर रह गये हों ।मैं कुछ कहता इससे पूर्व ही पिताजी ने प्यार से डांटा“ले लो, बहुत बड़े हो गये हो क्या ..?” “ नहीं तो।" मैंने हाथ बढ़ाया। पिताजी ने नोट मेरी हथेली पर रख दिए। बरसों पहले.पिताजी मुझे स्कूल भेजने के लिए इसी तरह हथेली पर अठन्नी टिका देते थे,पर तब मेरी नज़रें ..आजकी तरह झुकी नहीं होती थीं।एक बात हमेशा ध्यान रखे... माँ बाप अपने बच्चो पर बोझ हो सकते हैं बच्चे उन पर बोझ कभी नही होते हैं । ©Andy Mann #आप-बीती अदनासा- Dr. uvsays Ravi Ranjan Kumar Kausik Santosh Narwar Aligarh Neel
#आप-बीती अदनासा- Dr. uvsays Ravi Ranjan Kumar Kausik Santosh Narwar Aligarh Neel
read morePankaj
White कि बीती हुई बातों को हर वक्त बताती है कभी हुआ था इश्क ऐ याद दिलाती है और इससे बड़ा दुश्मन कोई क्या मिलेगा हमको इतना तो तुम भी नहीं सताए जितनी याद सताती है ©Pankaj कि बीती हुई बातों को
कि बीती हुई बातों को
read moreSADIQUE HUSSAIN
White پھر جاگ اٹھا ہےدل میں پُرانےدنوں کا درد جی چاہتاہےکہ پھر کوئی تازہ غزل لکھوں صادق حسین ارریاوی फिर जाग उठा है दिल में पुराने दिनों का दर्द जी चहता है के फिर कोई ताज़ा ग़ज़ल लिखुं सादिक हुसैन अररियावी ©SADIQUE HUSSAIN #Sad_shayri फिर जाग उठा है दिल में
#Sad_shayri फिर जाग उठा है दिल में
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