Nojoto: Largest Storytelling Platform

New 1000 free fonts Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about 1000 free fonts from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, 1000 free fonts.

Stories related to 1000 free fonts

dhalta bachpan

#Free

read more
White हम जिसे देखते हैं,उसे जी भर के देखते हैं।
सामने वाले का जी भर जाए। तो हम बेवफा तो नहीं?

©dhalta bachpan #Free

Bhavnesh Thakur

free fire

read more

कृतांत अनन्त नीरज...

#Free

read more
White आत्मा बहुत सीधी और सरल है हमारी
औऱ ह्रदय से भी अब कतई "निष्पाप" है
कोई हमसे तब भी भाव खाए तो खाए 
वैसे भी हम तो Attitude के "बाप" है...

©कृतांत    अनन्त नीरज... #Free

Preeti Babbar

You....Free ???

read more
White What you stole was brutal
Smashed, Bruised, Punched.....
the calamity......
Indeed was lethal !!!!!

You are the creator I agree
No questions ever asked.....
So YOU are free???
Free to snatch
Free to breach
Free to take
Not letting Breathe ????

What you do .....noone knows
Who gave YOU right....
To give me this blow....

If YOU wanted to take
Why did YOU give him?
Will you answer....
My stacks are upto brim......

©Preeti Babbar You....Free ???

Khira mhmadfaruk Ismailbhai

free Palestine

read more

Pagal shayer

#Free

read more
White मुझको मेरी मोहब्बत से ऐसा इनाम मिला!!
इतना चाहने के बाद भी धोखेबाज नाम मिला!!

©Pagal shayer #Free

Aamir Hashmi

Free

read more

Fit Shayar

#Free

read more
White क्या है ऐसा पहाड़ों के पार?


पहाड़ों के पार एक दुनिया है
जहां सुकून है, इंतजार नहीं
जहां सब मुकम्मल, कोई डर नहीं
मेरी हस्ती को मायने है वहां
जहां तुम हो मेरे साथ और कोई नहीं

©Fit Shayar #Free

Tarique Usmani

#Free

read more
White 
घर क्यों नेमत है?
उन से पूछें जिन्हें ज़िंदगी के तवील सफ़र में
कोई महफूज़ ठिकाना न मिला 

घर क्यों आबाद हैं?
उन से पूछें जिन का किसी को इंतज़ार नहीं 
जिन्हें किसी का इंतज़ार नहीं

घर क्यों ज़रूरत हैं ?
उन से पूछें जिनकी आंख में कोई ख़्वाब नहीं। 
जिन के लब पे कोई सवाल नहीं

घर क्यों जन्नत हैं?
बस वहीं जानें जिन्हें इक छत और
चार दीवारी का सुकूँ कभी मयस्सर न हुआ।

©Tarique Usmani #Free

Jairam Dhongade

#Free

read more
White पाहतो

पिरपिरी तर कधी ढगफुटी पाहतो...
चिंब ओली उभी मी कुटी पाहतो!

राजकारण तशी रोज धोकाधडी...
माणसांचीच फाटाफुटी पाहतो!

संकटाला कुणी सोबतीला नसे...
नेहमी माणसे पळपुटी पाहतो!

ना करत जो भले कोणते काम तो..
त्यास मी मारतांना खुटी पाहतो!

रोग फैलावला कोणता हा नवा...
एक बटव्यात नामी बुटी पाहतो!

जयराम धोंगडे, नांदेड

©Jairam Dhongade #Free
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile