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gaTTubaba
Unsplash इस इतवार को घमंड बड़ा की तुम साथ हो वरना कितने (इतवार) गुजारे हैं अफसोस में हमने...! ©gaTTubaba #leafbook इस इतवार को घमंड बड़ा की तुम साथ हो वरना कितने (इतवार) गुजारे हैं अफसोस में हमने...!
#leafbook इस इतवार को घमंड बड़ा की तुम साथ हो वरना कितने (इतवार) गुजारे हैं अफसोस में हमने...!
read moreseema patidar
White एक दिन के इंतजार में कितने दिन गुजर जाते है हमारे इंतजार में कितने दिन गुजर जाते है एक दिन बैठते है दिनों बाद साथ में हम और फिर उस दिन को गुजरे कितने दिन गुजर जाते है। ©seema patidar एक दिन को गुजरे कितने दिन गुजर जाते है
एक दिन को गुजरे कितने दिन गुजर जाते है
read moreSANIR SINGNORI
कितने ऐश से रहते होंगे कितने इतराते होंगे.. जाने कैसे लोग वो होंगे जो उस को भाते होंगे..🥀 . ©SANIR SINGNORI कितने ऐश से रहते होंगे कितने इतराते होंगे जाने कैसे लोग वो होंगे जो उस को भाते होंगे
कितने ऐश से रहते होंगे कितने इतराते होंगे जाने कैसे लोग वो होंगे जो उस को भाते होंगे
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी ज्वलंत समस्या के बादल,जब घिर जाते है सरकारों के सरोकार जनता से हट जाते है संसाधनों पर कुंडली मार नॉकरशाही बैठ जाती है हालातो के कारण जनता त्राहि त्राहि करती है ध्यान समस्याओं से भटकाने के लिये दंगा बलबा साम्प्रदायिक जहर उगलती है खूब विश्व संगठन शांती शांती करता हो यूक्रेन के विनाश में दम अमेरिका भरता हो डॉलर की चमक बढ़ाने खाड़ी देशों को निशाने पर लेता हो आधुनिक हथियारों की खेप खपाने युद्धों का संचालन खुद करता हो मानवता वादी चेहरा,शातिराना हरकते करता हो विश्वशांति का तमगा लेकर,कितने राष्ट्रों को निगलता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Sad_Status विश्वशांति का तमगा लेकर,कितने देशों को निगलता हो #nojotohindipoetry
#Sad_Status विश्वशांति का तमगा लेकर,कितने देशों को निगलता हो #nojotohindipoetry
read moreneelu
White यह तो नहीं पता... दशहरे पर कितने रावण जले थे पर देखते हैं.... दिवाली पर कितने राम बनते हैं ©neelu #sunset_time यह तो #नहीं पता... #दशहरे पर #कितने #रावण जले थे पर #देखते हैं.... #दिवाली पर #कितने #राम #बनते हैं
Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी हदे सब पार कर अंधाधुंध जहर बाँट रहे है विकासवाद का ढोल पीटकर दिन जीवन के घटा रहे है बदल रहे है मौसम के तेवर प्रदूषण से अंग अंग गले जा रहे है छटपटाते अब दिन गुजर रहे है रोगो के कितने वेरेंटियर रोज आ रहे है सरकारों ने हाथ खड़े कर दिये बस जुर्माने और चालान काटकर वाह वाही विज्ञापनों से लूटे जा रहे है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #sunset_time रोगो के कितने वेरेंटियर आ रहे है #nojotohindi
#sunset_time रोगो के कितने वेरेंटियर आ रहे है #nojotohindi
read moreOye Hoy Chandan
तुम भी क्या क्या सोचते रहते हो😜🤣 comedy #Funny #funnycomedy #funnyrost #RostVideo #Rost #shortsfeed 'कॉमेडी वीडियो'
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