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Anuradha T Gautam 6280
नव #कल्पना,नव #ज्योत्सना नव #शक्ति,नव #अराधना नित नए #बहार मिले #माता_के_दरबार_में आपको #नवरात्रि_की_शुभकामनाएं..🖊️ 🙏🪔🧘♀️🌺👣🌺🧘♀️🪔🙏 #लव #अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻♀️
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
वास्तविक आवाज शीर्षक न यावद् उमानाथपादारविन्दम् श्री शिव रुद्राष्टकम् हिंदी अर्थ सहित . . विधा श्री शिव रुद्राष्टकम् हिंदी अर्थ सहित श्लोक #Trending #भक्ति #हरहरमहादेव #femalerealvoice #कवितावाचक #tarukikalam #devotionally_spiritually_taru #श्रीशिवरुद्राष्टकम् #नयावद्उमानाथपादारविन्दम्
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
#ग़ज़ल :- #जन्मदिन_की_बहुत_बहुत_बधाई_एंव_ शुभकामनाएं_कीर्ति_बेटा तुझे ऊँचा अफसर बनाने की हसरत है । जहाँ तक पढ़े तू पढ़ाने की हसरत है ।।१ खिलों फूल सा अब हँसाने की हसरत है । तुम्हारे लिए चाँद लाने की हसरत है ।।२ हटाकर मैं काँटे तेरे रास्ते के डगर साफ़ सुथरी दिखाने की हसरत है ।।३ करो खूब बेटी सदा नाम जग में । यही कीर्ति तुमको दिलाने की हसरत है ४ महादेव लाए घड़ी वह सुहानी । कि डोली तुम्हारी सजाने की हसरत है ५ कली बाग की तुम हमारी हो पहली । तुम्हें देख कर मुस्कुराने की हसरत है ।। ६ खुशी से मनाए प्रखर दिन तुम्हारा । खुशी आज पूरी जताने की हसरत है ७ १४/०८/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR #ग़ज़ल :- #जन्मदिन_की_बहुत_बहुत_बधाई_एंव_शुभकामनाएं_कीर्ति_बेटा तुझे ऊँचा अफसर बनाने की हसरत है । जहाँ तक पढ़े तू पढ़ाने की हसरत है ।।१ खिलों
#ग़ज़ल :- #जन्मदिन_की_बहुत_बहुत_बधाई_एंव_शुभकामनाएं_कीर्ति_बेटा तुझे ऊँचा अफसर बनाने की हसरत है । जहाँ तक पढ़े तू पढ़ाने की हसरत है ।।१ खिलों #शायरी
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White ©हमने परिंदो के चमन को उजड़ते देखा,समंदर ए साहिल पे,तिश्नगी में मरते देखा//१ अपने गमजे छुपाकर उसे मैने हंँसते देखा,यानि एक जिंदा दिल को घुटकर मरते देखा//२ बागबा को पैरो से गुलों को मसलते देखा,हमने सब्जे शजर को उखड़ते देखा//३ मिन्नते बहुत की उसने उल्फते-वस्ल् की,हमने उल्फते वस्ल को हिज़्र में तड़पते देखा//४ माना नशा ए इश्क बहुत बुरी लत है,हमने इश्के लत को हर उम्र में चढते देखा/५ ऐ इब्न् आदम इतना मगरूर ना हो इस जवानी पर,हमनें हर जवानी को बुढ़ापे में ढलते देखा//६ एतबार ना करना चांद से मेहबूब पर"शमा"ने ईद के चांद को भी अर्श में छुपते देखा//७ #shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Sad_shayri ©हमने परिंदो के चमन को उजड़ते देखा,समंदर ए साहिल पे,तिश्नगी में मरते देखा//१ अपने गमजे छुपाकर उसे म
#Sad_shayri ©हमने परिंदो के चमन को उजड़ते देखा,समंदर ए साहिल पे,तिश्नगी में मरते देखा//१ अपने गमजे छुपाकर उसे म #Live #writersofindia #urdupoetry #Rishtey #poetsofindia #shayarilover #shamawritesBebaak
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दोहा :- पढ़ा लिखा इतिहास का , दो अब सारे फेक । रहे सनातन याद बस , काम यही है नेक ।।१ बढ़ती दुनिया देखकर , मन करता है आज । जाऊँ पीछे आज बस , जहाँ लखन का राज ।।२ राजा बनकर राज कर , बनना नहीं नवाब । पारिजात को भूलकर , खोजे आज गुलाब ।।३ अपना भी इतिहास पढ़, खोल पुराने ग्रंथ । वह बतलायेंगे तुम्हें , सरल सुलभ नित पंथ ।।४ सुनना चाहो आप नित , कोई कहे नवाब । क्या अपने फिर धर्म को , दोगे आप जवाब ।।५ सबको अपने धर्म का , करना चहिये मान । इसीलिए तो जन्म ये , दिया तुम्हें भगवान ।।६ बने सनातन फिर रहे , गली-गली सब लोग । होता ज्ञान अगर तुम्हें , करते उचित प्रयोग ।।७ ज्ञान नहीं है धर्म का , भटक रहे सब लोग । तब ही तो तुम कर रहे , अनुचित यहां प्रयोग ।।८ हुआ तुम्हारे कर्म से , धर्म अगर बदनाम । याद रखो बख्शे नहीं , तुम्हें कभी भी राम ।।९ महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :- पढ़ा लिखा इतिहास का , दो अब सारे फेक । रहे सनातन याद बस , काम यही है नेक ।।१ बढ़ती दुनिया देखकर , मन करता है आज । जाऊँ पीछे आज बस ,
दोहा :- पढ़ा लिखा इतिहास का , दो अब सारे फेक । रहे सनातन याद बस , काम यही है नेक ।।१ बढ़ती दुनिया देखकर , मन करता है आज । जाऊँ पीछे आज बस , #कविता
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ग़ज़ल :- आप आये हैं खुशी है हर तरफ़ । आज घर में रोशनी है हर तरफ़ ।।१ इस जहाँ की भीड़ से आगे निकल । भूल जा तू बेबसी है हर तरफ़ ।।२ देख तो ले बदनसीबी को मेरी । रोक कर रस्ता खड़ी है हर तरफ़ ।।३ दिख रही है आदमी में बुज़दिली । इसलिए तो खुदकुशी है हर तरफ़ ।।४ अब भरोसे का नही है आदमी । ये खबर भी तो छपी है हर तरफ़ ।।५ मानकर बातें सभी दिलदार की । जान की बाजी लगी है हर तरफ़ ।।६ दो निवालों के लिए है भागता । तिलमिलाती ज़िन्दगी है हर तरफ़ ।।७ उसके गदराये बदन को देखकर । बोली ऊँची ही लगी है हर तरफ़ ।।८ जान की कीमत नही बाजार में । गोश्त की कीमत बढ़ी है हर तरफ़ ।।९ किसलिए मायूस होना दुनिया से । हौसला रख ज़िन्दगी है हर तरफ़ ।।१० ज़िन्दगी में अब यही बाकी प्रखर । आज आँखों में नमी है हर तरफ़ ।।११ महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- आप आये हैं खुशी है हर तरफ़ । आज घर में रोशनी है हर तरफ़ ।।१ इस जहाँ की भीड़ से आगे निकल । भूल जा तू बेबसी है हर तरफ़ ।।२ देख तो ले बदनसीब
ग़ज़ल :- आप आये हैं खुशी है हर तरफ़ । आज घर में रोशनी है हर तरफ़ ।।१ इस जहाँ की भीड़ से आगे निकल । भूल जा तू बेबसी है हर तरफ़ ।।२ देख तो ले बदनसीब #शायरी
read moreARTI DEVI(Modern Mira Bai)
White अल्लाहु अकबर, आशादू अल्लाह इलाहा इल्लल्लाह ‘माह-ए-मोहर्रम ‘ इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने का नाम है। यह नव वर्ष 7 जुलाई से शुरू हुआ है। इस महीने की 10 तारीख को रोज-ए-आशुरा (Day Of Ashura) कहा जाता है। वर्ष 2024 में मुहर्रम/ मोहर्रम 17 जुलाई को मनाया जायेगा। 1341 वर्ष पहले मुहर्रम महीने की 10वीं तारीख को पैगंबर मोहम्मद के नाती हज़रत हुसैन का कत्ल किया गया था। इसी कारण इस्लाम में मुहर्रम के महीने को मुसलमानों द्वारा मातम के रूप में मनाया जाता है। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें: https://bit.ly/3ScfUqb #Muharram #muharram2024 ©ARTI DEVI(Modern Mira Bai) #good_morning_quotes #love_shayari #लव #शायरी #कविता #viral #Love #कॉमेडी अल्लाहु अकबर, आशादू अल्लाह इलाहा इल्लल्लाह ‘माह-ए-मोहर्रम ‘ इस्ल
#good_morning_quotes #love_shayari #लव #शायरी #कविता #viral Love #कॉमेडी अल्लाहु अकबर, आशादू अल्लाह इलाहा इल्लल्लाह ‘माह-ए-मोहर्रम ‘ इस्ल #भक्ति #muharram #muharram2024
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
shayari खुदाया तेरी ये दुनियां भी उकता गई हैं,के*जुल्मते _गिरफ्त से घबरा गई है//१ *घोर अन्धकार की पकड़ क्या उफ्फ करूँ,और क्या आह भरूं,बिन ब #shayri #shamawritesBebaak
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White खुदाया तेरी ये दुनियां भी उकता गई हैं, के*जुल्मते_गिरफ्त से घबरा गई है//१ क्या उफ्फ करूँ,और क्या आह भरूं,बिन बोले मेरी ये*लब_कुशाई भी अब शरमा गई है//२ सावन के चरे को हरा ही हरा दिखा,इन किफायती चश्म से अबतक ना हाय तौबा गई है//३ अपनी सादादिली की सजा ये भुगती, के बाइसे सादगी ही हमे ठुकरा गई है//४ एक बशर जो लगता था बेहद अज़ीज़, उसी अज़ीज़ की अब बेवफाई रुला गई है//५ *वालिद की*फौतगी ने वो_वो मंज़र दिखाए,के अपनों की बद_सलुकी भी बेहिसाब सता गई है//६ खुदाया आस पास से होकर मायूस, "शमा"की*आहफुगा भी अब थर्रा गई है//७ #shamawritesbebaak #poetry #shayri ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Sad_shayri खुदाया तेरी ये दुनियां भी उकता गई हैं,के*जुल्मते _गिरफ्त से घबरा गई है//१ *घोर अन्धकार की पकड़ क्या उफ्फ करूँ,और क्या आह भरूं,बि
#Sad_shayri खुदाया तेरी ये दुनियां भी उकता गई हैं,के*जुल्मते _गिरफ्त से घबरा गई है//१ *घोर अन्धकार की पकड़ क्या उफ्फ करूँ,और क्या आह भरूं,बि #shamawritesBebaak
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सुन ना जी मोर मयारु,,, यहूँ हा हमर मन के का मया हरे यार देख ना, ना मैं तोर नाव ले सको । ना ही मंय तोर नाव ला मोर कविता मा लिख सकों । ना मंय तोर से मिले सको, ना ही बात कर सको । अऊ ना ही मंय तोर ऊपर मया जता सको। ना ही मंय तोला कोनों ला बता सको । ना ही मंय तोर फोटू ला कोनों ला देखा सको । ना ही मंय, हमर दूनों झन के मया ला जनवा सको़ । ना मंय तोर साथ सुघ्घर मीठ भाखा गोठिया सकों । ना ही मंय तोर गाँव, तोर घर घूमे ला आ सको। हमर दूनों झन के ये कईसना मया हरे यार,,, देख ना एक बंद पिंजरा मा धंधाये सुवा बरोबर होगे हे यार हमर मया हा,,,, नव सिखिया लेखक ✨ राम - लक्ष्मण 😎 ©_Ram_Laxman_ सुन ना जी मोर मयारु,,, यहूँ हा हमर मन के का मया हरे यार देख ना, ना मैं तोर नाव ले सको । ना ही मंय तोर नाव ला मोर कविता मा लिख सकों । ना म
सुन ना जी मोर मयारु,,, यहूँ हा हमर मन के का मया हरे यार देख ना, ना मैं तोर नाव ले सको । ना ही मंय तोर नाव ला मोर कविता मा लिख सकों । ना म #Hindi #hindi_quotes #hindi_poetry #hindi_shayari #hindi_poem
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