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कवि प्रभात
मग देखेंगे नैन द्वय, तव तब तक प्रियतम | जब तक काल के ग्रास न, बन जायेंगे हम || ©कवि प्रभात हिंदी कविता कविता कोश कविता
हिंदी कविता कविता कोश कविता
read moreHimanshu Prajapati
White मोहब्बत बदला नजारा बदला हकीकत से पर्दा उठा तो किनारा बदला, पहले रास्ता बदला फिर लोग बदला बाद में घर बदला जिम्मेदारिया छोड़कर मैंने सहारा बदला..! ©Himanshu Prajapati #good_night मोहब्बत बदला नजारा बदला हकीकत से पर्दा उठा तो किनारा बदला, पहले रास्ता बदला फिर लोग बदला बाद में घर बदला जिम्मेदारिया छोड़कर
#good_night मोहब्बत बदला नजारा बदला हकीकत से पर्दा उठा तो किनारा बदला, पहले रास्ता बदला फिर लोग बदला बाद में घर बदला जिम्मेदारिया छोड़कर
read moreAnukaran
White बदला नही हूँ, बस थोडा सहम गया हूँ, रुका नही हूँ, बस थोडा थक गया हूँ, अब कुछ बोलता नही हूँ, बस थोड़ा सभी का मन टटोल रहा हूँ.... क्रमशः... ©Anukaran #बदला
punit shrivas
तेज़ हवाओ से पर्वत हिलेगा नही सुंदर भूमी पर कमल खिलेगा नही एक जैसी शक्ल के मिलेंगे बहुत कोई दर्पण के जैसा मिलेगा नही पुनीत कुमार नैनपुर ©punit shrivas #talaash देशभक्ति कविता कविता कोश मराठी कविता कविता बारिश पर कविता
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read morebina singh
मोहब्बत में रुसवाई नहीं होती अगर जो हो जाये मोहब्बत बेवफाई नहीं होती अकेले हो तुम पर तन्हाई नहीं होती मोहब्बत में बीमार जैसी कोई बीमारी नहीं होती मोहब्बत में मर्ज़ की कहि कोई सुनवाई नहीं होती... by bina singh ©bina singh #devdas कविता ,कविता , प्रेम कविता कविता कोश
#devdas कविता ,कविता , प्रेम कविता कविता कोश
read moreParasram Arora
White बसंत से बदला लेने के लिए ज़ब पतझड़ आकाश से धरती पर उतर आता है तों फिर वो हर वृक्ष के हरियल पत्तों को नोच कर धारती पर पटक कर सभी वृक्षॉ को नँगा कर देता है ©Parasram Arora बदला
बदला
read moreAmrendra Kumar Thakur
तरक्की का मतलब क्या? चूल्हे पर जलती धीमी लौ, कुनकुनाती आग में यादें बुनती जो। झुर्रियों में छिपी कितनी कहानियाँ, जीवन की उतार-चढ़ाव की निशानियाँ। सालों के सफ़र में ये हाथ थके, ख़्वाब बुने जो अब धुंधले दिखे। इस घर की नींव में उनके पसीने, आज अकेले, बिन किसी साए के जीने। तरक्की का मतलब क्या हुआ? अगर माँ-बाप का सहारा ना बना। जिन्होंने हर मुश्किल सह ली, उनके बुढ़ापे में, हम दूर चल दिए। दुनिया आगे बढ़ती जाती, पर ये उम्र ठहर सी जाती। सफलता का क्या मतलब है अगर, उनकी देखभाल से हम हट गए, कहीं दूर जाकर? ना हो उनकी उम्र में कोई दर्द, ना झलके आँखों में कोई सर्द। तरक्की वो नहीं जो प्यार ना दे, जो अपने बुज़ुर्गों का साथ ना रहे। ©Amrendra Kumar Thakur #oldage हिंदी कविता कविता कोश कविता हिंदी कविता
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read moreSundeep Kumar Sk
#kahaaniyan प्रेरणादायी कविता हिंदी हिंदी कविता कविता कविता कोश प्यार पर कविता
read morevineet kumar sharma
#HeartfeltMessage प्रेरणादायी कविता हिंदी हिंदी कविता हिंदी कविता कविता कोश कविता
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