Find the Latest Status about एहसास शायरी उर्दू from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, एहसास शायरी उर्दू.
Vivek Gautam
White गलत फहमी थी साहब कि सब मेरे अपने हैं।। ©Vivek Gautam मेरे एहसास...
मेरे एहसास...
read moreVivek Gautam
White सब्र कभी मत खोना, हर बड़ी कामयाबी वक्त मांगती है।। ©Vivek Gautam मेरे एहसास....
मेरे एहसास....
read moreचाँदनी
White कभी कभी वहा भी बोल नही फूट पाए जहाँ जरूरी था अंतस् ने दुआएँ दी और लगा पूरे हो गए मन्नत कुछ एहसास गुप्त ऊर्जा लिए डूब जाती है कितने बार शीर्ष तक उभरती भी नअंद पर क्या वाकई हमारे अंदर विकसित अलौकिक शक्तियां फल को भी गुप्त कर देती है या सृष्टि उसे स्वीकार कर सूर्य सा दीप्तिमान रौशनी का सृजन कर भेद देती है उस प्रकृति रस के अंदर ©चाँदनी #गुप्त एहसास
#गुप्त एहसास
read moreEkta Singh
White आज भीड़ से दूर निकल आया हूँ ये सिसकियाँ, तन्हाईयाॅ क्या सुन पा रही हो????? मैं ही तुमसे रूठ जाता था लेकिन इस बार तो •••••• ऐसे रूठी तुम •••••• मेरा सब कुछ साथ ले गई•• ©Ekta Singh एहसास
एहसास
read moreRudradeep
जिंदगी एक खूबसूरत एहसास है इसे काली रात,सजा बद्दुआ,नफरतों का बाज़ार क्यों कहें किसी राह में पत्थर, कांटे,मखमली घासें सब हैं कोई ठोकर खाए,कांटों में उलझ जाए तो राहों को ज़िम्मेदार क्यों कहें बाज़ार में तो दूध,शहद,शक्कर,घी सब मिलते हैं कोई शराब पीकर मर जाय तो शराब को गुनहगार क्यों कहें सब जानते हैं धोखा वहीं मिलता है जहां भरोषा ज्यादा होता है भरोषा हम करते हैं तो किसी और को धोखेबाज क्यों कहें उलझी बातों वाले भी सुलझे व्यक्ति की तलाश में रहते हैं कोई अपने बुने जालों में उलझ कर मर जाए तो जालों को कसूरवार क्यों कहें ©Rudradeep #एहसास #कसूर
अदनासा-
भले आज मेरी मुहब्बत को तुम ठुकरा तो रहे हो पर कल अगर कोई तुम्हारी मुहब्बत को ठुकरा दे तो इस एहसास को दिल में रोज़ ही जिंदा रहने दो कि इस तरह मुहब्बत ठुकरा देना ठीक नही होता ©अदनासा- #हिंदी #मुहब्बत #एहसास #ठुकराना #ठीक #नही #आज #कल #Instagram #अदनासा गम भरी शायरी शायरी दर्द शायरी हिंदी में हिंदी शायरी शायरी लव
Vivek Gautam
White जब भी विनाश होने का प्रारंभ होता है। शुरुआत, वाणी के संयम खोने से होती है।। ©Vivek Gautam मेरे एहसास....
मेरे एहसास....
read moreManish ghazipuri
White ज़िन्दगी भर चला, ज़िन्दगी के लिए, फिर भी सारा सफर, अधुरा रहा। ना ही तृष्णा मिटी, ना मिटी लालसा, एक पथ से, मै दुजे पे चलता रहा। हर गली, हर शहर, हर इक मोड़ पर, साथ में कुछ चले,कुछ गये छोड़ कर। सोचता ही रहा, जिन्दगी क्या बला, खुद से खुद का हर इक प्रश्न करता रहा। लौट कर फिर किसी ने,ना कुछ भी कहा, प्रश्न था जो मेरा, प्रश्न ही रह गया। इक किरन कोई,धुँधली सी दिख ना सकी, थी उजाले की आशा, भटकता रहा। ज़िन्दगी भर चला ज़िन्दगी के लिए, फिर भी सारा सफर, अधुरा रहा। मनीष गाजीपुरी ©Manish ghazipuri #GoodMorning एहसास
#GoodMorning एहसास
read moreVivek Gautam
White बाहर से शांत दिखने के लिए। अंदर से बहुत लड़ना पड़ता है...😞 ©Vivek Gautam मेरे एहसास....
मेरे एहसास....
read more