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Pooja Singh
सफलता खुद के दम पर पाया जाता है, दूसरों के कन्धों पर सिर्फ जनाजे ही उठा करते हैं। 👍 wmotivational story in hindi
read moreHimanshu Prajapati
White मोहब्बत बदला नजारा बदला हकीकत से पर्दा उठा तो किनारा बदला, पहले रास्ता बदला फिर लोग बदला बाद में घर बदला जिम्मेदारिया छोड़कर मैंने सहारा बदला..! ©Himanshu Prajapati #good_night मोहब्बत बदला नजारा बदला हकीकत से पर्दा उठा तो किनारा बदला, पहले रास्ता बदला फिर लोग बदला बाद में घर बदला जिम्मेदारिया छोड़कर
#good_night मोहब्बत बदला नजारा बदला हकीकत से पर्दा उठा तो किनारा बदला, पहले रास्ता बदला फिर लोग बदला बाद में घर बदला जिम्मेदारिया छोड़कर
read moreAnant Nag Chandan
उठा तो लूंगा मैं सूरज को भी अपने इन हाथों से मगर डर है रोशनी से कहीं लोग जल ना जाएं। –अनंत ©Anant Nag Chandan उठा तो लूंगा मैं सूरज को भी अपने इन हाथों से मगर डर है रोशनी से कहीं लोग जल ना जाएं। –अनंत
उठा तो लूंगा मैं सूरज को भी अपने इन हाथों से मगर डर है रोशनी से कहीं लोग जल ना जाएं। –अनंत
read moreHeer
जय जय श्री राधे 🙌🥰🌸 तेरी ममता और करुणा की है आस मेरी श्रीजी, गोदी उठा ले ना मां, हृदय से तेरे लग के आज भर लूं आखिरी सांस आज। 🙏🙇🏻♀️🥺 तेरे चर
read moreDevesh Dixit
मंत्री जी मंत्री जी ओ मंत्री जी मुंह उठा कर कहां चले धोती कुर्ता पहन के टोपी धूल उड़ा कर कहां चले अत्याचारों से लिपटी धरती सब तुम्हारी करनी है आतंकवाद की बढ़ती दरिंदगी सब तुम्हारी निशानी है पाप कर्म और मक्कारी का दिया जलाया तुमने है खून बहा के निर्दोषों का धन कमाया तुमने है मुद्दा बनाके जाति - पांति का आपस में लड़वाया तुमने है उसी से भड़कती है हिंसा उसी से रोटी सेंकी है और कौन से कुकर्म हैं बाकी जो तुमने आगे करने हैं धरती माता पर और लहू की बारिश करनी तुमने है मंत्री जी ओ मंत्री जी मुंह उठा कर कहां चले धोती कुर्ता पहन के टोपी धूल झोंक कर कहां चले ……………………………. देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #मंत्री_जी #nojotohindi #nojotohindipoetry मंत्री जी मंत्री जी ओ मंत्री जी मुंह उठा कर कहां चले धोती कुर्ता पहन के टोपी धूल उड़ा कर कहां च
#मंत्री_जी #nojotohindi #nojotohindipoetry मंत्री जी मंत्री जी ओ मंत्री जी मुंह उठा कर कहां चले धोती कुर्ता पहन के टोपी धूल उड़ा कर कहां च
read moreHimanshu Prajapati
White माना की मुझे ज्यादा बोलने की बिमारी है, तुमने मुझे प्यार से चुप क्यों नहीं कराया, थी अगर किसी और के साथ प्यार में तो फिर पहले क्यों नहीं बताया, घूमता रहा तेरे आगे पीछे मैंने बस अपना वक्त फिजूल में गवाया, चलो ठीक है ये भी, बला टली, दुर हुआ एक बुरा साया..! ©Himanshu Prajapati #good_night माना की मुझे ज्यादा बोलने की बिमारी है, तुमने मुझे प्यार से चुप क्यों नहीं कराया, थी अगर किसी और के साथ प्यार में तो फिर पहले क
#good_night माना की मुझे ज्यादा बोलने की बिमारी है, तुमने मुझे प्यार से चुप क्यों नहीं कराया, थी अगर किसी और के साथ प्यार में तो फिर पहले क
read moreSADIQUE HUSSAIN
White پھر جاگ اٹھا ہےدل میں پُرانےدنوں کا درد جی چاہتاہےکہ پھر کوئی تازہ غزل لکھوں صادق حسین ارریاوی फिर जाग उठा है दिल में पुराने दिनों का दर्द जी चहता है के फिर कोई ताज़ा ग़ज़ल लिखुं सादिक हुसैन अररियावी ©SADIQUE HUSSAIN #Sad_shayri फिर जाग उठा है दिल में
#Sad_shayri फिर जाग उठा है दिल में
read moreDevesh Dixit
काल चक्र (दोहे) काल चक्र है घूमता, समझो इसका सार। देता सबको सीख है, जो माने वह पार।। रचा ईश ने जब इसे, मकसद है कुछ खास। सदुपयोग इसका करें, उनको भी है आस।। काल चक्र के देवता, देते हैं परिणाम। जिसका जैसा कर्म है, वैसा उसको दाम।। काल चक्र बलवान है, कहते सभी सुजान। विमुुख न होना तुम कभी, बनकर के अनजान।। काल चक्र से बच सका, जरा बताओ कौन। मूल्य नहीं क्यों जानते, अभी रहो तुम मौन।। .......................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #काल_चक्र #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry काल चक्र (दोहे) काल चक्र है घूमता, समझो इसका सार। देता सबको सीख है, जो माने वह पार।। रचा
#काल_चक्र #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry काल चक्र (दोहे) काल चक्र है घूमता, समझो इसका सार। देता सबको सीख है, जो माने वह पार।। रचा
read moreAnjali Singhal
Good Night 🌙 तारों के बीच में चाँद अकेला ही निकल पड़ता है ✍️ #शायरी shayari #AnjaliSinghal nojoto "तारों के बीच में चाँद अकेला ही निकल
read moreIrfan Saeed
White जहर था पहले कभी दिखावे को दवा बन गया एक था अपना कभी जो फिर से सज़ा बन गया मेरे गांव की हवा ने ही धोखा दिया था मुझे अंदाजा था बहार का तूफ़ान ए बला बन गया इरफांन" तेरे ज़मीर को हिलाने की थी शाजिशें आंधियों का शोर उठा और जलजला बन गया ©Irfan Saeed जहर था पहले कभी दिखावे को दवा बन गया एक था अपना कभी जो फिर से सज़ा बन गया मेरे गांव की हवा ने ही धोखा दिया था मुझे अंदाजा था बहार
जहर था पहले कभी दिखावे को दवा बन गया एक था अपना कभी जो फिर से सज़ा बन गया मेरे गांव की हवा ने ही धोखा दिया था मुझे अंदाजा था बहार
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