New urdu poetry on love of allama iqbal Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about urdu poetry on love of allama iqbal from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, urdu poetry on love of allama iqbal.

Stories related to urdu poetry on love of allama iqbal

Gopal Dabhi

#lovelife sad urdu poetry poetry on love urdu poetry hindi poetry on life

read more
Unsplash Indian post 2024 post varkig

©Gopal Dabhi #lovelife       sad urdu poetry poetry on love urdu poetry hindi poetry on life

Muhammad Ilyas Rathor

Mona a

wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wurdu wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry on love

read more

Bharat Bhushan pathak

#sad_quotes sad urdu poetry poetry on love urdu poetry sad urdu poetry poetry in hindi

read more
White जीवन ये नदिया बहती-सी धारा।
ढूँढे यहाँ पे सभी किनारा।

©Bharat Bhushan pathak #sad_quotes  sad urdu poetry poetry on love urdu poetry sad urdu poetry poetry in hindi

दीक्षा गुणवंत

sad urdu poetry poetry urdu poetry poetry on love poetry in hindi

read more
मैं उसको इस कदर आंख भर के देखूं,
वो जाए दूर फिर भी आह भर के देखूं।
एक इंसान ने यूं ही इस कदर पा लिया उसे,
मैं उसे खुद के किस ख्वाब में देखूं?

चंद लम्हे बिताए उसके साथ में,
पर सपने हजार मैं देखूं।
साथ में होकर भी रास्ते अलग से हैं हमारे,
खुद अकेले चलकर उसे किसी और के साथ मैं देखूं।।

कुछ कह कर भी किसी के एहसास-ए-मोहब्बत से 
वाकिफ होने से महरूम है ये दुनिया।
यूं तो बिन कहे, बिन सुने समझ लेते हैं एक दूजे को,
उसकी आंखों में खुद के लिए प्यार बेशुमार मैं देखूं।।

यूं बिखरी जुल्फें, यूं बदहवास सी हालत, यूं आंखों के दरमियां घेरे काले काले,
उसे पसंद हूं मैं इन खामियों के साथ।
वो कहे मेहताब का नूर मुझे,
उसकी नजरों से आईने में खुद का दीदार हजार बार मैं देखूं।।

वो मेला, वो झूले, वो रास्ता तेरे साथ में,
याद है वो आखरी दिन मेरा हाथ तेरे हाथ में।
वो बिंदी, वो लाली, फिर भी कुछ कमी सी थी श्रृंगार में,
वो तेरी पसंद के झुमके पहन खुद को बार-बार मैं देखूं।।

मोहज़्ज़ब(सभ्य) मोहब्बत और ये बेइंतेहा चाहत हमारे दरमियां,
एक पायल उसने अपने हाथों से पहनाई जो मुझे।
कुछ इस तरह छुआ मेरे पैरों से मेरे दिल को,
उस लम्हे को तन्हाई में हजार बार मैं देखूं।।


बेबसी का आलम कुछ इस कदर है मेरे आशना,
वो साथ होकर भी साथ नहीं है मेरे।
मेरा होकर भी मेरा ना हो सका वो,
उसे पाया भी नहीं, फिर भी खो देने का आज़ार(दर्द) मैं देखूं।।

-लफ़्ज़-ए-आशना "पहाड़ी"









।

©दीक्षा गुणवंत   sad urdu poetry poetry urdu poetry poetry on love poetry in hindi

Ritu Nisha

#good_night urdu poetry deep poetry in urdu poetry lovers poetry on love

read more
कहने के लिए ख़ुद को मेरा कहते हो। 
जानती हूँ कितनी लड़कीओं में रहते हो। 

कहीं न कहीं आ टकराती है सब मुझसे, 
तुम जिन जिन की आँखों में बहते हो। 

मुझे बेवफ़ा ओ बदउनवान कहने वाले, 
मैं क्या झेल रही हूँ जो तुम सब सहते हो। 

मेरी जानिब से चाहते हो तमाम उम्र मेरी, 
ख़ुद आए रोज़ किसी आँचल में ढहते हो।

©Ritu Nisha #good_night  urdu poetry deep poetry in urdu poetry lovers poetry on love

Mehmood Mehar

#HindiDiwas2020 urdu poetry hindi poetry poetry on love urdu poetry sad urdu poetry

read more

Rohit Bhargava (Monty)

_बेखबर

#Sad_Status hindi poetry urdu poetry love poetry in hindi sad urdu poetry poetry on love

read more
White  है इतनी सी अरदास,  है बस इतनी सी सदा 
हम सा किसी और को तन्हा ना करना खुदा

©_बेखबर #Sad_Status  hindi poetry urdu poetry  love poetry in hindi sad urdu poetry poetry on love

sayyed Kamaal haider

whindi poetry wurdu poetry deep poetry in wurdu poetry on love motivational thoughts in hindi struggle motivational quotes in hindi motivationa

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile