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Rameshkumar Mehra Mehra
White बेशक मै.................... तुम्हारी जिंदगी का बो गुलाब नही....! जो तुम्हारी जिंदगी को महका देता..!! लेकिन हाँ......!!! मै तुम्हारी जिंदगी का बो पेड जरूर था..!!! जिसकी छाँव मे तुम आपने जीबन की...!!!! हर तपिश से मुक्त हो सकती थी....!!!!! अफसोस,तुम समझ ना सकी....💓 ©Rameshkumar Mehra Mehra # बेशक मै..... तुम्हारी जिंदगी का बो गुलाब नही,जो तुम्हारी जिंदगी को महका देता,लेकिन हाँ,मै तुम्हारी जिंदगी का बो पेड जरुर था,जिसकी छाॅब मे
# बेशक मै..... तुम्हारी जिंदगी का बो गुलाब नही,जो तुम्हारी जिंदगी को महका देता,लेकिन हाँ,मै तुम्हारी जिंदगी का बो पेड जरुर था,जिसकी छाॅब मे
read mores गोल्डी
बेशक मैं - तुम्हारी ज़िंदगी का वो गुलाब नहीं जो तुम्हारी ज़िंदगी को महका देता लेकिन हाँ.... मैं तुम्हारी ज़िंदगी का वो पेड़ ज़रूर था जिसकी छाँव में तुम अपने जीवन की हर तपिश से मुक्त हो सकते थे अफ़सोस , तुम समझ न सके !! 🩶✨ ©s गोल्डी बेशक मैं - तुम्हारी ज़िंदगी का वो गुलाब नहीं जो तुम्हारी ज़िंदगी को महका देता लेकिन हाँ.... मैं तुम्हारी ज़िंदगी का वो पेड़ ज़रूर था जिसकी छाँ
बेशक मैं - तुम्हारी ज़िंदगी का वो गुलाब नहीं जो तुम्हारी ज़िंदगी को महका देता लेकिन हाँ.... मैं तुम्हारी ज़िंदगी का वो पेड़ ज़रूर था जिसकी छाँ
read mores bhardwaj
White हां मैं बदल गई हूं औरो की बातों को अब में दिल से लगाती नहीं जो गैर है उनकी बातों से अब दिल को दुखाती नहीं हां मैं बदल गई हूं किसी और की जज्बातों को ठेस पहुंचाती नहीं अपनों की बातों में भी अब मैं आती नहीं जिसको मान लूँ अपना उससे दूर जाती नहीं जो करते हैं अपने होने का दिखावा उनको पास लाती नहीं हां मैं बदल गई हूं यू इधर-उधर की बातों में वक्त अपना गवाती नहीं वास्ता ही उनसे रखती हूं जो दिल में उतरते है जिसको दिल से उतार दू उनसे वास्ता रखती नहीं हां मैं बदल गई हूं मुझे लोगो की भीड़ अब पसंद नहीं मुझे अब अकेले रहना ही बेहद पसंद है ©Bindass writer #हाँ में बदल गई हुँ
#हाँ में बदल गई हुँ
read moreAwadheshPSRathore_7773
नींद भी नीलाम हो जाती है, बाजार ए इश्क में उसके, उसी को भुलाकर भी सोना, कहां इतना आसां होता है। घड़ी के कांटे की वो टिक टिक , जैसे हर बार उसका नाम ले रही, मैं करूँ भी तो क्या आखिर, अब उसे भुला पाना मुश्किल है। ©AwadheshPSRathore_7773 #samay का पहिया चलता जाता है और यह छलिया मन हमे छलता ही जाता है कभी-कभी लगता है की उसे भूले कैसे जिसे याद करके सुबह का उठना और जिसे याद करके
#samay का पहिया चलता जाता है और यह छलिया मन हमे छलता ही जाता है कभी-कभी लगता है की उसे भूले कैसे जिसे याद करके सुबह का उठना और जिसे याद करके
read moreAnjali Singhal
"ख़ूबसूरती की क्या होती है परिभाषा, इसका तो पता नहीं! पर हाँ... उन्हें चाहने में दिल ख़ूबसूरत हो गया हमारा, इतना तो है यकीं!!" AnjaliSingh
read moredarpanpremka by Rajesh Rj
राहे हुई है मुस्किल चलना बहुत कठिन है , मांगा है जो भी मैंने पाना बहुत कठिन है , हाँ जानता है तू भी हाँ जानता हूँ मै भी , होकर अकेला समझा रहना बहुत कठिन है । ©@alone_silent143 #RoadTrip राहे हुई है मुस्किल चलना बहुत कठिन है , मांगा है जो भी मैंने पाना बहुत कठिन है , हाँ जानता है तू भी हाँ जानता हूँ मै भी , होकर अक
#RoadTrip राहे हुई है मुस्किल चलना बहुत कठिन है , मांगा है जो भी मैंने पाना बहुत कठिन है , हाँ जानता है तू भी हाँ जानता हूँ मै भी , होकर अक
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :- माँग तेरी मैं सज़ाना चाहता हूँ हाँ तुझे अपना बनाना चाहता हूँ राह उल्फ़त की बनाना चाहता हूँ प्यार हर दिल में बसाना चाहता हूँ आप बिन तो इस जहाँ में कुछ नही है बात मिलकर ये बताना चाहता हूँ दो कदम जो साथ मेरे तुम चलो तो इक़ नई दुनिया दिखाना चाहता हूँ रोते-रोते रात सारी कट गई यह भोर तक तुमको हँसाना चाहता हूँ ख़्वाब में आकर करोगे तुम परेशां नींद पलको से हटाना चाहता हूँ बिन तुम्हारे जो गुजारी है यहाँ पर उसकी हर कीमत चुकाना चाहता हूँ भूलकर बातें पुरानी आज तुमको मैं गले अपने लगाना चाहता हूँ फिर न तोड़े कोई ये बंधन वफ़ा का इस तरह रिश्ते निभाना चाहता हूँ । महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- माँग तेरी मैं सज़ाना चाहता हूँ हाँ तुझे अपना बनाना चाहता हूँ राह उल्फ़त की बनाना चाहता हूँ प्यार हर दिल में बसाना चाहता हूँ आप बिन
ग़ज़ल :- माँग तेरी मैं सज़ाना चाहता हूँ हाँ तुझे अपना बनाना चाहता हूँ राह उल्फ़त की बनाना चाहता हूँ प्यार हर दिल में बसाना चाहता हूँ आप बिन
read moreAnjali Singhal
"रुके-रुके से लगते हैं, पर रुकते नहीं। जी हाँ ढाई अक्षर के ख़्वाब हैं ये, ख़्वाब कभी रुकते नहीं। या तो टूटकर बिखर जाते हैं, या पूरे होकर संव
read moreAnjali Singhal
Good Night 🌙 तारों के बीच में चाँद अकेला ही निकल पड़ता है ✍️ #शायरी shayari #AnjaliSinghal nojoto "तारों के बीच में चाँद अकेला ही निकल
read moreAnjali Singhal
shayari status hindi shayari love shayari "कब चाहा मैंने कि, तुम मेरे बन जाओ, बँधकर मेरी प्रीत में, किसी बंधन में तुम जकड़ जाओ। हाँ...एहसास
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