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Suhana safar
दिन का ढलना तय है तो सुरज का निकलना भी तय है ज़िन्दगी मिली है तो हंसकर गुजारिये दुनिया में आना तय है तो जाना भी तय है।। ©Suhana safar 💞ज़िन्दगी💞 #kinaara
💞ज़िन्दगी💞 #kinaara
read moreRAVI PRAKASH
White दोस्ती ज़िन्दगी का एक खुबसूरत लम्हा है, यह सब रिश्तों से अलबेला है, जिसे मिल जाये वो तन्हाई में भी खुश है, और जिसे न मिले वो भीड़ में भी अकेला है ।। ©RAVI PRAKASH #GoodNight दोस्ती ज़िन्दगी का
#GoodNight दोस्ती ज़िन्दगी का
read moreRAVI PRAKASH
White दोस्ती ज़िन्दगी का एक खुबसूरत लम्हा है, यह सब रिश्तों से अलबेला है, जिसे मिल जाये वो तन्हाई में भी खुश है, और जिसे न मिले वो भीड़ में भी अकेला है ।। ©RAVI PRAKASH #sad_qoute दोस्ती ज़िन्दगी का एक
#sad_qoute दोस्ती ज़िन्दगी का एक
read moreRAVI PRAKASH
White ज़िन्दगी बहुत खूबसूरत है, कभी हंसाती है, तो कभी रुलाती है, लेकिन जो ज़िन्दगी की भीड़ में खुश रहता है, ज़िन्दगी उसी के आगे सिर झुकाती है। ©RAVI PRAKASH #Sad_Status ज़िन्दगी बहुत
#Sad_Status ज़िन्दगी बहुत
read moreRAVI PRAKASH
White दोस्ती ज़िन्दगी का एक खुबसूरत लम्हा है यह सब रिश्तों से अलबेला है, जिसे मिल जाये वो तन्हाई में भी खुश है, और जिसे न मिले वो भीड़ में भी अकेला है ।। ©RAVI PRAKASH #good_night दोस्ती ज़िन्दगी का एक
#good_night दोस्ती ज़िन्दगी का एक
read moreSarvesh kumar kashyap
🔥ज़िन्दगी और सिर्फ ज़िन्दगी 🤷💗 nojoto #Trending #shayri #SAD life #Sarveshkashyap
read moreहिमांशु Kulshreshtha
इन सर्द रास्तों पर कहीं ठहरा हुआ हूँ मैं एक खौफनाक अंधेरा है पूरी शिद्दत से गिरफ्त में लिए मुझे रिमझिम बरसती बूंदे जिस्म से फिसलते हुए बहा ले जा रही है मेरे भीतर का कतरा कतरा दुख हथेलियों में समेट रहा हूँ बारिशें पर ये टिकती नहीं सर्द हवाएँ अंदर तक कुरेद रही है मुझे मैं बस ख़ामोश हूँ… इतना खामोश अपने अंदर के शोर को साफ साफ सुन पा रहा हूँ मैं … मैं तय कर लेना चाहता हूँ ये सफर मिटाना चाहता हूँ जिंदगी की पगडंडियों से गुजरती तुम्हारी यादें भूलना चाहता हूॅं तुम्हारी खनकती हँसी खुद को… यक़ीन दिलाना चाहता हूॅं तुम नहीं हो अब …. तुम नहीं हो ….नहीं हो तुम इन भीगी हुई हथेलियों के बीच गुनगुनी छुअन बन कर सुनसान सड़क पर रफ्तार से गुजरते शोर के दरमियाँ मेरे साथ नहीं हो तुम मेरी अँगुलियों से फिसलती बूंद सी तुम. ©हिमांशु Kulshreshtha मैं...
मैं...
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White मै ही रहा मन से दग्ध और देह से शापित दर्द उगता है दिल में तेरी यादों के जालों से घिरा रहता हूँ मैं अकुलाता उमड़ते ज्वार सा ©हिमांशु Kulshreshtha मैं....
मैं....
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