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संस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु
आप सभी को देव दिपावली पर्व गंगा स्नान व गुरु पुरब की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏 🎇 🎇 🪔 भाषा शैली स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्ष
read moreLiyakat Ali
Dev Deepawali 2024 Coming Soon वाराणसी देव दिवाली | देव दिवाली बनारस | काशी की दिवाली DevDeepawali devdiwali status Trending Banara
read moreAyushi Singh
White प्रेम की शक्ति जाननी हो तो काशी चले आना। और यदि प्रेम का अर्थ जानना हो तो वृंदावन चले जाना। ©Ayushi Singh #प्रेम #बनारस #काशी #वृंदावन #ayushisingh #Nojoto #hindipoetry bhakti
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read moreSethi Ji
White एक दिन हम सब लिखते - लिखते बर्बाद हो जाएंगे किसी की मोहब्बत की याद , किसी की बिन मांगी फ़रियाद हो जाएंगे ज़िन्दगी भर चलेगा यह खोने - पाने का खेल मरने के बाद हम सब आज़ाद हो जाएंगे जीवन में हर दिन होता हैं हमारा इम्तेहान सोचो कुछ ऐसे अल्फाज़ , जिससे पढ़ने वाले के चेहरों पर आए मुस्कान वोह बना लेगा अपने मन में हमारी एक खूबसूरत पहचान फिर देखना हम भी लोगों के दिलों में आबाद हो जाएंगे एक शायर होता हैं समाज को आईना दिखाने वाला अपनी शायरी से दुनिया को सही और गलत समझाने वाला लगाओ ऐसी आग अपने शब्दों से जो बुझाए ना बुझे हमारे आज करें हुए कर्म आने वाली नस्लों के लिए बुनियाद हो जाएंगे चक लो एक बार आप भी मोहब्बत को हमारी बातों से लगेगा ऐसा चस्का फिर हम कभी ना भूलने वाला स्वाद हो जाएंगे लिखता हूँ अपने दिल के जज़्बात बस इसी आशा में दोस्तों शायद हम भी किसी के आँगन के दामाद हो जाएंगे 💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞 🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 ©Sethi Ji 🩷🩷 जीवन का मेला 🩷🩷 🩷🩷 दिल का अकेला🩷🩷 #GoodMorning #Sethiji #Trending #13Oct
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read moreबेजुबान शायर shivkumar
White शरद ऋतु का आगमन।। गदराई धानों की बाली, है पसरी चहुँमुख हरियाली। गया दशहरा, आया मेला, धूप गुनगुना, मोहक बेला। पड़ने लगे तुहिन कण। शरद ऋतु का आगमन।। गर्म कपड़े धुलने लगे हैं, बूढ़े अब ठिठुरने लगे हैं। क्षितिज़ पर छाने लगे कुहरें, परत सफेद गगन में बिखरे। रवि रथ पर दक्षिणायन । शरद ऋतु का आगमन।। उफनाईं नदियाँ सिमट रही, तने से लताएँ लिपट रही। धीवर चले ले जलधि में नाव, मन मोहक अब लगता गाँव। निखर उठे हैं तन - मन। शरद ऋतु का आगमन।। लहराते खेतों में किसान, मन ही मन गा रहा है गान। धरती सार सहज बतलाती, धूप छांव जीवन समझाती। नाच रहे मस्त मगन , शरद ऋतु का आगमन।। ©बेजुबान शायर shivkumar #मौसम Sethi Ji Bhanu Priya Kshitija Sana naaz puja udeshi हिंदी कविता कविताएं कविता कोश बारिश पर शरद ऋतु का आगमन।। गदराई धानों की बा
#मौसम Sethi Ji Bhanu Priya Kshitija Sana naaz puja udeshi हिंदी कविता कविताएं कविता कोश बारिश पर शरद ऋतु का आगमन।। गदराई धानों की बा
read moreShashi Bhushan Mishra
कब तलक मेला चलेगा, फिर अकेलापन खलेगा, दिवस का अवसान होगा, सूर्य अस्ताचल ढ़लेगा, ख़त्म होंगे बाग से फल, वृक्ष भी कबतक फलेगा, बढ़ेगा उत्ताप जिस दिन, बर्फ पर्वत पर गलेगा, मोह में जिसके पड़े तुम, वही आकर फिर छलेगा, फूँक कर तुम छाछ पीना, तप्त हो यदि मुँह जलेगा, लाख करलो कोशिशें तुम, लिखा विधि का ना टलेगा, चूकना अवसर न 'गुंजन', हाथ फिर कबतक मलेगा, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' समस्तीपुर बिहार ©Shashi Bhushan Mishra #कब तलक मेला चलेगा#
#कब तलक मेला चलेगा#
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