Nojoto: Largest Storytelling Platform

New खुला फागण बीकानेरी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about खुला फागण बीकानेरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खुला फागण बीकानेरी.

Stories related to खुला फागण बीकानेरी

    LatestPopularVideo

Mohanbhai आनंद

#good_night अपना कहकर आप,फिर ग़ैर समझते हो गैराना ताल्लुकात में, फिर क्यु उलझते हौ बेहाल आखे , हिसाब मांगती है अश्कों का, गोरे गाल पर रोज़

read more
White अपना कहकर आप,फिर ग़ैर समझते हो
गैराना ताल्लुकात में, फिर क्यु उलझते हौ

बेहाल आखे , हिसाब मांगती है अश्कों का,
गोरे गाल पर रोज़ फिर क्यु फिसलते हो 

खुले आसमान में,चांद से मिलाकर आंखें,
हुस्नकी नज़ाकत,से,फिर क्यूं बिखरते हो

बैताब  इस दिलमे, बहुत तमन्नाएं बसी है,
उम्मीदों का बाजार खुला फिर क्यूं रखते हो

खाक और मीट्टीमे, कुछ भी फर्क कहां है?
फिक्र ज़िंदगीमे बेफिजूल ,फिर क्यूं करते हैं 

आसान कहां है ? फरमाएं इश्क़ मिज़ाज,
हाल ए दिल हक़ीक़त में फिर क्यूं मचलते हो

©Mohanbhai आनंद #good_night 
अपना कहकर आप,फिर ग़ैर समझते हो
गैराना ताल्लुकात में, फिर क्यु उलझते हौ

बेहाल आखे , हिसाब मांगती है अश्कों का,
गोरे गाल पर रोज़

Mohanbhai आनंद

#GoodMorning अपना कहकरआप,फिर ग़ैर समझते हो गैराना ताल्लुकातमे फिर क्यु उलझते हौ बेहाल आखे हिसाब मांगती है अश्कों का गोरे गाल पर रोज़ फि

read more
White अपना  कहकरआप,फिर ग़ैर समझते हो
गैराना ताल्लुकात हे, फिर क्यु उलझते हौ

बेहाल आखे हिसाब मांगती है अश्कों का
गोरे गाल पर रोज़ फिर क्यु बरसते हो 

खुले आसमान में,चांद से मिलाकर आंखें,
हुस्नकी नज़ाकत,फिर क्यूं चुराया करते हो

बैताब  इस दिलमे बहुत तमन्नाएं बसी है,
उम्मीदों का बाजार खुला फिर क्यूं रखते हो

खाक और मीट्टीमे, कुछ भी फर्क कहां है?
फिक्र ज़िंदगीमे बेफिजूल ,फिर क्यूं करते हैं 

आसान कहां है ?फरमाएं इश्क़ मिज़ाज,
हकीकी मैं हाल ए दिल फिर क्यूं मचलते हो

©Mohanbhai आनंद #GoodMorning 

अपना  कहकरआप,फिर ग़ैर समझते हो
गैराना ताल्लुकातमे  फिर क्यु उलझते हौ

बेहाल आखे हिसाब मांगती है अश्कों का
गोरे गाल पर रोज़ फि

Fuck off nojoto

सोचता हू अपनी ख्वाहिशों को समेट दू , गठरी मे भरके , दिल के कोने मे रख दू , पर ख्वाहिशों के परिंदे उड़ान चाहते हैं , जीने के लिए खुला आसमान #Shayari

read more
सोचता हू अपनी ख्वाहिशों को समेट दू , 

गठरी मे भरके , दिल के कोने मे रख दू ,


पर ख्वाहिशों के परिंदे उड़ान चाहते हैं , 

जीने के लिए खुला आसमान चाहते हैं ....

©Arshu.... सोचता हू अपनी ख्वाहिशों को समेट दू , 
गठरी मे भरके , दिल के कोने मे रख दू ,
पर ख्वाहिशों के परिंदे उड़ान चाहते हैं , 
जीने के लिए खुला आसमान

Sarfaraj idrishi

#Darknight रात को जानबूझकर रखता हूँ दरवाज़ा खुला.. शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले. life quotes in hindi Sushant Singh Rajput sad shayari #Life #Chauhan

read more
रात को जानबूझकर रखता हूँ दरवाज़ा खुला..
शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले.

©Sarfaraj idrishi #Darknight रात को जानबूझकर रखता हूँ दरवाज़ा खुला..

शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले. life quotes in hindi Sushant Singh Rajput sad shayari

Himanshu Prajapati

#Sad_Status रात में हनुमान चालीसा सुनने के बाद.. भूत पिशाच निकट नहिं आवै, आवै नींद सुबह आंख खुला ना पावै..! #विचार

read more
White रात में हनुमान चालीसा सुनने के बाद..

भूत पिशाच निकट नहिं आवै,
आवै नींद सुबह आंख खुला ना पावै..!

©Himanshu Prajapati #Sad_Status रात में हनुमान चालीसा सुनने के बाद..

भूत पिशाच निकट नहिं आवै,
आवै नींद सुबह आंख खुला ना पावै..!

Dr. Pradeep Kumar

खुला चैलेंज । #viralreels #Trending #viral #Motivational

read more

Urmeela Raikwar (parihar)

दरवाजा खुला रखा #शायरी

read more

Anjali Singhal

"हर रास्ता खुला रखो उम्मीद के इंतजार में। हसरतें तो कम नहीं होती जाती हुई बहार में।।" #AnjaliSinghal #Shayari nojoto

read more

SONA DEVI

#sad_shayari #love_shayari #लव #शायरी #कविता Love #कॉमेडी जारी हुए राजस्थान बीएसटीसी प्री डीएलएड परीक्षा के परिणाम। उम्मीदवार छात्र आधिका #rajasthan #भक्ति #BSTC #bstc2024

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

उपमान छन्द  दिनभर करता काम है , वह तो मनरेगा । रहकर भूखे पेट भी , सुनता क्या लेगा ।। मजे करे सरपंच जी , करके अब धोखा । मिलता नही गरीब को , थ #कविता

read more
उपमान छन्द 
दिनभर करता काम है , वह तो मनरेगा ।
रहकर भूखे पेट भी , सुनता क्या लेगा ।।
मजे करे सरपंच जी , करके अब धोखा ।
मिलता नही गरीब को , थोड़ा भी चोखा ।।

खुला सुबह से आज है , ठेका सरकारी ।
जी भर पीकर देख लो , भूलो तरकारी ।।
निशिदिन जैसे आज भी , सोयेंगे बच्चे ।
बनो नही अब आप भी , कलयुग में सच्चे ।।

गाँव-गाँव यह रीति है , सब करते थैय्या ।
मेरे तो सरपंच जी , है बड़का भैय्या ।।
दिये न ढेला नोन का , बनते है दानी ।
देते भाषण मंच पर , बन जाते ज्ञानी ।।

करना आज विचार सब , पग धरना धीरे ।
बिछे राह में शूल है , हम सबके तीरे ।।
जाग गये तो भोर है , जीवन में तेरे ।
वरना राई नोन के , लेते रह फेरे ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR उपमान छन्द 
दिनभर करता काम है , वह तो मनरेगा ।
रहकर भूखे पेट भी , सुनता क्या लेगा ।।
मजे करे सरपंच जी , करके अब धोखा ।
मिलता नही गरीब को , थ
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile