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Stories related to नीतीश कुमार

Jansurajharnaut

वोट किसी को दो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे, इस प्रथा को तोड़ेगा जन सुराज #jansuraaj #digitalyoddha #prashantkishor मोटिवेशनल कोट्स फॉ

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DR. LAVKESH GANDHI

election_2025# # बिहार नीतीश दिवस #

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White बिहार नीतीश दिवस 

 आज यह तो तय हो गया है कि जब तक बिहार में NDA रहेगी तब तक बिहार में मुख्यमंत्री 
श्री नीतीश कुमार ही रहेंगे | 
अर्थात बिहार बीजेपी खुद ही अपनी कब्र 
खोद रही है और अपने अस्तित्व को नकार रही है |

©DR. LAVKESH GANDHI #election_2025#
# बिहार नीतीश दिवस #

Singer Er Jk nigam

कुमार विश्वास की कविता कुमार विश्वास की कविता Hinduism Kalki

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Jansurajharnaut

शराबबंदी पर नीतीश कुमार का विरोध #jansuraaj #digitalyoddha #prashantkishor मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स सायरी मोटिवेशन Extraterrestrial li

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Jansurajharnaut

प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार का साथ क्यों छोड़ा? #jansuraaj #prashantkishor #digitalyoddha MWSALLINONE मोटिवेशनल कोट्स फॉर स्टूडेंट्स मोटि

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Jansurajharnaut

प्रशांत किशोर ने बताया नीतीश कुमार के चार अफसर कर रहे हैं बिहार को बर्बाद। #jansuraaj #prashantkishor #digitalyoddha

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अभियंता प्रिंस कुमार

#@अभियन्ता प्रिंस कुमार @अभियन्ता प्रिंस कुमार @abhiyanta_prince_kumar #GoodNight

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White 

भू- राजस्व विभाग बिहार 
********
मोबाईल ज़रूरी है,मज़बूरी है, मजदूरी है, मुस्किल भी है, ।
इक दिन थे, जब कैमरे की गोद में सोना अच्छा लगता था, लेकिन अब 
कैमरा देख लगता जैसे LRC का मुक़ाम मुस्तकिल भी है।
___________

©अभियंता प्रिंस कुमार #@अभियन्ता प्रिंस कुमार 
@अभियन्ता प्रिंस कुमार 
@abhiyanta_prince_kumar 
#goodnight

Yadav ji Ji

लखन कुमार

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Jansurajharnaut

नीतीश-तेजस्वी अब बिहार की जनता की जान छोड़िए।#jansuraaj #digitalyoddha #prashantkishor कोट्स इन हिंदी

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Arpit Mishra

दुष्यंत कुमार

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चाँदनी छत पे चल रही होगी, 
अब अकेली टहल रही होगी।

फिर मेरा जिक्र आ गया होगा, 
वो बरफ़-सी पिघल रही होगी।

कल का सपना बहुत सुहाना था,
 ये उदासी न कल रही होगी।

सोचता हूँ कि बंद कमरे में, 
एक शमआ-सी जल रही होगी।

शहर की भीड़-भाड़ से बचकर, 
तू गली से निकल रही होगी।

आज बुनियाद थरथराती है, 
वो दुआ फूल-फल रही होगी।

तेरे गहनों-सी खनखनाती थी,
बाज़रे की फ़सल रही होगी।

जिन हवाओं ने तुझको दुलराया,
उनमें मेरी ग़ज़ल रही होगी।







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©Arpit Mishra दुष्यंत कुमार
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