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बेजुबान शायर shivkumar
White शरद ऋतु का आगमन।। गदराई धानों की बाली, है पसरी चहुँमुख हरियाली। गया दशहरा, आया मेला, धूप गुनगुना, मोहक बेला। पड़ने लगे तुहिन कण। शरद ऋतु का आगमन।। गर्म कपड़े धुलने लगे हैं, बूढ़े अब ठिठुरने लगे हैं। क्षितिज़ पर छाने लगे कुहरें, परत सफेद गगन में बिखरे। रवि रथ पर दक्षिणायन । शरद ऋतु का आगमन।। उफनाईं नदियाँ सिमट रही, तने से लताएँ लिपट रही। धीवर चले ले जलधि में नाव, मन मोहक अब लगता गाँव। निखर उठे हैं तन - मन। शरद ऋतु का आगमन।। लहराते खेतों में किसान, मन ही मन गा रहा है गान। धरती सार सहज बतलाती, धूप छांव जीवन समझाती। नाच रहे मस्त मगन , शरद ऋतु का आगमन।। ©बेजुबान शायर shivkumar #मौसम Sethi Ji Bhanu Priya Kshitija Sana naaz puja udeshi हिंदी कविता कविताएं कविता कोश बारिश पर शरद ऋतु का आगमन।। गदराई धानों की बा
Ashish kumar Official
मेरी मुसीबतों को जो अपना समझ, हर वक्त आगे आकर अपना सर लेता है, यार वो कोई और नहीं भाई होता है ! i miss you kundan Bhai🫂😔🙏🙏😭😭😭 ©Ashish kumar Official #Photos भाई हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है। वह हमारा आदर्श और सबसे अच्छा दोस्त होता है। एक बड़ा या छोटा भाई होना एक आशीर्वाद क
अपनी कलम से
White प्रेम में अक्सर हीं आदमी बेचारा हो जाता है || ........... ©अपनी कलम से #love_shayari Kavi Himanshu Pandey silence quotes (सवाल आपके भी मन में विचरण कर रहे होंगे कि कैसे जवाब कुछ पंक्तियों द्वारा Caption में पढ
#love_shayari Kavi Himanshu Pandey silence quotes (सवाल आपके भी मन में विचरण कर रहे होंगे कि कैसे जवाब कुछ पंक्तियों द्वारा Caption में पढ
read moreकाव्य महारथी
काव्य महारथी राजेश कुमार पाण्डेय "सहज", सिलवासा हिंदी दिवस पर कविता कविताएं प्रेरणादायी कविता हिंदी हिंदी कविता
read moreRamkishor Azad
White समझ और सहज दो अंधेरी सुरंग हैं जिसे हमें पार करना पड़ता हैं, अगर समझ हैं तो सहज नहीं करते और सहज तो समझ नहीं करते हैं! कुदरत की नजरों में समझ व सहज दोनों ही अनमोल अनोखी सत्ता हैं,, समझ और सहज कुछ ही इंसानों में होती हैं और जिनमें हैं वो राज करता है!! डीयर आर एस आज़ाद... ©Ramkishor Azad #good_night #समझ #सहज #अनमोल #कुदरत #इंसान #शायरी #rsazad #treanding #Love Krishna G poonam mumbai color work Anupriya aliza khan मोटि
#good_night #समझ #सहज #अनमोल #कुदरत #इंसान #शायरी #rsazad #treanding Love Krishna G poonam mumbai color work Anupriya aliza khan मोटि #मोटिवेशनल
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} मैं हर एक वस्तु में हूँ, और उससे परे भी में ही हूँ, मैं ही सभी रिक्त स्थान को भरता हूँ, में ही सबका कर्ता हूँ, में ही सबका सहज भाव से भरता हूँ, मे ही अकर्ता, इस चराचर लोको का सब कुछ मैं ही हूँ:- भगवान श्री कृष्ण।। ©N S Yadav GoldMine #World_Photography_Day {Bolo Ji Radhey Radhey} मैं हर एक वस्तु में हूँ, और उससे परे भी में ही हूँ, मैं ही सभी रिक्त स्थान को भरता हूँ, में
#World_Photography_Day {Bolo Ji Radhey Radhey} मैं हर एक वस्तु में हूँ, और उससे परे भी में ही हूँ, मैं ही सभी रिक्त स्थान को भरता हूँ, में #मोटिवेशनल
read moreAnuradha T Gautam 6280
प्रेम में डूबी स्त्री सहज अपने प्रिय से दूर नहीं होती काफी समझाने के बाद भी जब उसे समझा नहीं जाता तब वो तड़पती है और रोती है फिर एक समय #शायरी #अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻♀️ #अंदर_असीमित_दर्द
read moreMoHiTRoCk F44
सच में तुम बहुत सुंदर लगती थी सहज थी तुम तो सुंदर लगती थी सरल थी तुम तो सुंदर लगती थी मुझे तेरी बाह्य सुंदरता से क्या लेना देना निश्चल निर्मल थी तुम तो सुंदर लगती थी मेरे उर को छूती थी कोमल भावनाएं तेरी हॄदय से जीती थी तुम तो सुंदर लगती थी रूप- लावण्य, शैल- श्रृंगार में प्रीति नहीं थी मेरी मेरी वेदनाओं को पीती थी तुम तो सुंदर लगती थी अल्हड़ नदी की कलकल धार सी थी तुम तो सुंदर लगती थी गिरते मेघदूत की गीत मल्हार सी थी तुम तो सुंदर लगती थी अतिशय विशाल हॄदय की स्वामिनी थी तुम तो सुंदर लगती थी निश्चल निष्काम प्रेम की कामिनी थी तुम तो सुंदर लगती थी सहज थी तुम सरल थी तुम मेरे दिल की धड़कन थी तुम मुझसे प्यार करती थी तो सुंदर लगती थी ©MoHiTRoCk F44 #MohitRockF44 #poeatry #hindi_poetry #hindi_shayari poetry on love vineetapanchal Santosh Narwar Aligarh Kshitija Niaz (Harf) Andy Man
#MohitRockF44 #poeatry #hindi_poetry #hindi_shayari poetry on love vineetapanchal Santosh Narwar Aligarh Kshitija Niaz (Harf) Andy Man #Poetry
read moreDevesh Dixit
White कारगिल दिवस सन् 1999 में, कारगिल का युद्ध शुरू हुआ था। सहज नहीं था युद्ध ये, हमारे जवानों का जो लहू बहा था। कुछ घुसपैठिए घुस आए थे, उनको मार भगाना था। अधिकार जो जमाए बैठे थे, उनको शमशान पहुंचाना था। जवान हमारे अड़े रहे, कारगिल को जो पाना था। कई वीर जो हमारे शहीद हुए, उन सबका प्रतिशोध लेना था। छुप कर जो वार कर रहे थे, उन सबको ढूंढ कर मारा था। भारत माता की जय बोल के, दुश्मन का गला काटा था। जवान हमारे सफल हुए, कारगिल पर तिरंगा फहराया था। जिन जवानों को हम खो चुके, उनके घर में मातम छाया था। कैसी थी अनहोनी ये, हिंदुस्तान दुख से थर्राया था। तिरंगा भी उनके सम्मान में, उनसे लिपटा आया था। ...................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #kargil_vijay_diwas #nojotohindi #nojotohindipoetry कारगिल दिवस सन् 1999 में, कारगिल का युद्ध शुरू हुआ था। सहज नहीं था युद्ध ये, हमारे जव
#kargil_vijay_diwas #nojotohindi #nojotohindipoetry कारगिल दिवस सन् 1999 में, कारगिल का युद्ध शुरू हुआ था। सहज नहीं था युद्ध ये, हमारे जव #Poetry #sandiprohila
read moreAnkur tiwari
White जानती हो पूनम का चांद भी उतना नही चमकता है जितना चमक उठता है मेरा चेहरा तुम्हें देख भर लेनें से हवाओं की शीतलता,बारिश की बूंदे भी उतना शीतल नही कर पाती जितना शीतल हो जाता है मन तुम्हें यादों में छू लेने से मीठी मुस्कान जब सजती है सुर्ख अधरों पर तुम्हारे प्रेमांकुर प्रस्फुटित हो उठते हैं तुम्हें बस अंक में भर लेने से सहज सरल रूप तेरा कर दे सम्मोहित किसी को भी हम तो फिरे है आज तलक सिर्फ़ तेरा ही हो लेने को ©Ankur tiwari #moon_day जानती हो पूनम का चांद भी उतना नही चमकता है जितना चमक उठता है मेरा चेहरा तुम्हें देख भर लेनें से हवाओं की शीतलता,बारिश की बूंदे