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Stories related to आनंद में वचन मत दीजिए

Shailendra Anand

सायरी मोटिवेशन ्््कवि््शैलेन्द़ आनंद

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रचना दिनांक,,,15,, नवम्बर,,2024
वार,,,, शुक्रवार
समय  सुबह   दस  बजे 
्््निज विचार ्््
््भावचित्र ््निज विचार ््
्भावचित्र ्
्शीर्षक ्
््दर्द ऐं ग़म पर जमाना हंसेगा,
फ़कत अश्क आंखों में हमको छुपाना पड़ा््
         कहे तो जाने अंजाने में,,
आंखें यूंही बदनाम हो गई ््
प्यार करने वाले खूद ही खुद से,,
 सवाल जवाब बन गये।।1 ।।
जो प्यार नहीं करते है वो प्यार के,,
 मायने क्या समझेगे।।2 ।।
वो बस झुठे किस्से ख्याली पुलाव,,
बनाने वाले होते हैं ।।3 ।।
जिन्हें किसी की मोहब्बत भरी नज़रों से,,
ना था कोई वास्ता ना,ही, कोई रिश्ता नाता,
बस वो ग़म ऐं द़र्द पर जिंदगी के मज़ाक उड़ाते हैं।।4 ।।
वो लफ्जो का मोल अश्कों का तोल ,,
और मेरे प्यारे नयनों में ढलकते अश्कों के 
छुपने का प्रहर।।5 ।।
 मेरी मुस्कान मन्द अधर पर ले उड़े होश का आनंद लें,,
 जो कोमल सा गुलाबी से लाल हो,प्यारी सी जीवन शैली ।।6 ।।
शैलेंद्र आनंद की सज गई तस्वीर,,
 मेरे प्यार की रंगत इस ज़माने में।।7 ।।
            ्््कवि््शैलेन्द़ आनंद

©Shailendra Anand    सायरी मोटिवेशन
्््कवि््शैलेन्द़ आनंद

Rajesh Arora

जरा ध्यान दीजिए मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी

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........ .

©Rajesh Arora जरा ध्यान दीजिए  मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी

Satish Kumar Meena

सात फेरे सात वचन

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seema patidar

आनंद पथ

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बहुत मित्र कभी नहीं होते 
मित्र जीवन में कम ही हो सकते है
पहचान बहुतों से हो सकती है
सहजता बहुतों से हो सकती है
पहचान दुनिया से हो सकती है
उससे कम लोगो से संबंध हो सकते है
उससे और कम लोगो से मित्रता हो सकती है
उससे और कम लोगो पर विश्वास हो सकता है
उससे भी और कम लोगो से प्रेम हो सकता है
ऐसा प्रेम स्थायी और अनंत होता है
जो जीवन की किसी परिस्थिति में समाप्त नहीं होता ।

©seema patidar आनंद पथ

Shashi Bhushan Mishra

#सुख आनंद भलाई में#

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जज़्बातों   की   खाई में, 
फिसल गए चिकनाई में,

उऋण  नहीं  हो  पायेंगे,
उम्र    कटी   भरपाई में,

अपनापन  का   अंदेशा, 
फिसलन है इस काई में,

प्रेम प्यार सब भूल गए,  
झूठी   मान   बड़ाई में,

फैशन  के  युग में यारों, 
फर्क़  न  चाचा ताई में,

लालच लोभ बढ़े इतने, 
प्रेम  न   भाई  भाई में,

'गुंजन' ये महसूस हुआ, 
सुख आनंद  भलाई में, 
   --शशि भूषण मिश्र
     'गुंजन' प्रयागराज

©Shashi Bhushan Mishra #सुख आनंद भलाई में#

Shailendra Anand

#navratri भक्ति में लीन हैं ्््कवि््शैलेन्द़ आनंद

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रचना दिनांक26,,,,4,,,10,,,,2024
वार,,,,,,,,, शुक्रवार
समय,,,, दोपहर तीन बजे
््््निज विचार ्््
्््शीर्षक ्््
््भाव चित्र ््मैं छाया चित्र है शारदीय नवरात्र में मां के व्दितीय स्वरूप में मां का ब़म्ह चारिणी यानी आचरण में विचरण में,,
 देवत्व कलाओं में पारंगत विदूषीयो के सतत प्रवाह,
 मंत्र शक्ति दिव्यता कोटीश्यं नमन करते हैं।।
 प्रमाणितं ब़म्हकर्मसाक्ष्य श्रीविश्वामित्र अतुलतेजस्वी,
 चतुर्थ भाव भंगिमा इच्छा शक्ति से अर्जित किया गया,,
 मां गायत्री का स्वरूप और संरचना प्रयोग आराध्य देवी में ,
सम्पूर्ण जीवन में, बीजशक्ति मंत्र शक्ति अखण्ड दिव्य चक्षु संवरचना
निर्राकारंओकारं आत्मज्योतिनवपिण्ड धर्मश्रंखला में ,
महान् कार्य मां गायत्री मंत्र शक्ति सजृन धरा पर अवतरित मंत्र शक्ति से
 अर्जित किया गया ।।
ईश्वरीय वरदान से जन्मा विचार सच में अखिल विश्व में ,
गायत्री मंत्र जाप करने वाली शक्ति पात में ,
अनंत परिपूर्ण शब्दयोग ही सुन्दर छबि मनोमय प्यारी सी ,
मुस्कान होंठ पर रख दिया अमिट प्रेम शब्द से ,
जन्मा विचार ही मां शब्द का स्वरूप सौंदर्य ही आनंद है ।।
जो धरती पर साकार लोक में भ़मण करते हुए जीवन में मां का ब़म्हचारिणींतृतीयं स्कंद षष्ठी तिथि पर जिंदगी को बेहतर समझना जरूरी है ,,
क्योंकि धड़कनों में गुंथी हुई धुन पर जनमानस में ,
एकात्मकता समरुपता से सजाया गया है ।।
मां चामुण्डा देवी गन्धर्व नगरी मध्यप्रदेश देवास में,
 खुशहाली और उसके भाव भंगिमा दीप प्रज्जवलित,
 आत्मज्योतिनवपिण्डसाधक आनंद से सजाया गया है ।।
तुलजा भवानीविराजितं से जन्मा आत्म मंथन चिन्तन में,
 साधक साधना तपस्या में लीन रहते भक्ति से सजाया गया है।।
 मां महाकाली देवीय चमत्कारों से भरा हुआ,
 क्षैत्रपाल भैरव और बटुकभैरव क्षैत्रपाल,
 हनुमंत कपीसा क्षैत्रपालाय नमः ।।
यही सच्चाई देखकर सहसा जगत में ,
बिन ज्ञान सब कुछ अधुरा है ।।
जीवन सार सार्थक निर्णय स्वप्रयास ही सुन्दर छबि को,
 परखना सदगुरू बिना सब अधुरा है।।
्््््कवि शैलेंद्र आनंद ्््
4,,,,,10,,,,2024,,,,

©Shailendra Anand #navratri  भक्ति में लीन हैं
्््कवि््शैलेन्द़ आनंद

R.R.K

#love_qoutes उसे तुम से मोहब्बत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ये बस दिल की शरारत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना love shayari

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White उसे तुम से मोहब्बत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना
ये बस दिल की शरारत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

तुम्ही को देख कर वो मुस्कुराता है तो हैरत क्या
उसे हँसने की आदत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

हुए बर्बाद तो अब आह-ओ-ज़ारी कर रहे हो तुम
कहा भी था सियासत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

मैं तुझ को चाहता हूँ बात ये सच है मगर फिर भी
मुझे तेरी ज़रूरत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना ही

झुकी नज़रों से तकना और ख़मोशी से गुज़र जाना
मोहब्बत की रिवायत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

किया करता हूँ 'राही' उस की तारीफ़ें सबब ये है
वो मुझ से ख़ूबसूरत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना

©R.R.K #love_qoutes उसे तुम से मोहब्बत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना
ये बस दिल की शरारत है ग़लत-फ़हमी में मत रहना
 love shayari

TeacherShailesh

जीवन में इन 5 P को मत भूलना! #teachershailesh #supersamvaad

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person

बिल्कुल सत्य वचन हैं 🙏

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- यूँ न माँ बाप का दिल दुखा दीजिए । बृद्ध हैं तो उन्हें आसरा दीजिए ।। थाम हाथों को जिनके हुए हो बड़े  शीश चरणों में उनके झुका दीजिए  जख़्

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ग़ज़ल :-
यूँ न माँ बाप का दिल दुखा दीजिए ।
बृद्ध हैं तो उन्हें आसरा दीजिए ।।
थाम हाथों को जिनके हुए हो बड़े 
शीश चरणों में उनके झुका दीजिए 
जख़्म जितने सहे हैं तुम्हारे लिए 
फूल दामन में उतने ख़िला दीजिए 
बाप का फर्ज जो भूल पाये नही 
मान सम्मान उनका बढ़ा दीजिए
हैं बहन बेटियाँ सबकी साझीं यहाँ 
बात बेटों को इतनी बता दीजिए 
घर में आई बहू है हमारे नई 
आप नज़रे न उसको लगा दीजिए 
इस जहाँ में पिता परमेश्वर ही यहाँ ।
जाके चरणों में सब कुछ लुटा दीजिए 
मोल जिनका यहाँ पर चुका ना सको 
उनकी सेवा में जीवन बिता दीजिए 
साथ लाये थे क्या जो हुआ दुख तुम्हें
बात इतनी तो जग को बता दीजिए 
हैं दुवाएँ प्रखर साथ माँ बाप की 
आप राहों में रोड़े लगा दीजिए 
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :-
यूँ न माँ बाप का दिल दुखा दीजिए ।
बृद्ध हैं तो उन्हें आसरा दीजिए ।।
थाम हाथों को जिनके हुए हो बड़े 
शीश चरणों में उनके झुका दीजिए 
जख़्
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