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अंकित कुमार''अनुरंजन
अरे भाई किसी से मेरी दुश्मनी तो नहीं है। फिर भी मेरी कोई पोस्ट को रिपोस्ट क्यो नहीं करता। अब पोस्ट में वे मजा नहीं आता जो पहले आता था । हर कोई हर किसी की पोस्ट देखिए अच्छी लगे तो लाइक कीजिए रिपोस्ट कीजिए ।। मेरा यही सविनय निवेदन है सब की पोस्ट लाइक कीजिए ।। सविनय निवेदन।।
सविनय निवेदन।।
read moreSabir Khan
आक्रोश,,, विचारधारा को दुर्बल करता है। विरोध,,, निर्णय का अवलोकन करता है। आंदोलन,,, आक्रोश और विरोध की परिणति है, जो सतर्कता और सजगता के बिना असफल है। #आंदोलन
Vivek Kumar Verma
विरोध अलग चीज है।लेकिन हिंसात्मक विरोध अपनी शक्ति और सहानुभूति खो देते है। #आंदोलन
Ravish
मुर्दों के शहर में मोमबत्ती जला रहे हो। देख लेना - उस पर भी पानी डालने वाले अधिकांश मिलेंगे। # क्रांति ©Ravish #आंदोलन
fauji aur shayari 63
#KargilVijayDiwas ना जाने कौनसी भूख लगी है सत्ता की ये कौनसा राजधर्म निभा रहे है। कुछ काले फायदे के लिए अपने ही देश के जवान और किसान को लड़वा रहे है।। देश के लिए शहीद होकर तिरंगे मे लिपटकर आते है जिनके बेटे। उन्हीं पिता किसानों को ये राजनेता तिरंगे का सम्मान करना सीखा रहे है।। ©फौजी की शायरी किसान आंदोलन,
किसान आंदोलन,
read moreAshok baroda
मुकाबला टक्कर का होग्या इब जम क लड़ागे बात जीन मरण की आगी कुछ करके मरांगे।। आज तक जो डरा ना पाए अब के खाक डरागें बात जीन मरण प आगी कुछ करके मरांगे।। बेटा बॉडर तो आज बाप भी बॉडर प खड्या है शहादत म्हारे खून म ना सोच किसान डरया है, कटड़ा भी मरज्या तू डुमनी लेकर आया करता गरीब गरीब कह क न खूब नीर बहाया करता आज इतनी मौता प भी चैन ते सो जावे है लाल कोन्या माँ का खामखा फोटू खिचवावे है अब जाके दिल्ली दरबार मे होक्का भरागे बात जीन मरण प आगी कुछ करके मरांगे।। गाम संग चाल वोट दूर को मांगया शीत भी ना देगा झोला ठाके कित्त जागा को भीख भी ना देगा दो घरा खातिर गाम न भुंडा बना रहया स गोभी म्हारी खोद के बला समझ नही रहे मेरे यार क्यों कत्तई पागल ला रहया स जिद रोटी बचना की हैअपनी बात प रहागे बात जीन मरण की आगी कुछ करके मरांगे, सत्य अहिंसा का था झूठों का देश बना दिया प्यार प्रेम थी म्हारी ताकत रुठया का देश ©Ashok baroda आंदोलन #Nature
आंदोलन #Nature
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