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Shayari
White happy gandhi Jayanti to all the lover of bapu gandhi ©Shayari #gandhi_jayanti #Love #Freedom #India #IndianArmy
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read morePinki Singh
White देश की आजादी का जश्न कैसे मनाएं हम जब मानव मानसिकता अब तक गुलाम है जो तिरंगा गगन में फहरा रहा, उस जमीं की नींव अब तक दल दल में फंसा सरे आम है। नीलाम हो रही जहां बेटियों की इज्जत बर्बरता की हदें लांघना जहां खुलेआम हैं लूट ली जाती है आबरू भरे बाजार बेटियों की आजादी का अब भी जहां अभाव है। छीन ली जाती है किसी की जिंदगी, उसकी मर्जी के बगैर मरने के बाद भी दरिंदगी का परचम लहराना हाय कितनी शर्म की बात है। आखिर कब तक ये जिस्मों के ठेकेदार आजाद घूमेंगे दरिंदगी, हैवानियत का आए दिन बढ़ना कितनी आम बात है।। शर्मशार है ऐसी आजादी, जहां बेटियों का जिस्म किसी का गुलाम है मसल दी जाती है किसी बाग की कली यूं हीं ऐसी आजादी किसी काम की नहीं है ऐसी आजादी किसी काम की नहीं है।। ©Pinki Singh #happy_independence_day #freedom #saftey
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read moreDeepika Oriya
मैंने ढूंढा बहुत वो जहां ना मिला मेरे वतन जैसी ना जमीं ना कोई आसमान मिला स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभेच्छा🇮🇳 ©Deepika Oriya #Freedom🇮🇳🇮🇳
Freedom🇮🇳🇮🇳 #Quotes
read moreAshok Mangal
अधिकांश देशवासियों को महंगाई बेरोजगारी सता रही है ! जो इससे बच पाये हैं उनके समय की बरबादी की जा रही है !! अनचाहे फोन दिन भर सताते हैं ! चैन से दो मिनट भी हम जी नहीं पाते हैं !! साइबर क्राइम का खतरा भी मंडरा रहा है ! बैंक वाला भी फोन करने से बाज नहीं आ रहा है !! कानूनी बदलाव यू ट्यूब पर दिन रात आते हैं ! यू ट्यूब शीर्षक मजकूर से मेल ही नहीं खाते हैं !! केवाईसी बार बार लिया जाता है ! डाटा लीक करके बेच दिया जाता है !! जब कभी ये साइबर क्रिमिनल के हाथ लग जाता है ! वो फोन पे लीक डाटा के सहारे विश्वास जुटा, ठगता जाता है !! साइबर क्रिमिनल को हजारों सिम बेचे जाते हैं ! सच्चे ग्राहकों से फोन वाले बार बार केवाईसी जुटाते है !! कुत्तों के काटने की लाखों घटनाओं का आंकड़ा न थमता है ! सड़क पे छोड़ो, सोसाइटी में चहलकदमी में भी डर लगता है !! कैंसर कारक पदार्थ धड्डले से बेचे जा रहे है ! जानलेवा बीमारी में हम अपने अजीजों को गंवा रहे हैं !! पदपथ अतिक्रमित है हफ्तों की वसूली के कारण ! बाज़ार पैदल जाने में भी समय व्यर्थ होता है इसी कारण !! गाड़ी से जायें तो ट्रैफिक जाम समय खाता है ! इन सभी कारणों से तनाव बढ़ता जाता है !! सारांश ये है कि हम काम करने की शक्ति घटा रहे हैं !! अस्सी करोड़ को थमाया, और बीस तीस करोड़ को थमाना चाह रहे हैं !! आजादी हाथ में कटोरे के लिए नहीं जुटाई गई है ! बलिदानियों के खून से सिंची आजादी स्वाभिमान के लिए पाई है !! नई पीढ़ी मोबाइल जुए सट्टे नशे पत्ते अपराध से बच नहीं पा रही ! पुरानी पीढ़ी की हिम्मत जवाब दिए जा रही !! राजनेताओं का जन ज्वलंत प्रश्नों से सरोकार ही नहीं ! देश का भविष्य चक्रव्यूह में न फंसे, ऐसी मंशावाली कोई सरकार नहीं !! आवेश हिन्दुस्तानी 03.08.2024 ©Ashok Mangal #Freedom #leaders #AaveshVaani #JanMannKiBaat
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read moreViraaj Sisodiya
Being a checkmate in life's summary does not mean that you have been blown over; you have become dispersed, perished, and ruined, as much as you have been impaired by the transgress situation; it means. Due to your innovation work being dislocated, there is a fracture or outrage in its functioning. Only you have to be disembodied from a state of vitiate. Your life-brooding is always in a state of virgin migration, and your novelty networks are always in vernal ordwelling, with assuagement and commiseration being gossip, not miff. It animates your toonification energy with the medication of nature. ©Viraaj Sisodiya #Checkmate #Summary #Situation #Work #Life #YourQuote #Viraaj
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read moreRoshni Mehar
ये बिन्दी, ये काजल ये लाल रंग से मुझे नफरत है ये हाथों में खनकती चूड़ियाँ, ये पायलों की छन-छन से मुझे नफरत है मुझे पसन्द है, बिखरे उड़ते बाल करीने से सजाये हुए जुल्फों से मुझे नफरत है यूँ सुन्दर दिखना और उस पर मर्दो की नजरसे मुझे नफरत है . . . मुझे पसन्द है सादगी से जीना ना सजने संवरने का गुण जिसमें मुझे मिलता है सुकून... 13/07/2024 ©Roshni Mehar #Freedom