Find the Latest Status about चार धाम यात्रा पैकेज from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, चार धाम यात्रा पैकेज.
अनिल कसेर "उजाला"
हमें तुमसे मोहब्ब है ये कह नहीं सकते, मगर तेरे बिना जानम हम रह नहीं सकते। जनता हूँ कि तू मेरी कभी हो नहीं सकती, फिर भी ये दूरियाँ हम तो सह नहीं सकते। ©अनिल कसेर "उजाला" चार लाइन
चार लाइन
read moreअनिल कसेर "उजाला"
White हमें सब में दिखती अच्छाई है, ज़माने को लगती यही बुराई है। क्यों बैर पाल कर रख्खें 'उजाला', ज़िंदगी तो यारों बस परछाँई है। ©अनिल कसेर "उजाला" चार लाइन
चार लाइन
read moreअनिल कसेर "उजाला"
Village Life यार हमको ग़म भुलाना आ गया, दर्द में भी अब मुस्कुराना आ गया। बात अपनी क्या करें हम 'उजाला', औरों पे खुद को लुटाना आ गया। ©अनिल कसेर "उजाला" चार लाइन
चार लाइन
read morepramod malakar
**!!** बागेश्वर धाम **!!** बागेश्वर सरकार शक्ति अपरम्पार, तुम हो सनातनी सनातन से है प्यार।। दूनिया अचंभित है कट्टरपंथी चिंतिंत है, देख रहा है अपना वो हार।। बालाजी महाराज बताते हैं सब का छुपा हुआ राज, ठठरी सबका लगाते हैं प्यार बहुत जताते हैं।। विरोधी बहुत डराने चले थें, धिरेन्द्र शास्त्री को हड़काने चले थें, सनातन को जो समझा नहीं, हिन्दू को वो मिटाने चले थें।। यह भारत है....ऋषि मुनियों का.......शक्ति है यहां अपार, बागेश्वर सरकार शक्ति अपरम्पार।। जो भी दुखी यहां आता है भाग्य उसका खुल जाता है, रोते-रोते आता है मुस्कुरा कर जाता है।। बागेश्वर वाले बालाजी.....है वो चंचल मतवाला जी, साधू जी हैं बड़े प्यारे... गुरु देव हैं बड़े निराले।। एक दिन चलो बागेश्वर धाम ... छोड़कर आपना काम, प्रमोद भी साथ चलेगा करने बालाजी को प्रणाम। राम नाम का जो जाप करेगा.... धरती पर अमर रहेगा, श्री राम को गाली देने वाले .... बेमौत मरेगा।। यह है भारत कि भुमि....यह है सच्चा दरबार, बागेश्वर सरकार .... है शक्ति अपरम्पार।। !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! प्रमोद मालाकार....08.10.24 ©pramod malakar #बागेश्वर धाम....
#बागेश्वर धाम....
read moreHeer
मेरो वृंदावन देखने में वृंदावन दूर हो सकता हैं पर जब वृंदावन हृदय में बस जाता हैं, तब उससे करीब और कुछ नहीं होता। वृंदावन दूर हो सकता है पर वृंदावन वाला नहीं।। 🌹🙏हरे कृष्ण 🙏🌹 ©Heer मेरो वृन्दावन धाम 🥰❤️🌈🤩
मेरो वृन्दावन धाम 🥰❤️🌈🤩
read moreAnju Dubey
कुछ ही देर में प्रयागराज के पुल के ऊपर ट्रेन गुजरने वाली थी मैं भी खिड़की पर नज़रें टिकाए नीचे संगम नदी का इंतजार कर रही थी मेरे बगल में एक दस साल की लड़की बैठी हुई थी वो भी खिड़की की तरफ ही देखती जा रही थी इतनी देर में उसके पापा एक पांच का सिक्का निकालते हैं उसे देते हुए कहते हैं बेटा नदी आएगी उसमें डाल देना अब नदी आने वाली होती ही है हमारी बोगी एक में महिला आती है उसके बाद छोटा बच्चा होता है और वह कहती है मां कुछ दे दो बाबा दे दो यह नजारा बहुत ही अद्भुत था मैं इसका इसका शब्दों में बयां नहीं कर सकती ऊपर ट्रेन गुजर रही है नीचे हमारी संगम नदी बह रही है और एक महिला छोटे से बच्चे के साथ कुछ जो चलने में असमर्थ थी दस साल की बच्ची के हाथों में पांच का सिक्का जैसे ही उसने फेंकने के लिए हाथ बढ़ाया उस महीला ने बोला कुछ दे दो बेटा दुआ लगेगी उस बच्ची ने सिक्का उस महिला को दे दिया और चुपचाप बैठ गई वह महिला खुश होकर इतनी सारी दुआएं देकर चली गई उसे बोगी में बैठे लोग उस लड़की को गर्व की नजरों से देखने लगे और उनसे मैं भी एक थी ©Anju Dubey एक यात्रा
एक यात्रा
read more