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नवनीत ठाकुर
White माँ के आँचल में बसी है जन्नत की खुशबू, उसके प्यार में हर दर्द की दवा बाकी है। लोरी की धुन से सजे हैं बचपन के नगमें, उसकी ममता का हर रंग-ओ-हवा बाकी है। उसके आशीर्वाद से रोशन है ये दुनिया, हर कठिन राह में उसका साया बाकी है। माँ की दुआओं में वो असर है छुपा, जो हर ठोकर पे हमें संभाल लेता बाकी है। माँ के आँचल की ठंडी छाँव है रहमत, जिसमें सुकून-ओ-अमन का जहाँ बाकी है। उसकी ममता में बसी है खुदा की रहमत, माँ का हर एहसास बेमिसाल बाकी है। जब भी गिरते हैं, उठाने को वो तैयार रहती है, उसकी ममता का हर पल हमें सहारा बाकी है। उसकी आँखों में दुआओं का एक समंदर है, हर लम्हा उसके प्यार का दरिया बाकी है। उसकी मुस्कान में छुपा है सुकून का जहाँ, उसकी बातों में जन्नत का सफ़र बाकी है। दूर रहकर भी उसके साये का एहसास मिलता है, माँ की ममता का वो अमर रिश्ता बाकी है। ©नवनीत ठाकुर #मां
Pratibha Chaudhry (PC)
अच्छा हुआ रतन टाटा सर ने शादी नही की जब सर ऊपर भगवान से मिले होंगे और भगवान ऊपर से नीचे सर के परिवार को देखा होगा तो चकित होंगे की रतन सर का परिवार इतना बड़ा है की उनके लिए भारत की हर आंख नम है ©Pratibha Chaudhry (PC) भारत रत्न रतन
भारत रत्न रतन
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White रतन टाटा एक ऐसे व्यक्तित्व थे जिन्हे अच्छे से हिंदी बोलनी नही आती थी फिर भी वो देश के उस तबके की भी पसंद है जो कभी स्कूल नही गए जिन्होंने सिर्फ नाम सुना है की देश में एक ऐसा इंसान भी है जो हारे हुए इंसान को भी ऊर्जा देता है 😢🙏😢 ©Pratibha Chaudhry (PC) भारत रत्न रतन टाटा
भारत रत्न रतन टाटा
read morejayanti Shailendra bajpai
मां से कोमल कोई नहीं मां से शीतल कोई नहीं मां से निर्मल कोई नहीं मां से उज्ज्वल कोई नहीं ©jayanti Shailendra bajpai #मां
jayanti Shailendra bajpai
शान्ति शक्ति प्रेम समर्पण त्याग बलिदान इन सबसे मिलकर बनती है मां ! 🙏🙏🙏🙏 ©jayanti Shailendra bajpai #मां
Shiv Narayan Saxena
White निकला रोज़ जैसा ही सूरज धीरे - धीरे ढल गया सदा एक-सा रहे समय न बतलाता ये चला गया छोड़ेंगे ऐसे ही तुझको धनबल जगबल नाते सारे हरि सुमरा न सोचे क्या तू जीवन सारा ढल गया ©Shiv Narayan Saxena #good_night धीरे-धीरे ढल गया.....
#good_night धीरे-धीरे ढल गया.....
read moreGourav Shrivas
थक कर आना और तेरी गोद में सर रख कर सो जाना मां फिर तेरा हाथ फेरना और मुझे शहलाना मां सच कहूं तो चिंताओं से आजाद हो जाता था मां अगर आज तू होती तो फिर सो जाता मां ©Gourav Shrivas # मां
# मां
read moreVic@tory
किसी ने पूछा सिगरेट क्यों पीते हो, क्या ये प्यास बुझाती है? मैंने कहा, नहीं दिल में एक बेवफा की तस्वीर बसी है, ये धीरे-धीरे उसे जलाती है। ©Vic@tory #ये धीरे-धीरे उसे जलाती है।
#ये धीरे-धीरे उसे जलाती है।
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