Find the Latest Status about mahabharat 07 from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, mahabharat 07.
Writer
Unsplash यह किस मोड़ पर आ कर रुकी है जिंदगी जहां किताबों को छोड़ भी नही सकते और अपनाने की हिम्मत अब बची नही ।। ©Writer 🥀🍁🥀 #16dec2024 #07:02am
🥀🍁🥀 #16dec2024 07:02am
read moreWriter
Unsplash मुझे अपनी बाहों में कैद कर ले यार मेरे अपने सीने से लगा ले मुझे , यार मेरे।। पल दो पल में पेट नही भरता मेरा हमेशा के लिए मेरा हो जा यार मेरे ।। तू , तेरा साथ , सब कुछ है मेरे पास तू बता तेरे पास क्या-क्या है यार मेरे ।। ना दिखे तू , तो बेचैनी सी रहती है एक झलक दिख जाया कर यार मेरे ।। यह दूरियां, तन्हाइयां बहुत सता रही है मुझे अपने पास बुला ले ना यार मेरे ।। ©Writer यार मेरे ।🍁🥀🍁 #15dec2024 #07:50am अdiति Prashant Shakun "कातिब" କିଶାନ୍ Pyare ji Mysterious Girl
यार मेरे ।🍁🥀🍁 #15dec2024 07:50am अdiति Prashant Shakun "कातिब" କିଶାନ୍ Pyare ji Mysterious Girl
read moreSunita Pathania
DR___PANKAJ___07
White काम करो ऐसा कि एक पहचान बन जाए, हर कदम ऐसा चलो कि निशान बन जाए, यहां जिंदगी तो हर कोई काट लेता है, जिंदगी जियो इस कदर कि मिसाल बन जाए। ©HANUMAN JI HANUMAN JI #love_shayari 𝒹𝓇 𝓅𝒶𝓃𝓀𝒶𝒿 07
#love_shayari 𝒹𝓇 𝓅𝒶𝓃𝓀𝒶𝒿 07
read moreAvinash Jha
कुरुक्षेत्र की धरा पर, रण का उन्माद था, दोनों ओर खड़े, अपनों का संवाद था। धनुष उठाए वीर अर्जुन, किंतु व्याकुल मन, सामने खड़ा कुल-परिवार, और प्रियजन। व्यूह में थे गुरु द्रोण, आशीष जिनसे पाया, भीष्म पितामह खड़े, जिन्होंने धर्म सिखाया। मातुल शकुनि, सखा दुर्योधन का दंभ, किंतु कौरवों के संग, सत्य का कहाँ था पंथ? पांडवों के साथ थे, धर्म का साथ निभाना, पर अपनों को हानि पहुँचा, क्या धर्म कहलाना? जिनसे बचपन के सुखद क्षण बिताए, आज उन्हीं पर बाण चलाने को उठाए। "हे कृष्ण! यह कैसी विकट घड़ी आई, जब अपनों को मारने की आज्ञा मुझे दिलाई। क्या सत्य-असत्य का भेद इतना गहरा, जो मुझे अपनों का ही रक्त बहाए कह रहा?" अर्जुन के मन में यह विषाद का सवाल, धर्म और कर्तव्य का बना था जंजाल। कृष्ण मुस्काए, बोले प्रेम और करुणा से, "जो सत्य का संग दे, वही विजय का आस है। हे पार्थ, कर्म करो, न फल की सोच रखो, धर्म की रेखा पर, अपना मनोबल सखो। यह युद्ध नहीं, यह धर्म का निर्णय है, तुम्हारा उद्देश्य बस सत्य का उद्गम है। ©Avinash Jha #संशय #Mythology #aeastheticthoughtes #Mahabharat #gita #Krishna #arjun
#संशय Mythology #aeastheticthoughtes #Mahabharat #gita #Krishna #arjun
read moreSanjeev Khandal
White अधिकार खो कर बैठ रहना, यह महा दुष्कर्म है; न्यायार्थ अपने बन्धु को भी दण्ड देना धर्म है। इस तत्व पर ही कौरवों से पाण्डवों का रण हुआ, जो भव्य भारतवर्ष के कल्पान्त का कारण हुआ।। ©Sanjeev Khandal #Mahabharat