Find the Latest Status about छठवें दिन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, छठवें दिन.
Singer Harshit Rajasthani
Unsplash दो दिन की जिंदगी है हंस कर जी लीजिए, कोई भरोसा नहीं ये जिंदगी कब किस मोड़ पर विराम दे जाए। ©Singer Harshit Rajasthani दो दिन की जिंदगी
दो दिन की जिंदगी
read moreShashi Bhushan Mishra
आज, कल, परसों पे टलता जा रहा, साईं पल-पल दिन निकलता जा रहा, तैरने वाले गये उस पार कबके, कुछ किनारे हाथ मलता जा रहा, भूलने वाले भुला बैठे अदावत, टीसने वाले को खलता जा रहा, जम गई है बर्फ़ सी संवेदनाएं, वेदना से ग़म पिघलता जा रहा, कोई बच पाया नहीं इस काल से, समय की चक्की में दलता जा रहा, संभलकर ही कर्म करना जगत में, भाग्य बनकर बीज फलता जा रहा, ज्ञान दीपक से मिटे अंधियार 'गुंजन', हृदय में सुख-शांति पलता जा रहा, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #दिन निकलता जा रहा#
#दिन निकलता जा रहा#
read moreseema patidar
White एक दिन के इंतजार में कितने दिन गुजर जाते है हमारे इंतजार में कितने दिन गुजर जाते है एक दिन बैठते है दिनों बाद साथ में हम और फिर उस दिन को गुजरे कितने दिन गुजर जाते है। ©seema patidar एक दिन को गुजरे कितने दिन गुजर जाते है
एक दिन को गुजरे कितने दिन गुजर जाते है
read moreबेजुबान शायर shivkumar
कात्यानी माता नवरात्र के छठवें दिन मां कात्यानी की आराधना की जाती है, कात्यान ऋषि की पुत्री होने से मां कात्यानी कहलाती है। चार भुजाओं से सुशोभित माता सिंह पर सवार होकर आती है, इनकी उपासना से कन्याएं मनचाहा वर पाती है। जो भक्त सच्चे दिल से करते हैं मां कात्यानी की आराधना करते हैं, अर्थ धर्म काम और मोक्ष इन चारों की जीवन में प्राप्ति करते हैं। कात्यानी माता को शहद और पीले रंग का भोग अत्यंत भाता है, मां को अक्षत रोली कुमकुम पीले पुष्प और भोग लगाएं, मां कात्यानी की पूजा कर मनवांछित फल जीवन में पाए। ©बेजुबान शायर shivkumar #navratri #navratri2024 #navratri2025 #navratri2026 #navratri2027 #नवरात्रि puja udeshi Sethi Ji Bhanu Priya Kshitija poonam atrey भक
#navratri #navratri2024 #navratri2025 #navratri2026 #navratri2027 #नवरात्रि puja udeshi Sethi Ji Bhanu Priya Kshitija poonam atrey भक
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White एक दिन जो कभी गुजार पाऊँ तुम्हारे साथ.. किसी झील के करीब दूर से आता देख तुम्हें इंतजार की पीढ़ा भूल हाथ उठा कर बुला लूँ तुम्हें नज़दीक तुम्हारे हाथ बढाने और मेरा हाथ थाम देखते रहें एक दूसरे की आँखों में ख़ामोश रहें होंठ बातें आँखों से कर लें हम जी लें उन चंद पलों में एक पूरा जीवन इस क़दर ख़ामोशी दिल की धड़कन सुन पाएं एक दूजे की हम ख्वाहिश छू लेने की एक भीगे से चुम्बन की महज ख्वाहिश, अधूरी, अनुत्तरित ©हिमांशु Kulshreshtha एक दिन..
एक दिन..
read more