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Jitender Kumar
#emotionalstory कभी साया है कभी धूप मुक़द्दर मेरा होता रहता है यूँ ही क़र्ज़ बराबर मेरा टूट जाते हैं कभी मेरे किनारे मुझ में डूब जाता है #shayri #Lafz #shayrioftheday #urdupoetrylines #shayari_challenge #top_newser
read moreJitender Kumar
#ateet कभी साया है कभी धूप मुक़द्दर मेरा होता रहता है यूँ ही क़र्ज़ बराबर मेरा टूट जाते हैं कभी मेरे किनारे मुझ में डूब जाता है कभी मुझ म #shayri #Lafz #shayrioftheday #urdupoetrylines #shayari_challenge #top_newser
read moreRimpi chaube
ये हुआ वो हुआ ये होगा वो होगा सबको किनारे लगाते है। जो होगा देखा जाएगा अभी से क्यूं चिंता गले लगाते है। चलो कुछ पल को ये सब भूल जाते है। आओ,हर्ष उल्लास से विजयादशमी मनाते है।। ©Rimpi chaube #विजयादशमी 🏹❤️ ये हुआ वो हुआ ये होगा वो होगा सबको किनारे लगाते है। जो होगा देखा जाएगा अभी से क्यूं चिंता गले लगाते है। चलो कुछ पल को ये सब भ
#विजयादशमी 🏹❤️ ये हुआ वो हुआ ये होगा वो होगा सबको किनारे लगाते है। जो होगा देखा जाएगा अभी से क्यूं चिंता गले लगाते है। चलो कुछ पल को ये सब भ #wishes #दशहरा
read moreMukesh Poonia
White मोती कभी भी किनारे पर खुद नहीं आते उन्हें पाने के लिए समुद्र में उतरना ही पड़ता है . ©Mukesh Poonia #Sad_Status #मोती कभी भी #किनारे पर #खुद नहीं आते उन्हें #पाने के लिए #समुद्र में उतरना ही पड़ता है नये अच्छे विचार आज शुभ विचार बेस्ट सुविच
s गोल्डी
समंदर भी मतलबी निकला, जान लेकर लहरों से कहता है लाश को किनारे लगा दो। ©s गोल्डी समंदर भी मतलबी निकला, जान लेकर लहरों से कहता है लाश को किनारे लगा दो।
समंदर भी मतलबी निकला, जान लेकर लहरों से कहता है लाश को किनारे लगा दो। #SAD
read moreHimachal MC
नदिया किनारे हेराई आई | Abhimaan -(1973) | Stars - Amitabh Bachchan , Jaya Bhaduri | Singer - Lata Mangeshkar | Music By - Sachin Dev Burma #Love #Trending #Hindi #viral #hindisongs #oldsong #moviesongs
read moreFuck off nojoto
नादानगी में कैसे, ख़ुद को बहका रहे हैं नही है नही है, इश्क़ झुठला रहे है.. दिल जलाने में उनको, मज़े आ रहे है जिगर चाक करके, वो चले जा रहे है.. हुए पाँच दिन कुल, उनको मुझसे है बिछड़े अभी से ये तारे, जिस्म पिघला रहे हैं.. गले से लगा लो, या मुझको मार डालो वसवसे तन्हाइयों के, दिल दहला रहे हैं.. किया ये अहद है, फिर ना होगी मुहब्बत लाचारगी तो देखो, ख़ुद को बहला रहे हैं.. लगाते है वो मोल, उदासियों का मिरी हूँ परेशां बे-मतलब, ये दोहरा रहे हैं.. आँखों से मिरी आँसू, सँभाले ही न संभलें रहमत ये किस ख़ुशी में, वो बरसा रहे हैं.. इक शराब ही है, ग़म-ए-फुरक़त समझती मरीज़-ए-इश्क़ ख़ुद को, यूँ भी समझा रहे हैं.. वाक़िफ़ हो गए है, दुश्वारियों से ज़िन्दगी की हम भी हैं इंसा, हम भी पछता रहे हैं.. तस्वीरों को जिसकी, देखकर तू था रोया कूचा-ए-रक़ीब में वो इश्क़ फरमा रहे हैं.. दूर महसूस ख़ुद को, करते है ख़ुद ही से बेवज़ह नही हम, तग़ज़्ज़ुल फ़रमा रहे है.. किनारे लग गए हैं, मिरे ख़्वाब सारे देखकर मिरा हस्र, ये भी घबरा रहे है.. मेरा अज़ीब होना, ही है मेरी जरूरत छोटे मोटे ग़म तो, आने को शरमा रहे है.. ©Arshu.... नादानगी में कैसे, ख़ुद को बहका रहे हैं नही है नही है, इश्क़ झुठला रहे है.. दिल जलाने में उनको, मज़े आ रहे है जिगर चाक करके
नादानगी में कैसे, ख़ुद को बहका रहे हैं नही है नही है, इश्क़ झुठला रहे है.. दिल जलाने में उनको, मज़े आ रहे है जिगर चाक करके #Shayari
read moreबेजुबान शायर shivkumar
White सुनो, मेरे इस मन के भंवरजाल को , तुम , मेरी उस उलझन को मिटाओगी क्या ? संग मेरे, उस समंदर किनारे टहल पाओगी क्या ? एक शायद हूँ मेरा मन थोड़ा बैचेन सा, तुम मेरे उस बैचेनी को मिटाओगी क्या ? उलझी सी मेरी जिंदगी है अपने बालों सा सँवार लोगी क्या ? स्वार्थ से भरी है इस दुनिया में, हाथ मेरा तुम सात जन्म तक थाम पाओगी क्या ? छाई किस्मत पर उमस भरी ये बादली है बनकर बरसात मेरे सगं भिगाओगी क्या ? गुमनाम जिंदगी में अंधेरी यादों सी है चाँदनी सी रोशनी मे मेरे साथ बिखराओगी क्या ? गीली रेत पर कदम से कदम यु मिलाकर मेरे संग चल पाओगी क्या ? ©बेजुबान शायर shivkumar #sad_shayari #SAD #sad_emotional_shayries #sad😊 #sadfeelings सुनो, मेरे इस मन के भंवरजाल को , तुम , मेरी उस उलझन को मिटाओगी क्या ? संग
#sad_shayari #SAD #sad_emotional_shayries #SAD😊 #sadfeelings सुनो, मेरे इस मन के भंवरजाल को , तुम , मेरी उस उलझन को मिटाओगी क्या ? संग #जिंदगी #किस्मत #कविता #यादों #बरसात #sad😊
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
मुक्तक :- करके सुख का त्याग , बना देखो वह सैनिक । थाम तिरंगा हाथ , नहीं वह होता पैनिक । इस जीवन में प्यार , नही होगा दोबारा । लेता है यह कौल , देश का सैनिक दैनिक ।। ये भी हैं इंसान , हृदय इनके भी होते । यह मत सोचों आप , चैन से सैनिक सोते । कुछ मत पूछो याद ,उन्हें जब घर की आती- किसी किनारे बैठ , सिसक कर वह भी रोते ।। लिए तिरंगा हाथ , बढ़े सैनिक जब आगे । बढ़े देश की शान , खौफ़ से दुश्मन भागे । ऐसे वीर जवान , देश में मेरे अपने- सुनकर दुश्मन आज, रात भर अपना जागे ।। मुझ सैनिक के पास , बहन की राखी आयी । देख उसे अब आज , याद वैशाखी आयी । बहनों का ही प्रेम , जगत में सबसे ऊपर - यही दिलाने याद , घरों की पाती आयी ।। अब भी है उम्मीद , बहन राखी का तेरी । आ जाये जब याद , भेज दे राखी मेरी । तेरा भैय्या आज , दूर सरहद पर बैठा- क्या है तू मजबूर , हुई जो इतनी देरी ।। जिनको दिया उधार , कहीं न नजर वो आते । जग में ऐसे लोग , तोड़ देते हैं नाते । मानो मेरी बात , दूर अब रहना इनसे- ये है काले नाग , समय पाकर डस जाते ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मुक्तक :- करके सुख का त्याग , बना देखो वह सैनिक । थाम तिरंगा हाथ , नहीं वह होता पैनिक । इस जीवन में प्यार , नही होगा दोबारा । लेता है यह कौ
मुक्तक :- करके सुख का त्याग , बना देखो वह सैनिक । थाम तिरंगा हाथ , नहीं वह होता पैनिक । इस जीवन में प्यार , नही होगा दोबारा । लेता है यह कौ #कविता
read moreRavendra
सिलौटा में सम्पन्न हुआ बाढ़ से बचाव व राहत कार्यों का मेगा मॉकड्रिल बहराइच ।तहसील महसी के बौंडी स्थित सिलौटा के रामघाट पर बाढ़ प्रभावित क्षेत #वीडियो
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